राजनांदगांव
नवरात्रि पर्व पर नहीं होंगे धार्मिक व सामूहिक कार्यक्रम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 अप्रैल। कलेक्टर टीके वर्मा ने मंगलवार को साप्ताहिक समय सीमा की बैठक लेकर कहा कि कोरोना के केस लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में भी बढ़े हैं। उन्होंने सभी एसडीएम से कहा कि गांवों में भी लॉकडाउन कर अति आवश्यक सेवाओं के अलावा कड़ाई से लॉकडाउन का पालन कराएं। साप्ताहिक बाजार की भी निगरानी करें और सार्वजनिक स्थानों में मास्क का नियम लागू कराएं।
उन्होंने कहा कि लोग कोरोना से संबंधित जानकारी छिपा रहे हैं, जो अनुचित है। कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु होने पर कोरोना प्रोटोकॉल से हटकर अंतिम संस्कार होने पर कोरोना का संक्रमण फैल सकता है। लोगों में इसके संबंध में जागरूकता लाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि मास्क नहीं लगाने वाले व्यक्तियों पर चालानी कार्रवाई का कार्य सुबह भी चलाएं तथा होटल, सब्जी बाजार एवं अन्य स्थानों पर चालानी कार्रवाई करें। उन्होंने महाराष्ट्र की सीमा से लगे बागनदी बार्डर में कड़ाई बरतने कहा। नवरात्रि पर्व पर भी किसी प्रकार के धार्मिक एवं सामुहिक कार्यक्रम नहीं होंगे तथा धारा 144 एवं कोरोना प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। जनपद सीईओ पंचायतों के माध्यम से अन्य राज्यों से आने वाले लोगों की निगरानी करें और उनका कोरोना परीक्षण अवश्य कराएं।
कलेक्टर ने कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन की गति को बनाए रखने की जरूरत है। सभी व्यापारियों तथा फुटकर व्यापारियों का आवश्यक रूप से वैक्सीनेशन कराएं। कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य निर्बाध गति से चलता रहना चाहिए। 45 आयु से अधिक के सभी नागरिक, अधिकारी-कर्मचारी कोरोना वैक्सीन जरूर लगाएं।
श्रमिकों को भी टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने पीएचई विभाग को पेयजल एवं निस्तारी के लिए पानी की उपलब्धता हेतु निर्देश दिए। केन्द्र शासन की ओर से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुल-पुलिया निर्माण के लिए 14 करोड़ 25 लाख रुपए की राशि मिली है। सभी कार्य बरसात के पहले तेजी से करें। डीएमएफ एवं विशेष केन्द्रीय सहायता योजना के संबंध में समीक्षा की जाएगी।
जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत ने कहा कि सभी जनपद सीईओ नरवा के डीपीआर बनाकर भेंजे। वैक्सीनेशन के कार्यों को विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करना है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से हुआ है, ऐसे में सैम्पल लेकर संक्रमित मरीज को आईसोलेट करना है और उनके उपचार की व्यवस्था करना है। उन्होंने कहा कि 24 घंटे के भीतर कोरोना संक्रमित मरीज की जांच हो जाना चाहिए। सही समय पर पहचान नहीं होने से दिक्कत बढ़ती है।