महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 13 अप्रैल। ग्राम खैरा के पटवारी हल्का नं 43 के किसानों ने सांसद कार्यालय पहुंच कर सासंद चुन्नीलाल साहू को आवेदन सौंप कर ग्राम खैरा के सामूहिक बंदोबस्त,त्रुटि सुधार के लिये समय सीमा निर्धारित करने की मांग की।
किसानों ने पत्र में बताया कि राजस्व विभाग की उदासीनता के कारण ग्राम खैरा के पटवारी हल्का नं 43 राजस्व मंडल महासमुन्द का प्रकरण 26 साल होने जा रहा है जिसमें की बंदोबस्त त्रुटी के कारण उस हल्का के किसानों को परेशानी हो रही है। किसान तहसील कार्यालय, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय एवं जिला कार्यालय का चक्कर लगाते आ रहे है, फिर भी किसानों की जमीन का निराकरण आज दिनांक तक नहीं हो पाया। किसानों ने अंतिम बार कलेक्टर जन दर्शन में दिनांक 25 जून 2021 को सामूहिक आवेदन भी दिया था।
बताया गया कि बंदोबस्त त्रुटि के कारण किसान अपनी जमीन पर काबिज तो है, लेकिन उस जमीन का खाता विभाजन न होने, नामांतरण ना होने ,के कारण शासकीय योजना का लाभ नहीं ले पा रहे है। राजस्व विभाग के द्वारा 2019 में एक टीम गठित की गई थी और उस टीम के द्वारा राजस्व, भू अभिलेख अधिकारी, हल्का पटवारी के अलावा दो, तीन अन्य सहयोगी, कर्मचारीयों के द्वारा मौके पर जा कर निरिक्षण किया गया था।
उसके बावजूद भी आज तक बंदोबस्त त्रुटि सुधार में कोई अधिकारी रूची नहीं दिखा रहे हैं। इससे परेशान होकर ग्राम खैरा के हल्का नं 43 के किसान संसद कार्यालय पहुंचे थे। सासंद चुन्नीलाल साहू ने इस मामले में कलेक्टर से दुरभाष से चर्चा कर किसानों के समस्या का तत्वरित निराकरण करने की बात कही। इस अवसर पर महेश चन्द्राकर, सुरेन्द्र चन्द्राकर, एवं प्रभावित अन्य किसान उपस्थित थे।