रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 8 मई। लॉकडाउन में जिला प्रशासन ने परिवहन को छूट दिया है, लेकिन शहर के केवड़ाबाड़ी, सारंगढ़, चक्रधर नगर सहित अन्य स्थानों से गंतव्य की ओर जाने वाली बस का परिचालन बस आपरेटरों द्वारा सवारी नहीं मिलने के कारण बंद कर दिया गया है।
बस परिवहन परिचालन बंद होने से इसका सीधा असर इससे जुड़े चालक, परिचालक, कन्डेक्टर व एजेंटों के सामने आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न होने लगा है। क्योंकि कोरोना काल में संक्रमण के चलते दफ्तर, शहर को बंद रखे जाने के कारण लोगों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। इसके साथ ही साथ जो जरूरी काम के वजह से आना-जाना करते हैं, उनके लिए भी गंभीर समस्या हो गई है।
जानकारी के अनुसार जिले के तीनों बस स्टैंड से हर दिन लगभग 130 से भी अधिक बसों का परिचालन होता है। यहां से चलने वाली बस यूपी, बिहार झारखंड, बनारस और ओडिसा की ओर जाती है जिससे इन बसों में सैकड़ों कर्मचारी काम करते हैं, लेकिन कोरोना ने परिवहन का एक मात्र साधन को ही रोक दिया है।
हालांकि 14 अप्रैल से लगे लाकडाउन में कुछ दिनों तक बसों का परिचालन हुआ, लेकिन अब बसों में यात्रियों का टोटा होने से सभी बसों के पहिये पूरी तरह से थम गए हंै। ऐसे में अगर बसों का परिचालन होता भी है तो इससे स्टाफ और डीजल का खर्च भी नहीं निकल पा रहा है। ऐसे में बस आपरेटरों के सामने भी बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।
इस दौरान बसों का किस्त शासन को देने वाले विभिन्न टेक्स पर कोई छूट नहीं मिली है। जिससे उन्हें हर हाल में भरना पड़ता है। इसके साथ ही इन बस से जुड़े लोगों की आर्थिक आजीविका ही छीन गई है। जिले में विगत 14 अप्रैल से बसों का परिचालन बंद होने से कुछ दिनों तक तो कर्मचारी अपना खर्च सही तरीके से चला लिए, लेकिन अब उनके सामने परेशानी खड़ी होने लगी है।