राजनांदगांव
668 फड़ तैयार, मेहनताना बढऩे से हितग्राही उत्साहित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 अप्रैल। तेन्दूपत्ता तोड़ाई की प्रारंभिक तैयारी शुरू हो गई है। वन अमले ने 51 समितियों को तोड़ाई का जिम्मा दिया है। इसके लिए 668 फड़ भी तैयार किए गए हैं। तेन्दूपत्ता तोड़ाई के दौरान एक बार फिर हितग्राहियों को चरण पादुका दी जाएगी, वहीं इस साल विष्णुदेव साय सरकार ने पारिश्रमिक बढ़ाने का ऐलान किया है। मेहनताना बढऩे की खुशी से हितग्राही उत्साहित हैं।
बताया जा रहा है कि साल 2024-25 के लिए 88 हजार मानक बोरा का लक्ष्य रखा गया है। इस वर्ष भी जिले में अच्छी तोड़ाई की उम्मीद लेकर वन विभाग का मैदानी स्टॉफ तैयारी में जुटा हुआ है।
इस साल चरण पादुका की व्यवस्था के निर्देश जारी किए गए हैं। मई के पहले सप्ताह में तोड़ाई होने की संभावना है।
बताया जा रहा है कि वन विभाग ने फड़ों की नीलामी भी पूर्ण कर दी है। इस साल दीगर राज्यों के ठेकेदारों ने तेन्दूपत्ता तोड़ाई में अपनी दिलचस्पी ली है। तेन्दूपत्ता तोड़ाई को लेकर वन विभाग की ओर से अलग-अलग स्तर पर कर्मचारियों को प्रशिक्षित भी किया गया है। मैदानी अमले को खासतौर पर तेन्दूपत्ता तोड़ाई के दौरान रखने वाली सावधानियों को लेकर प्रशिक्षण दिया गया है।
फिलहाल, तेन्दूपत्ता की पैदावार पर विभाग की नजर है। अनुकूल मौसम होने से तेन्दूपत्ता की गुणवत्ता भी बेहतर होने की संभावना है। हालांकि पिछले कुछ दिनों से मौसम का रूख बदला हुआ है।
अप्रैल के पहले सप्ताह में बारिश होने से पत्तों को नुकसान होने का अंदेशा भी है। नक्सल क्षेत्रों में तोड़ाई को लेकर वन विभाग को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। रेंजर और डिप्टी रेंजर के अलावा वन रक्षक नक्सल इलाकों में तोड़ाई पर नजर रखेंगे। पिछले कुछ सालों से नक्सल क्षेत्रों में तोड़ाई प्रभावित हुई है। वन बाशिदों के लिए तोड़ाई का सीजन कमाई वाला होता है। वहीं सरकार की ओर से इस साल अच्छा मेहनताना मिलने की खबर से आदिवासी और वन रहवासी काफी उत्साहित हैं।