सरगुजा
![पशु चिकित्सालय में कर्मचारियों का टोटा, मुख्यालय में डॉक्टर भी नहीं रहते पशु चिकित्सालय में कर्मचारियों का टोटा, मुख्यालय में डॉक्टर भी नहीं रहते](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16095997114.jpg)
छत्तीसगढ़ संवाददाता
लखनपुर, 2 जनवरी। इन दिनों जपं क्षेत्र के सभी बनाये गये गौठान ग्राम एवं अन्य दूसरे ग्रामों में पालतू गाय बैल बछड़ों के हिफाजत को लेकर शासन प्रशासन के निर्देशानुसार पशु विभाग द्वारा योजनाबद्ध तरीके से टेगिंग का कार्य वृहद पैमाने में किया जाना है। पशु चिकित्सालय में स्टाफ की कमी होने कारण किसी तरह मात्र दो सहायक पशु चिकित्सकों के भरोसे टेगिंग का कार्य किया जा रहा है। बाद इसके क्षेत्र के गौठान ग्राम के अलावा दूसरे ग्रामों में पालतू गाय बैल बछड़ों का टीकाकरण भी किया जाना है।
ग्रामीणों का कहना है पशु चिकित्सालय में लेब टेक्निशियन,लिपिक तथा भृत्य फिल्ड वर्कर का पद कई वर्षों से रिक्त पड़ा हुआ है। लखनपुर पशु चिकित्सालय प्रभारी डाक्टरों के हवाले से संचालित हो रहा है। मुख्यालय में डॉक्टरों के नहीं रहने से जरूरतमंद पशु पालकों को बीमार पशुओं के लिए डाक्टरी सलाह नहीं मिल पाती। ग्रामों में पालतू मवेशियों के नम्बरिंग के अलावा क्षेत्र में टीकाकरण, बधियाकरण, कृत्रिम गर्भाधान अन्य पशु सम्बन्धी बिमारियों का उपचार समय पर नहीं होने से पशु पालकों में नाराजगी है।