बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 11 मई। बीजापुर जिले के उसूर ब्लॉक के ग्राम पंचायत मल्लमपेटा जो कि ताल पेरू नदी किनारे बसा हुआ है। यह सुदूर ग्राम पंचायत विकास के नाम पर कोसों दूर है। ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल पीने की नसीब भी नहीं है। इस ग्राम पंचायत के कोततपेटा पारा में पीने के पानी के लिए 1 बोर पहले से ही बना हुआ था परंतु वह खराब पड़ा हुआ है।
ग्रामीणों ने बताया कि बोर से पानी तो निकला है परंतु उस बोर में हैंडपंप नहीं लगाया गया और बोर को यथावत छोड़ दिया गया है। प्लेटफार्म नहीं होने के कारण दूषित पानी व कुछ शरारती तत्वों के द्वारा विषैले पदार्थों को मिलाने की संभावना भी रहती है जिसकी खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है।
ग्रामीणों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों के कई हैंडपंप सालों से खराब पड़े हैं जिसकी शिकायत करने पर भी आज तक मरम्मत करने वाले दाता नहीं हैं जिससे ग्रामीण नदी-नाला के दूषित पानी पीने को ग्रामीण मजबूर हैं।
राहुल नाग एसडीओ पीएचई से दूरभाष से जानकारी लेने पर बताया कि दोनों ब्लॉक के लिए एक ही गाड़ी है और सभी सरपंच बीजापुर व ब्लॉक मुख्यालय में रहते हैं जिससे हमें जानकारी नहीं मिलती है। दोनों ब्लॉकों के लिए एक ही गाड़ी है। पाईप भी एक सप्ताह पहले ही आया है। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ बोर जनपद पंचायत के माध्यम से हुआ है तो जनपद ही लगाएगा। टूटे हुए प्लेटफार्म का मरम्मत के लिए टेंडर होने वाला है। जल्दी ही हमारी टीम पामेड़ एरिया जा रही है, ेक्नीशियन की भी कमी है।