रायपुर
गिरफ्तारी नहीं, जांच जारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 फरवरी। राजधानी रायपुर में प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर 10 लोगों से 3 लाख से अधिक की ठगी कर ली गई। कोतवाली पुलिस, चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में लगी है। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस का कहना है कि जांच में और भी दर्जनों लोगों से लाखों की ठगी सामने आ सकती है, जांच जारी है।
पुलिस के मुताबिक शहर के सुनील नायक, प्रीति नायक, अजय कुमार व ए. रवि राव ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर सड्डू, मोवा, अवंति विहार, कोटा समेत अलग-अलग जगहों के दर्जनों गरीबों को प्रधानमंत्री आवास दिलाने का झांसा दिया। उनके झांसे में कई लोग फंस भी गए। उनसे नगर-निगम की फर्जी रसीद, सील लगी आबंटन सूची तैयार कर 25-25 हजार रूपए वसूल भी लिया गया, लेकिन आवास नहीं मिला। इसकी शिकायत कुछ लोगों ने निगम प्रशासन से की थी।
बताया गया कि निगम प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच-पड़ताल की, तो पीएम आवास दिलाने के नाम पर लाखों की गड़बड़ी का पता चला। निगम के सहायक अभियंता राजेश राठौर ने बीती शाम-रात कोतवाली पुलिस पहुंचकर पीएम आवास के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी की शिकायत की। पुलिस इस मामले में फिलहाल झांसा देकर वसूली करने वाले चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में लगी है।
पुलिस का कहना है कि शुरूआती जांच में आर. लखन, दुना महेश समेत 10 लोगों से 25-25 हजार वसूल कर करीब 3 लाख की धोखाधड़ी का पता चला है। जांच में और भी दर्जनों लोगों से लाखों की धोखाधड़ी सामने आ सकती है। फिलहाल जांच जारी है।