रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 अप्रैल। लोक निर्माण विभाग के मंत्री, सचिव, ईएनसी,ईई एसई,सीई और न जाने कितने अफसर राजधानी में रहते हैं। इनकी नाक के नीचे मोवा-दलदल सिवनी -उरला के लिए करीब तीन किमी की सडक़ बन गई। आवाजाही भी शुरू हो गई। ठेका फर्म एमएस कंस्ट्रक्शन को 16 करोड़ रूपए का भुगतान भी हो गया। मंत्री, सचिव गुणवता की बात, दावे करते हैं। सघन आबादी वाले इस बायपास सडक़ के चार फीट ऊंचे डिवाइडर पर शुरू से आखिरी तक एक भी स्ट्रीट लाइट नहीं हैं। शुक्र है कि दिन में सूर्य और पूर्णिमा के पखवाड़े पर चांद की वजह से रास्ता दिख जाता है। अमावस्या के 15 दिन तो हैड लाइट के भरोसे गुजरते हैं। डिवाइडर की ऊंचाई से कार बाइक की हैडलाइड आखों को चुभने से आगे का कुछ दिखाई नहीं देता।
हमने सडक़ के इंजीनियर पांडेजी को कॉल किया तो उनका तबादला हो गया । नए इंजीनियर किन्ही दीवान ने पोन रिसाव किया और बोले जानकारी लेकर बताता हूं। उसके बाद से बीते दो महीने से फोन नो रिप्लाई मोड में डाल दिया गया है। तब से वे जवाबदेही से बच गए हैं।