बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 20 जनवरी। इंद्रावती नदी के उस पार बसे आदिवासियों ने भैरमगढ़ पहुंच कर अपनी मांगों को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग को घंटों बाधित कर रखा था। प्रशासन की समझाइश के बाद शाम को ग्रामीण वापस लौटे, तब जाकर मार्ग बहाल हो सका।
बुधवार को भैरमगढ़ ब्लाक के इंद्रावती नदी के पार बसे पीटेपाल, बेचापाल, हुर्रेपाल, मदपाल, मेटापाल, हिसूल व पोंदुम के करीब 5 हजार से ज्यादा ग्रामीणों ने मुख्यालय पहुंचकर जनपद पंचायत के सामने राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर आवागमन बाधित कर दिया और नारेबाजी करते रहे। ग्रामीणों की मांग थी कि इंद्रावती नदी में पुल नहीं बने, सडक़ न बने, फोर्स के कैम्पों को हटाये, निर्दोष आदिवासियों को जेल से रिहा करें, आदिवासियों परेशान न करें, पीडीएस, आंगनबाड़ी आश्रमों को पुन: गांव में ही लगाये जाने की मांग मुख्य थी। इन्हीं मांगों को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार को भैरमगढ़ पहुंचकर प्रदर्शन किया और राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित कर दिया।
इस प्रदर्शन में नारायणपुर के भी कुछ गांव के ग्रामीण यहां पहुंचे थे। विरोध प्रदर्शन करने आये ग्रामीण अपने साथ राशन बर्तन के अलावा पारंपरिक हथियारों से लैस होकर आए थे। ग्रामीणों की तादात व माहौल को देखते हुए जनपद पंचायत के सामने बड़ी संख्या में सुरक्षाबल के जवानों को तैनात किया गया था। ग्रामीणों से बात करने एसडीएम अगरराम राणा, एसडीओपी अविनाश मिश्रा व तहसीलदार जुगल किशोर पटेल प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से बात कर उन्हें समझाइश दी।
तहसीलदार जुगल किशोर पटेल ने बताया कि एसडीएम अगरराम राणा ने ग्रामीणों से उनकी मांगों को लेकर बात की और उन्हें शासन तक पहुंचाने की बात कही। इसके बाद ग्रामीण शांत हुए और प्रदर्शन खत्म कर शाम को वापस लौट गए।