रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 फरवरी। नए कृषि कानून के विरोध में किसानों द्वारा 18 को आरंग में रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। उनका यह आंदोलन रेलवे स्टेशन पास दोपहर 12 से 4 बजे तक चलेगा।
नए कृषि कानून के विरोध एवं सभी फसलों में न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी के मांग को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर लाखों किसान आंदोलनरत हैं। 18 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देशभर में रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। इसी के तहत रायपुर जिले में आरंग रेलवे स्टेशन के पास छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के बैनर पर किसान रेल रोको आंदोलन करेगा।
छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य पारसनाथ साहू द्वारिका साहू, रूपन चंद्राकर, गौतम बंदोपाध्याय की उपस्थिति में हाल ही में कोर कमेटी की एक बैठक हुई। बैठक में आंदोलन का निर्णय लिया गया। किसान नेताओं का आरोप लगाते हुए कहना है कि भाजपा और उनके अधीन मीडिया घरानों द्वारा लगातार यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि कृषि कानून किसान हितैषी है और इसका विरोध केवल हरियाणा व पंजाब के कुछ किसान संगठन कर रहे हैं। जबकि सच्चाई यह है कि इस कॉरपोरेट परस्त कानून के खिलाफ आज देशव्यापी आंदोलन का स्वरूप ले लिया है। यह केवल किसानों का ही नहीं, बल्कि आम जनता का आंदोलन बन चुका है। इस आंदोलन में छत्तीसगढ़ के किसान शामिल हैं।