राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 मार्च। जिले में पिछले तीन दिनों से बिगड़ा मौसम का मिजाज गुरुवार को दुरूस्त हो गया। मौसम खुलते ही तापमान में बढ़ोत्तरी हो गई।
खराब मौसम की वजह से सब्जी-तरकारी, दलहन-तिलहन की खेती पर प्रतिकूल असर पड़ा है। मौसम के पलटवार से आम के पेड़ों में लदे बौर लगभग आधे रह गए हैं। इस साल आम की अच्छी फसल होने की उम्मीद थी, लेकिन अचानक मौसम के पलटी मारने से गर्मी के फलों वाले पेड़ों को आंशिक नुकसान हुआ है।
बताया जा रहा है कि मौसम के साफ होते ही गर्मी बढ़ेगी। तापमान में उछाल आना तय है। पिछले दो-तीन दिनों से शाम के वक्त तेज हवाएं चलती रही। जिले में कहीं-कहीं ओले भी गिरे। बारिश होने के कारण चना, गेहूं और अन्य फसलों को जबर्दस्त नुकसान हुआ है। मौसम के बदले रवैये से किसानों को आर्थिक रूप से चोंट भी पहुंची है। खासतौर पर गोभी, पपीता, मुनगा समेत अन्य फसल का व्यापार करने वाले किसानों को घाटा सहना पड़ सकता है। जिले में दो दिनों से गर्मी नदारद रही। ठंडी हवाओं से भले ही लोगों को राहत मिली, लेकिन व्यापारिक दृष्टिकोण से किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है। किसानों की ओर से फसल बीमा राशि की मांग की जा रही है।
कुछ किसानों ने प्रशासन से फसलों की मौजूदा स्थिति का आंकलन कर अनावरी रिपोर्ट तैयार करने की मांग की है, ताकि किसानों को बीमा का फायदा मिल सके।
उधर, आंधी-तूफान के कारण कई जगह गिरे पेड़ों को रास्ते से हटा दिया गया है। तेज अंधड़ के कारण विशालकाय पेड़ों की टहनियां टूटकर रास्ते में पड़ी थी। अगले एक-दो दिन में तापमान में कम से कम 4 से 5 डिग्री बढ़ोत्तरी होने की आशंका जताई जा रही है। इसी के साथ भीषण गर्मी से लोगों का सामना होगा।