सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 5 फरवरी। खरीफ विपणन वर्ष 2020- 21 में राज्य शासन के निर्देशानुसार समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीद किये जाने आखिरी जनवरी तक का समय सीमा निर्धारित किया गया था। जिला सहकारी समिति द्वारा लखनपुर ब्लॉक स्तर में 8 धान खरीद केंद्र बना कर पंजीकृत किसानों के धान खरीदी की गई। समिति प्रबंधकों से प्राप्त आंकड़े के मुताबिक सभी आठ खरीद केंद्र में तकरीबन 501 पंजीकृत किसान अपने धान नहीं बेच पाए।
धान खरीदी केंद्र लखनपुर में कुल 1249 पंजीकृत किसानों में 1159 किसानों ने अपना धान बेचा, 90 किसान बाकी रहे, वहीं उपार्जन केंद्र लहपटरा में 1133 पंजीकृत में 1079 किसान लाभान्वित हुए, 54 किसान वंचित रहे। उपार्जन केन्द्र ग्राम जमगला में 1267 पंजीकृत में1199 पंजीकृत किसानों ने धान बेचा, 68 शेष रहे।
ग्राम कुन्नी उपार्जन केंद्र में 1404 पंजीकृत किसानों में से 1298 किसानों ने अपने धान बेचे तथा 106 किसान शेष रहे । ग्राम अमलभिट्टी उपार्जन केंद्र में 814 पंजीकृत किसानों में से 771 किसान लाभान्वित, 43 शेष रहे। ग्राम पुहपुटरा उपार्जन केंद्र में 856 पंजीकृत किसानों में से 811 किसानों ने धान बेचा, 45 बाकी रहे। वहीं ग्राम निम्हा धान खरीदी केंद्र में कुल 583 पंजीकृत किसानों में से 548 किसानों ने धान बेचा तथा 35 शेष रहे।
इस तरह निर्धारित सभी आठों उपार्जन केंद्रों में कूल 8266 पंजीकृत किसानों में से 7765 किसान लाभान्वित हुए तथा 501 किसान किसी कारणवश अपने धान नहीं बेचे या नहीं बेच पाये। साथ ही पूर्व में जिनके रकबा कम हो गए, ऐसे किसान भी अपने धान बेचने से वंचित रहे। अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि कुछ पंजीकृत किसानों के धान बिचौलियों ने खरीद कर पूर्व में ही रख लिया होगा या फिर अपने स्वयं के उपयोग के लिए किसानों ने धान रख लिया होगा। जिससे उपार्जन केंद्रों में अपने धान नहीं बेच सके।