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महासमुंद, 8 जुलाई। अज्ञात वाहन की चपेट में आने से बाइक सवार की मौत हो गई। पुलिस ने अज्ञात चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। घटना पिथौरा थाना क्षेत्र के ग्राम जंघोरानाला ठाकुरदिया रोड की बताई जा रही है। हादसा बुधवार देर शाम को घटित हुई है। मृतक ग्राम खपराखोल का निवासी है।
पुलिस के अनुसार ग्राम खपराखोल निवासी रूपेश सिन्हा अपनी बाइक से पिथौरा गया था। काम होने के बाद वह घर वापस लौट रहा था। जैसे ही ग्राम जंघोरा के पास ठाकुरदिया रोड के पास रात 7.30 बजे पहुंचा, उसी समय अज्ञात वाहन पीछे से तेज रफ्तार आई और बाइक को टक्कर मार दी। घायल को शासकीय अस्पताल पिथौरा भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
वहीं ग्राम घोड़ारी निवासी अतीश अपने दोस्त लक्ष्मण निषाद की बाइक को लेकर 1 जुलाई को महासमुंद गया था।
शाम 7 बजे वापस गांव आ रहा था। राष्ट्रीय राजमार्ग 353 घोड़ारी पुल के नीचे कार क्रमांक सीजी 06 जीवी 7943 के चालक राजा साहू ने लापरवाही पूर्वक चलाते हुए टक्कर मार दी। घायल को जिला अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद मेकाहारा रायपुर रेफर कर दिया गया है।
महासमुंद, 8 जुलाई। शहर से लगे ग्राम खरोरा में पुलिस विभाग ने पुलिस सहायता केंद्र खोला है। यहां एक प्रधान आरक्षक की तैनाती की गई है, जो सुबह व शाम तैनात रहते हैं। शहर की पुलिसिंग व्यवस्था बेहतर हो इसलिए पुलिस अधीक्षक ने जरूरत के हिसाब से पुलिस सहायता केंद्र स्थापित किया है। उक्त केंद्र में थाना प्रभारी का नंबर भी अंकित है। इस तरह कोतवाली पुलिस के अंडर में अब चार सहायता केंद्र हो गए हैं। इनमें से तीन शहर के आसपास हंै और एक केंद्र ग्राम घोड़ारी में है।
कोतवाली प्रभारी सिदे्श्वर प्रताप सिंह ने बताया कि ग्राम खरोरा में दो-तीन महीने पूर्व सहायता केंद्र खोला गया है। गांव के तालाब के पास शहीद उद्यान है। रात में तालाब व शहीद उद्यान के आसपास शराब पीने वालों की भीड़ लग जाती थी। इससे रात में क्षेत्र का माहौल खराब हो रहा था और गंदगी पसर रही थी। गांव वालों ने इसकी शिकायत की थी और सहायता केंद्र की मांग की थी।
उनकी मांग पर पंचायत द्वारा बनाए गए भवन में केंद्र संचालन किया जा रहा है। केंद्र खुलने से वहां शराबखोरी बंद हो गई है। यहां एक प्रधान आरक्षक तैनात रहता है। शहर में तीन व 10 किमी दूर स्थित ग्राम घोड़ारी में एक सहायता केंद्र है। आसपास के क्षेत्र में लोगों को सहायता के लिए ये केंद्र खोला गया है ताकि आपराधिक तत्व के लोग अपराध करने से डरें। शहर का पहला सहायता केंद्र नयापारा शिव चौक में है। दूसरा बस स्टैंड में है। तीसरा ग्राम घोड़ारी फोनलेन ब्रीज के नीचे स्थित है। चौथा केंद्र खरोरा में खुला है।
बच्चों को पोषण आहार, गर्भवतियों को गर्म भोजन नहीं मिला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 8 जुलाई। जिले के आंगनबाडिय़ों में ताला लगाकर कार्यकर्ता और सहायिका प्रदर्शन करने चली गई तो जिले भर के पंजीकृत बच्चों को पोषण आहार और गर्भवतियों को गर्म भोजन नहीं मिल पाया और यही स्थिति दो दिन और बनी रहेगी क्योंकि आंगनबाड़ी सहायिका व कार्यकर्ता संघ के अलावा दो अन्य संगठन एक होकर कल गुरूवार से अपनी 7 सूत्रीय मांगों को लेकर 3 दिनी हडताल पर हैं। जानकारी अनुसार ये जिला मुख्यालय और राजधानी में प्रदर्शन करेंगे।
इनकी मांगों में मासिक पेंशन व समूह बीमा योजना के लिए नीति निर्धारण, सेवानिवृत्त और मृत्यु पर कार्यकर्ता को 5 और सहायिकाओं को 3 लाख रुपए एकमुश्त राशि देने, सुपरवाइजर के रिक्त पद पर शत-प्रतिशतए बिना उम्र बंधन और बिना परीक्षा लिए चयन करने, सहायिकाओं को कार्यकर्ताओं के रिक्त पदों पर नियुक्त करने, प्रदेश स्तर पर रिक्त पदों को शीघ्र भरने, मोबाइल रिचार्ज तक एप संबंधी कार्य नहीं लिए जाने, पर्यवेक्षक भर्ती के लिए परीक्षा में 45 वर्ष से अधिक को परीक्षा देने की अनुमति और राज्य शासन के अतिरिक्त मानदेय को भी केंद्र की तरह ऑनलाइन करने की मांग शामिल है।
महासमुंद, 8 जुलाई। महासमुंद कांग्रेस जिला अध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राज में किसानों को किसी भी प्रकार की कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है। कांग्रेस की सरकार चौबीसों घंटे हर स्थिति में किसानों के साथ है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्र सरकार के अड़ंगे के बावजूद किसानों का धान 2500 रुपए की दर से खरीद रहे हैं। सरकार बनते ही किसानों का कर्जा माफ किया गया।
