कोण्डागांव
दोषियों पर एफआईआर दर्ज कराने पहुंची हितग्राही
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 17 जनवरी। प्रधानमंत्री आवास की राशि को गबन करने वाले अधिकारी व ठेकेदार पर एफआईआरदर्ज करने हितग्राही ने शिकायत थाने में की है।
आवेदिका मनाय बाई ग्राम केजंग घोड़ापारा जिला व तहसील कोण्डागांव के द्वारा 3 नवंबर को जिले के पुलिस थाना बयानार के थाना प्रभारी को लिखित में शिकायत करते हुए अपूर्ण प्रधान मंत्री आवास की राशि को गबन करने वाले अधिकारी व ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज करने की मांग करने सहित शिकायत पत्र की प्रतिलिपि पीसीसी अध्यक्ष व विधायक कोण्डागांव मोहन मरकाम के साथ साथ कोण्डागांव जिले अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को भी दिया गया था। उक्त मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने पर 12 जनवरी को वयोवृद्ध आदिवासी महिला अपने पुत्र के साथ पुन: जिला मुख्यालय में पहुंची। जहां उसकी मुलाकात प्रेस प्रतिनिधियों से हुई। प्रेस प्रतिनिधि हितग्राही को लेकर सीधे सीईओ जनपद पंचायत कोण्डागांव अमित भाटिया के पास पहुंचे।
आवेदिका के शिकायत पत्र में लगाए गए आरोपों तथा मकान के अपूर्ण होने के बाद भी 1 लाख 20 हजार रुपए निकाल लिए जाने का साक्ष्य (प्रधानमंत्री आवास की आनलाईन सूची) देखने के बाद तत्काल पुलिस थाना बयानार के थाना प्रभारी को एफआईआर दर्ज करने के लिए एक अनुशंसा पत्र जारी कर हितग्राही को सौंप दिया गया।
ज्ञात हो कि, वयोवृद्ध आदिवासी महिला आवेदिका ने अपने आवेदन में उल्लेख किया है कि, मेरे नाम पर वर्ष 2017-18 में शासन द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास व जनपद पंचायत कोण्डागांव से राशि स्वीकृत किया गया। जिस पर मेरे द्वारा अपना आवास बनाए जाने की तैयारी शुरु कर डीपीसी तक बना लिया, तभी बलराम नामक ठेकेदार, आवास मित्र मेरे घर पर आया और बोला कि आप अपना घर जल्दी नहीं बना पा रहे हो मैं आपका घर जल्दी बना दूंगा। उसके बाद उसने मेरे घर को बनाना शुरु किया और जब भी रकम की आवश्यकता होती थी मुझे और मेरे बेटे फूलसिंह सोरी को भारतीय स्टेट बैंक शाखा कोण्डागांव ले जाता था तथा मेरे खाता में जमा रकम को निकलवाकर स्वयं ले लेता था। और इस तरह से बारी-बारी करके प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मेरे खाते में आई पूरी राशि को ठेकेदार ने निकलवा कर ले लिया, लेकिन मेरे घर को पूरा नहीं किया।
उक्त मामले की शिकायत ग्राम पंचायत केजंग के सरपंच पति से की गई, तो उसने मुझे थाने में जाकर शिकायत करने की सलाह दी। बलराम व तेज दीवान के द्वारा मुझे ग्रामीण आदिवासी और अशिक्षित समझकर ही मेरे साथ धोखाधड़ी की गई हैं। मुझे शासन से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलने के बाद भी मेरा घर अब तक पूरा नहीं होने से मैं उक्त दोनों ठेकेदारों के व्यवहार से बेहद आहत और परेशान हूं व उक्त दोनों सहित आवास निर्माण के लिए जिम्मेदार अधिकारी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाही करते हुए एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग करते हुए बलराम व तेज दीवान सहित आवास निर्माण के लिए जिम्मेदार अधिकारी (अपूर्ण मकान को अन्य आवास का फोटो दिखाकर व पूर्ण बताने के कारण) के विरुद्ध जालसाजी, गबन व धोखाधड़ी का एफआईआर दर्ज करने का कष्ट किया जाए।