महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 19 जनवरी। नगरीय प्रशासन और श्रम मंत्री डॉक्टर शिवकुमार डहरिया ने भोरिंग में आयोजित मंडऱ् मेला कार्यक्रम में कहा कि राज्य सरकार पुरखों के बताए रास्ते पर चलकर छत्तीसगढ़ी संस्कृति को संजोने का काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के प्राचीन परंपरा को नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी जैसे महत्त्वपूर्ण योजना के जरिए सहेजा जा रहा है। मड़ई मेला हमारी प्राचीन सांस्कृतिक पहचान है। प्रदेश सरकार इन संस्कृति को बचाने के लिए हरेली की छुट्टी, तीजा की छुट्टी, राजिम माता भक्त माँ कर्मा जयंती और छठ पूजा जैसे त्यौहारों की छुट्टियां देने का निर्णय लिया। प्रदेश सरकार सामाजिक समरसता के साथ सभी लोगों का निरंतर विकास करने का प्रयास कर रही हैं। इस अवसर पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉक्टर रश्मि चन्द्राकर, राशि महिलांग, अलखराम चतुर्वेदानी सहित अनूप चन्द्राकर, अरुण चन्द्राकर, गिरिधर आवडे, सत्यभान गेंडरे, सरपंच उषा राजेश साहू, सीएस साहू, विजेंद्र बंजारे, दाऊलाल चन्द्राकर, संतोष साहू तथा अन्य जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण उपस्थित थे।