राजनांदगांव
खैरागढ़ एसडीएम करेंगे जांच
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20 जून। खैरागढ़ के बहुचर्चित करन बाल्मिक आत्महत्या की न्यायिक जांच के आदेश के बाद घटना के सही तथ्यों का खुलासा होगा। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने मृतक युवक की पत्नी मोनिका बाल्मिक द्वारा न्यायिक जांच किए जाने के बाद इस आशय के आदेश जारी कर दिए हैं।
बताया जा रहा है कि खैरागढ़ एसडीएम लवकेश धु्रव न्यायिक जांच करते हुए लाईन हाजिर हुए खैरागढ़ थाना तत्कालिन सब इंस्पेक्टर मनीष शेंडे और एएसआई अनाराम साहू सहित 5 आरक्षकों को सवाल-जवाब के लिए तलब करेंगे। बताया जा रहा है कि खैरागढ़ थाना स्टॉफ पर लगे संगीन आरोप को प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए एसडीएम को जांच के लिए अधिकृत किया है। स्टॉफ पर शिकायतकर्ता द्वारा आरोप लगाया गया है कि पूछताछ के नाम पर युवक की बेदम पिटाई की गई। वहीं 5 लाख रुपए की मांग के लिए दबाव बनाया गया। मानसिक रूप से परेशान होकर 17 मई को करन बाल्मिक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।
बताया जा रहा है कि मामले को रफा-दफा करने के लिए भी पुलिसकर्मियों ने भरपूर कोशिश की। आखिरकार पत्नी द्वारा एसपी समेत आईजी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। वहीं कांग्रेस द्वारा भी दोषियों पर कार्रवाई करने के लिए दबाव बनाया गया। बताया जा रहा है कि एसपी ने विभागीय जांच का आदेश देते 5 पुलिसकर्मियों को लाईन हाजिर कर दिया। एसपी की कार्रवाई से पत्नी संतुष्ट नहीं थी। लिहाजा कलेक्टर से मिलकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की। यहां यह बता दें कि करन बाल्मिक को खैरागढ़ के शराब दुकान में हुए 32 लाख के गबन के मामले में पुलिस ने थाना तलब किया था। पुलिस का दावा है कि गबन के मुख्य आरोपी द्वारा कुछ रकम करन बाल्मिक को दिए जाने का बयान दिया गया। इस आधार पर पुलिस ने बाल्मिक को थाना में पूछताछ के लिए बुलाया था। लगातार पुलिस पूछताछ से परेशान होकर उसने खुदकुशी की। मृतक की पत्नी का दावा है कि पुलिस ने मामले के निपटारे के लिए भारी-भरकम रकम की मांग की। जिसके दबाव में आकर करन ने आत्महत्या कर ली।