राजनांदगांव
गलत होने पर होगी दंडात्मक कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 अप्रैल। कलेक्टर टीके वर्मा ने नागरिकों से अपील करते कहा कि सैम्पल टेस्टिंग के समय अपना सही पता एवं मोबाइल नंबर की जानकारियां प्रदान करें, ताकि कोरोना संक्रमण को बढऩे से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि सैम्पल देते समय गलत पता एवं मोबाइल नंबर देने के कारण संक्रमित व्यक्ति को न तो उपचार मिल पाता है और न ही वह होम आईसोलेशन में रहता है। जिसकी वजह से वह स्वयं संक्रमित होता ही है, दूसरों को भी संक्रमित करता है।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि सैम्पल टेस्ंिटग के दौरान गलत पता एवं मोबाइल नंबर देने से कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का कार्य प्रभावित होता है। कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है। इसमें कोविड-19 पॉजिटिव मरीज से संपर्क स्थापित कर मरीज एवं उनके संपर्क में आने वाले उनके परिजनों एवं अन्य संभावित संक्रमित लोगों के स्वास्थ्य के संबंध में समस्त जानकारियां एकत्र की जाती है। इसके माध्यम से होम आइसोलेशन के मरीजों के स्वास्थ्य संकेतकों, दवाइयों इत्यादि की जानकारी ली जाती है तथा आवश्यकता पडऩे पर हॉस्पिटल में भर्ती किए जाने के लिए एम्बुलेंस सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है, लेकिन यह देखा जा रहा है कि कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के दौरान सैम्पल देते समय कुछ लोगों द्वारा अपना गलत पता, मोबाइल नंबर दिया जा रहा है। जिससे कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग करने में स्वास्थ्य विभाग की टीम को अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्वयं मरीज को स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिलने एवं अनावश्यक विलंब होने से मृत्यु होने की भी संभावना बनी रहती है। इनका यह कृत्य मोहल्ले एवं क्षेत्र में संक्रमण में होने वाली वृद्धि का भी कारक है।
कलेक्टर ने नागरिकों से अपील करते कहा कि सैम्पल टेस्टिंग के समय अपना सही पता एवं मोबाइल नंबर की जानकारियां प्रदान करें। गलत जानकारियां प्रदान करने वाले लोगों के विरूद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।