बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 12 मार्च। ग्राम कड़ार में स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र को यथावत रखने दो दिनों से ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि बैंक को कडार में ही रखा जाये। ग्रामीणों ने अपने प्रदर्शन के दौरान बैंक के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया। वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले सात वर्षों से स्थित राष्ट्रीयकृत बैंक ऑफ महाराष्ट्र केन्द्रीय निर्णय के अनुसार बैंक संविलियन होकर वापस अपने मुख्यालय शाखा बिलासपुर स्थानांतरित की जा रही है, जिसके चलते कड़ार की बैंक शाखा को बंद किया जा रहा है, जबकि बैंक में ग्यारह हजार खाताधारियों का बैंक से लेन-देन होता है, जिनको परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
बैंक से मिलने वाली सहायता राशि, वृद्धा पेंशन, मनरेगा भुगतान, किसान सम्मान निधि, धान का बोनस, पीएम सम्मान निधि, स्कालरशिप जैसे कई राशियों के लिए जनता को भटकना पड़ेगा। दस ग्राम पंचायतों का काम इस बैंक से होता है, जिसके कारण ग्रामीणों का गुस्सा फूटा और बैंक में ताला जड़ दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को शांत कराया।
इस संदर्भ मे जनपद सदस्य डॉ.रामेश्वर वर्मा ने बताया कि लगभग 10 वर्षों से बैंक यहां पर है और लगभग 12 हजार उपभेक्ता बैंक से जुड़े हुये हैं। बैंक बंद करने से लोग प्रभावित होंगे और उन्हे बैंक कार्य के लिए लगभग 10 किलोमीटर का सफ र तय करना पड़ेगा, जिसके कारण लोगों मे नाराजगी है और बैंक शाखा को यथावत रखने की मांग की गई है।