कोण्डागांव
पानी के लिए तरस रहे किसान ने दी आंदोलन व चक्काजाम की चेतावनी
3-4 दिन के अंदर लो वोल्टेज की समस्या का समाधान- ईई
राज शार्दुल
विश्रामपुरी, 4 अप्रैल (‘छत्तीसगढ़’)। अन्नदाता की समस्या कभी खत्म होती नहीं दिखती। कभी धान बेचने के लिए कतार में लगे तो कभी बारदाना खत्म हुआ तो किसी का गिरदावरी काट दिया गया। किसी तरह धान तो बेच लिए तत्पश्चात किसानों को अपनी रकम के लिए बैंकों में लाइन लगानी पड़ी। अब इन दिनों क्षेत्र के किसान एवं आम नागरिक लो वोल्टेज की समस्या से जूझ रहे हैं।
किसानों का कहना है कि इस वर्ष जिस तरह का लो वोल्टेज देखने को मिल रहा है ऐसा बरसों बाद हुआ है। लो-वोल्टेज एवं विद्युत समस्या को लेकर ग्रामीणों ने कई बार चेतावनी दी है किंतु बिजली विभाग पर इसका असर होता दिखाई नहीं दे रहा है।
ग्रामीणों ने रबी की फसल में धान, मक्का एवं गेहूं इत्यादि फसल लगाए हैं। लो-वोल्टेज से ट्यूबवेल नहीं चल रहे हैं। कई बार 4 से 5 दिनों तक ट्यूबवेल चल नहीं पाता, जिससे फसलों के सूखने का खतरा मंडरा रहा है। माकड़ी एवं बड़े राजपुर ब्लॉक के पंचायत प्रतिनिधियों ने पखवाड़े भर पूर्व कलेक्टर को ज्ञापन देकर समस्या से अवगत कराया था। साथ ही बिजली विभाग को भी अवगत कराया गया था तत्पश्चात बिजली विभाग ने सप्ताह भर के अंदर व्यवस्था दुरुस्त करने की बात कही थी किंतु 20- 25 दिन बीतने के बाद भी स्थिति जस की तस है। इस समय बड़ेराजपुर विकासखंड में स्थिति भयावह होती दिखाई दे रही है जिसके चलते किसान चिंतित हैं।
बड़बतर, कोलियरीडीही, गमरी, खलारी, कोसमी, पीढ़ापाल कुलदाडीही, जोड़ेकेरा, करमरी आदि कई पंचायतों के प्रतिनिधि कलेक्टर को पुन: ज्ञापन सौंपे हैं, साथ ही विद्युत विभाग के अधिकारियों को भी जानकारी दी गई है किंतु विभाग से लगातार आश्वासन ही मिल रहा है। दूसरी ओर किसानों के खेतों में दरार पडऩे की स्थिति निर्मित हो रही है। कुछ किसानों ने अपने फसल को मवेशियों के हवाले कर दिया है। किसानों ने बताया कि पानी पर्याप्त नहीं मिलने से अब मक्के की फसल इस कदर कमजोर हो चुकी थी कि उस पर दाने आना संभव नहीं था। जिसके चलते परेशान किसानों ने परिस्थिति से हार मानते हुए मवेशियों को फसल चरा दी।
सरपंच रामजी मंडावी एवं जेठू राम मंडावी ने बताया कि पूरा क्षेत्र लो वोल्टेज की समस्या से त्रस्त है। वह कई बार बिजली विभाग का ध्यान आकर्षित कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है, जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है।
विश्रामपुरी के समीप ग्राम पंचायत बीरापारा के आश्रित ग्राम बावनपुरी निवासी सूरज राठौर ने बताया कि वह अपने खेत में मक्के की फसल लगाया था, लेकिन लगातार लाइट गुल रहने एवं वोल्टेज कम होने के चलते फसल को पानी नहीं मिल सका। अत: उन्होंने खराब होते फसल को गाय बैल को चरा दिया।
भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष अनिता नेताम ने कहा कि हमारे क्षेत्र के किसान कर्ज लेकर अपने खेतों में फसल लगाते हैं। पिछले कुछ दिनो से चल रही लो वोल्टेज की समस्या से किसान काफी परेशान हैं यदि आगामी 5-7 दिनों के भीतर ये समस्या ठीक नहीं की गई तो किसानों की फसल बर्बाद हो जाएगी, जिसकी पूर्ण जवाबदेही राज्य सरकार की होगी। साथ ही अगर इन समस्याओं से निजात नही मिलेगी तो किसानों के द्वारा विद्युत विभाग की निष्क्रियता के विरोध में उग्र आंदोलन व चक्काजाम भी किया जाएगा। इस दौरान पूर्व जनपद सदस्य तोलूराम, पीढ़ापाल सरपंच मन्नुराम शोरी, बड़बत्तर सरपंच रामजी मंडावी, युवा मोर्चा से गौरव शार्दूल समेत कई ग्रामो के सरपंच व बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।
कार्यपालन अभियंता विद्युत कोंडागांव रमेश कुमार सोनी ने बताया कि 3 से 4 दिन के अंदर लो वोल्टेज की समस्या का समाधान हो जाएगा। इसके लिए कांकेर में काम चल रहा है तत्पश्चात 33 हजार वोल्टेज की विद्युत लाइन विश्रामपुरी क्षेत्र के लिए अलग की जाएगी। तत्पश्चात लो वोल्टेज जैसी कोई समस्या नहीं होगी। इस पर लगातार काम चल रहा है।