राजनांदगांव
मोंगरा बैराज के 650 क्यूसेक पानी से बढ़ेगा मोहारा एनीकट का जलस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 26 अप्रैल। भीषण गर्मी में शहर के मोहारा एनीकट भी सूखने के कगार पर है। तेज वाष्पीकरण के चलते शिवनाथ नदी का स्वरूप जहां सिमट गया है। वहीं जलस्तर घटने से शिवनाथ के तटीय इलाकों में पानी के लिए मारामारी की स्थिति बन रही है। बताया जा रहा है कि मोंगरा बैराज से मोहारा एनीकट के लिए 650 क्यूसेक पानी शनिवार को छोड़ा गया है। मोंगरा से मोहारा एनीकट तक पानी पहुंचने में करीब सप्ताहभर का वक्त लगता है।
सोमवार को बैराज का पानी रातापायली गांव तक पहुंच गया। उम्मीद की जा रही है कि अगले दो दिन में मोहारा एनीकट बैराज के पानी से लबालब हो जाएगा। इस संबंध में नगर निगम के जल प्रभारी अधिकारी उप अभियंता अतुल चोपड़ा ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि अगले एक-दो दिन में मोहारा एनीकट फिर से भर जाएगा। बैराज से मिले पानी से कम से कम एक माह शहर को पेयजल आपूर्ति होगी।
इधर मोंगरा बैराज प्रबंधन ने नगर निगम प्रशासन को यह भी आश्वस्त किया है कि जरूरत पडऩे पर 650 क्यूसेक की एक और खेप की आपूर्ति की जाएगी। बताया जा रहा है कि भीषण गर्मी के साथ पानी की खपत भी बढ़ी है। वर्तमान में राजनांदगांव शहर को 30 एमएलटी पानी की जरूरत पड़ रही है। मोंगरा बैराज के पानी से एक महीने तक शहर को पेयजल की समस्या नहीं होगी। इस बीच बैराज के पानी से मोखली एनीकट भी भर जाएगा। यानी इस एनीकट के भरने से राजनांदगांव के मोहारा एनीकट को भी जरूरत पडऩे पर पानी मिलेगा। उधर शिवनाथ के तटीय इलाकों में पानी चोरी की समस्या भी बढ़ी है।
बताया जा रहा है कि तटीय क्षेत्रों के बाशिंदों की ओर से खेती और निजी जरूरतों के लिए शिवनाथ से पानी निकाला जा रहा है। मोटर पंप के जरिये खेतों में पानी की आपूर्ति की जा रही है। जिसके चलते पानी का संकट गहराने लगा है।
बताया जा रहा है कि 27 तारीख की सुबह तक मोहारा एनीकट में पानी पहुंच जाएगा। जिससे आसानी से लोगों के घरों तक नलों के जरिये पहुंचेगा।