राजनांदगांव
राजनांदगांव, 8 जनवरी। कोविड-19 बीमारी से जीवन में पडऩे वाले मानसिक व शारीरिक समस्याओं को ध्यान में रखते शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के दर्शन एवं योग विभाग द्वारा मानसिक स्थिरता तथा इम्यून पावर बढ़ाने के लिए बेसिक योग संबंधी दो-दिवसीय कार्यशाला ‘योग फॉर आल’ का आयोजन किया गया। इसमें महाविद्यालय के प्राध्यापकों, कार्यलयीन स्टाफ तथा योग के विद्यार्थियों ने सहभागिता दी।
कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. बीएन मेश्राम ने कहा कि कोविड ने हमें यह तो सीखा दिया है कि जीवन में धन, पद, महात्वाकांक्षाओं से ज्यादा प्रमुख हमारा शरीर तथा बाह्य प्रकृति है और योग स्वयं से तथा ब्राहान्डीय उर्जा से संतुलन स्थापित करने की थैरेपी है। दैनिक जीवन में योग करने वालों को मानसिक एवं शारीरिक समस्याएं हो ही नहीं सकती है। मुझे खुशी है कि जागरुकता हेतु दर्शन एवं योग विभाग ने योग फॉर आल दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया है, इसका लाभ अवश्य ही होगा। इस अवसर पर रजिस्ट्रार दीपक कुमार परगनिहा ने कहा कि योग जीवन को सही तरीके से जीने का विज्ञान है, ये हमारी जीवन से जुडे सभी पहलुओं भौतिक, मानसिक, भावनात्मक आदि पर काम करता है। यह हमारे शरीर के रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में काफी लाभदायक है।
अत: योग को हमें अपने दैनिक जीवन में शामिल करना चाहिए।