महासमुन्द
भाजपा की जांच कमेटी आज गांव में
महिलाएं कह रहीं-बेटा नहीं होने का दंश झेल रही थीं मां-बेटियां
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 12 जून। दो दिन पहले शराबी पति से परेशान बेमचा निवासी एक महिला और उसकी 5 बेटियों के ट्रेन से कटकर आत्महत्या मामले में पुलिस ने महिला के पति को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच के लिए भारतीय जनता पार्टी ने एक जांच दल का गठन किया है। जांच दल शनिवार को बेमचा पहुंचकर मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
जानकारी के अनुसार गुरूवार को ही भाजपा ने मामले में जांच दल गठित किया था। जांच के लिए भाटापारा विधायक व प्रदेश महामंत्री शिवरतन शर्मा को कमेटी का प्रमुख बनाया गया है। इसके अलावा जांच दल में सांसद चुन्नीलाल साहू, भाजपा जिलाध्यक्ष रूपकुमारी चौधरी, पूर्व विधायक डॉ. विमल चोपड़ा और पूनम चंद्राकर को शामिल किया गया है। यह टीम शनिवार को बेमचा पहुंचकर पीडि़त परिवार से मुलाकात कर घटना के कारण और इसके पीछे की वजह जानने का प्रयास करेगी। टीम सारी परिस्थितियों के बारे में मीडिया को भी जानकारी देगी और भाजपा महिला मोर्चा इस मामले में मौन रैली निकालकर पूर्ण शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपेगी।
बेटे न होने के ताने भी
गांव की महिलाएंं आपस में इस बात का भी जिक्र कर रही हैं कि मृतका उमा को बेटे नहीं होने के कारण भी ताने दिए जाते थे। पहले उसका परिवार गांव के अंदर रहता था। केजऊ के छोटे भाई की मौत के बाद वह पत्नी और बच्चियों को साथ लेकर परिवार में रहने चला आया। जहां परिजन केजऊ का कोई बेटा नहीं होने के ताने मृतका को देते थे। बेटियों को भारी प्रताडऩाओं से गुजरना पड़ता था। ‘छत्तीसगढ़’ को यह बात बताते हुए पड़ोस की महिला ने कहा कि बेटे बेटी वाली बात भी हर परिवार में खटकता है। विज्ञान ने तो बता दिया है कि इसमें महिला का कोई दोष नहीं, फिर भी वही प्रताडि़त होती है। बेटे के लिए इतना बड़ा परिवार होने के बाद भी परिवार आगे औलाद की इच्छा रखता था, लेकिन उमा ने टीटी ऑपरेशन करा लिया। बेटियों को सम्मान देने लगी। पढ़ाने लगी तो परिवार एकतरफा हो गया और परिणाम यह हुआ। उक्त महिला ने बताया कि बच्चियों को दाने-दाने के लिए मोहताज होना पड़ता था, कपड़े तक के लिए तकलीफ मिलती थी।