रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 फरवरी। छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच, छत्तीसगढ़ श्रमिक मंच और छग मनरेगा मजदूर कल्याण संघ द्वारा मनरेगा मजदूरों को 150 दिन का काम देने की मांग को लेकर 21 फरवरी को यहां बूढ़ा पारा में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
संगठन के नेता अधिवक्ता राजकुमार गुप्ता, पूरनलाल साहू व राकेश कौशिक का कहना है कि मनरेगा में केंद्र सरकार की ओर से 100 दिन और राज्य सरकार की ओर से 50 दिन, इस प्रकार कुल 150 दिन पंजीकृत मनरेगा मजदूरों को प्रतिदिन निर्धारित पारिश्रमिक की दर से काम देने की कानूनी गारंटी है। लेकिन केंद्र सरकार द्वारा इस मद में पर्याप्त बजट आबंटित नहीं करने और राज्य के बजट में बजटीय प्रावधान नहीं रखने के कारण पंजीकृत 20 लाख मनरेगा मजदूरों को मुश्किल से औसत 15-20 दिन ही काम मिल पाता है। ऐसे में ये मजदूर, इन संगठनों के बैनर पर धरना-प्रदर्शन के लिए मजबूर हैं।