सुकमा
सीएम के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 8 मई। सोमवार को सुकमा जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष महेश्वरी बघेल के नेतृत्व में तेंदूपत्ता तोड़ाई का नगद भुगतान करने हेतु सुकमा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। साथ ही मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं वनमंत्री केदार कश्यप को पत्र भी लिखा गया।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष तत्कालीन कैबिनेटमंत्री कवासी लखमा ने सुकमा जिले में 50 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान तेंदूपत्ता हितग्राहियों को नगद दिलाया था और ग्रामीणों को बैंकों के चक्कर लगाने से निजात दिलाई थी।
सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू ने बताया कि सुकमा जिला वन क्षेत्र होने के साथ-साथ अतिसंवेदनशील नक्सली क्षेत्र होने के कारण क्षेत्र के आदिवासी ग्रामीणों का मुख्य आय का स्त्रोत वनोपज है, जिसमें मुख्य तेंदूपत्ता तोड़ाई का कार्य भी है, जिसे ग्रामीण हरा सोना कहते हंै, इसलिये ग्रामीणों द्वारा तेंदूपत्ता को बहुत महत्व देते हुए पूरे परिवार के साथ तोड़ा जाता है, जिससे वे अपनी जरूरत की वस्तुएं लेते है।
सुकमा जिले के अतिसंवेदनशील क्षेत्र जैसे जगरगुंडा, बोडकेल, मिस्सीगुडा, पालाचेलमा, किस्टाराम, पुसपल्ली, गुग्मा, पोंगाभेज्जी सहित सभी समितियों में अत्याधिक तेंदूपत्ता तोड़ाई होती है। धान से भी अधिक महत्व तेंदूपत्ता को देते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष तेंदूपत्ता का भुगतान बैंकों के माध्यम से किया जाएगा, चूंकि बैंक मेन रोड के कुछ ही जगह पर स्थित है, जिसकी वजह से ग्रामीणों को 100 किलोमीटर दूर से आवागमन कर 4 से 5 दिनों तक बैंकों के चक्कर लगाना पड़ता है। जिसकी वजह से ग्रामीण परेशान होते है। उनका समय एवं पैसा भी बर्बाद होता है। इसलिये तेंदूपत्ता भुगतान नगद करने की माँग रखी गई है।
पिछले वर्ष भी सुकमा जिले में लगभग 50 करोड़ रूपये से अधिक का तेंदूपत्ता तोड़ाई हुआ था, जिसका राशि भुगतान ग्रामीणों नगद किया गया था। इस वर्ष भी ग्रामीणों को तेंदूपत्ता तोड़ाई का भुगतान नगद किया जाए।
राजू साहू ने इस मामले को साक्ष्य लेते हुए कहा कि अगर हमारी मांगों को प्रशासन गंभीरता से नहीं लेती है, तो आने वाले समय में सदन से लेकर सडक़ की लड़ाई लड़ेंगे।
इस दौरान अ. ज.जा.के जिलाध्यक्ष बेको हूँगा,नगर कांग्रेस अध्यक्ष शेख सज्जार, पूर्व योग आयोग के सदस्य राजेश नारा, जनपद सदस्य लखमा गोरे, नगरपालिका उपाध्यक्ष आयशा हुसैन,कांग्रेस प्रवक्ता मो. हुसैन, पी. प्रसाद मौजूद रहे।