सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सीतापुर, 6 फरवरी। केंद्र सरकार के द्वारा लाये गये तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठन ने शनिवार को दोपहर 12 से तीन बजे तक चक्काजाम कर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए एवं कृषि कानून वापस लेने की मांग की।
कृषि कानूनों के विरोध में आज किसान संगठन द्वारा दोपहर 12 से 3 बजे तक विधायक निवास के सामने एनएच 43 जाम कर प्रदर्शन किया। आक्रोशित किसानों ने तीनों कानूनों को किसान विरोधी बताते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की एवं तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग की।
किसानों के समर्थन में ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष तिलक बेहरा सहित सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रदर्शन में शामिल थे। किसानों ने प्रधानमंत्री को संबोधित तीन सूत्रीय ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम प्रशासनिक अफसरों को सौंपे। इस दौरान तीन हाईवे जाम रहा एवं सडक़ के दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गई।
किसानों के समर्थन में पहुंचे खाद्य मंत्री
खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत धरना स्थल पर पहुंच कर अपना समर्थन देते हुए किसानों के मांग को जायज़ करार दिया और इसे किसान विरोधी तीन काले कानून बताया। उन्होंने पत्रकारों के साथ किये गए प्रेसवार्ता कार्यक्रम में पूछे गए सवाल पर कहा कि केंद्र की मोदी सरकार को हठधर्मी छोड़ तीनों कानून को वापस लेना चाहिए एवं किसानों की फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी का कानून बनाने की मांग लागू किया जाना चाहिए। इस कानून में कृषि के काम निजी कम्पनियों द्वारा किया जाएगा एवं किसानों की जमीन कम्पनी द्वारा कभी भी लिया जा सकता है। सरकार देश की मंडी व्यवस्था हटाकर ,निजी कम्पनियों लाभ देने का कार्य कर रही है। फसलों का एमपीएस दिया जाए। धान में खरीफ की फसलों की खरीद एमपीएस पर की जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र के भजपा सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है। ये मोदी सरकार किसानों के साथ बेईमानी कर रही है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस अवसर पर तिलक बेहरा, गणेश सोनी, संदीप गुप्ता,सुनील मिश्रा, धर्मपाल अग्रवाल, प्रेमदान कुजूर, परमेश्वर गुप्ता,शिव गुप्ता, मनीष गुप्ता, अरुण गुप्ता, अर्णव गुप्ता, शोहराब फिरदोसी,अशोक अग्रवाल, मंटू गुप्ता, मतलूब आलम,सुशील कुमार सिंह, नरेश बघेल,बाबू सोनी,विक्की गुप्ता,नोहर साय तिर्की,सिलिना मिंज,सुमित्रा देवी,सुखमती,जोगेन्द्र लकड़ा,रजनी देवी,ऋतु पैंकरा,पंकज दुवे,रविकांत, शरद गुप्ता, सतीस,जितेन्द्र कुमार लकड़ा,मोती राम,हरिहर, अंकित गुप्ता, गौतम चौधरी, अनुप तिर्की,कैलाश कुजूर,रामकुमार बघेल ,हिरल मिंज, सदर साय, सुमन,बाबूलाल,लालबहादुर, महेंद्र सिंह, लिखेश्वर, दिलबहार, आबिद खान,बसंत तिर्की,रामनरेश गुप्ता, आदि काफी संख्या में किसान एवं कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।