केन्द्र सरकार प्रायोजित बारदाना संकट से मुकाबला करते हुए किसानों का दाना-दाना खरीद रहे हैं। राज्य के किसानों से सरकार इस वर्ष 110 लाख टन धान समर्थन मूल्य एमएसपी पर खरीदेगी। यह राज्य में एमएसपी पर धान खरीदी का अब तक का सबसे बड़ा लक्ष्य है। धान खरीदी के लिए गठित मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक में यह फैसला किया गया है। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की अध्यक्षता में मंत्रालय में हुई इस बैठक में बीते वर्ष की तरह इस बार भी किसानों के पुराने बारदानों में भी धान खरीदने का फैसला किया गया है। धान बेचने के लिए पहले से पंजीकृत किसानों को पंजीयन नहीं करना पड़ेगा। नए किसान एक जुलाई से 31 अक्टूबर तक पंजीयन करा सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 8 जुलाई। एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगने के 6 दिन बाद प्रशासन की नींद खुली और कार्रवाई की गई। अधिकारी-कर्मचारियों न गुरूवार को नगर क्षेत्र के छोटे-बड़े दुकानदारों और व्यापारियों के यहां छापामार कार्रवाई की। सीएमओ आशीष तिवारी ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर नगर पालिका प्रशासन ने प्रतिबंधित पॉलीथिन पकड़ो अभियान की शुरुआत कर दी है। अभियान के तहत शहर के आमबाजार, अपना मार्केट से प्रतिबंधित प्लास्टिक, डिस्पोजल गिलास जब्त किए गए हैं।
स्वच्छ भारत मिशन के नौशाद बक्श ने बताया कि प्रशासन ने 5 किलो से अधिक प्रतिबंधित पॉलीथिन व दर्जनों प्लास्टिक गिलास के पैकेट जब्त किए हैं। सीएमओ ने चेतावनी देते हुए कहा है कि शासन की मंशा के अनुसार प्रतिबंधित पॉलीथिन के विरुद्ध अभियान चलता रहेगा। दुकानदार और व्यापारी इस कार्रवाई से बचने के लिए प्रतिबंधित पॉलीथिन का उपयोग पूरी तरह बंद कर दें। पॉलीथिन पकड़ो अभियान में स्वच्छ भारत मिशन के समन्वयक नीतू प्रधान आदि थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 8 जुलाई। कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने आकस्मिक भ्रमण के दौरान कलेक्टर ने जनपद, तहसील एवं एसडीएम कार्यालय पहुंचकर देखा कि कार्यालय के सामने परिसर में बारिश के समय गड्ढों में कीचड़ एवं पानी का जमाव हो रहा है। इस पर उन्होंने कार्यालय परिसर के सामने समतलीकरण कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कार्यालय परिसर को साफ.सफाई एवं जर्जर भवनों को डिस्मेंटल कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद पंचायत कार्यालय परिसर में संचालित बिहान कैंटीन का भी अवलोकन किया। यहां आदर्श महिला स्वसहायता समूह की अध्यक्ष पूनम राजपूत एवं सचिव रजनी यादव ने बताया कि बिहान कैंटीन में भोजन चाय-नास्ता सहित अन्य खाने की चीजें बनाई जाती है। जिससे वे बिक्री कर अच्छी आमदनी कर रही है।
इस दौरान स्वसहायता समूह की महिलाओं ने कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस आलोक सहित अन्य अधिकारियों को चाय नाश्ता करने का आग्रह किया। उनके द्वारा बनाए गए स्वादिष्ट नाश्ते एवं बनाए गए चाय की तारीफ की और उन्होंने नगद भुगतान किया। कलेक्टर ने स्वसहायता समूह की महिलाओं के लिए फोटोकॉपी मशीन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिससे कि कार्यालय आने वाले लोगों को परिसर में ही फोटोकॉपी कराने की सुविधा उपलब्ध हो सके।
इस दौरान कलेक्टर क्षीरसागर ने पिथौरा के नगरीय क्षेत्र के अंतर्गत सवा दो एकड़ भूमि पर बनने वाले कृष्ण कुंज एवं गौठान के लिए वार्ड क्रमांक 4 के एसआरएलएम मणिकंचन केन्द्र के सामने लगभग सवा दो एकड़ चिन्हांकित भूमि का जायजा लिया। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि इस भूमि की अग्रिम आधिपत्य नगरीय निकाय के पास है। लेकिन कुछ लोगों द्वारा पूर्व में घास भूमि के खलिहान को अतिक्रमण कर लिया गया है।
कलेक्टर ने इस भूमि पर किए गए अतिक्रमण को शीघ्र हटाने के निर्देश दिए और कहा कि कृष्ण कुंज और गौठान क्षेत्र के लिए आरक्षित जमीन को आवश्यक फेसिंग एवं निर्माण कार्य शीघ्र कराएं। जिससे की पौधे लगाने पर पौधों की सुरक्षा हो सके। उन्होंने फेसिंग के साथ ही प्रवेश द्वार बनाने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने कहा कि कृष्ण कुंज बनने से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही नगरीय क्षेत्र के लिए एक मनोरम केन्द्र भी बनेगा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सभी जरूरी कार्य अति शीघ्र प्रारम्भ करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राकेश गोलछा सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 8 जुलाई। भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व भैया बलराम तीनों अब कुछ ही दिन में अपनी मौसी के यहां से वापस मंदिर गर्भगृह में लौटेंगे। वापसी की इस यात्रा को बहुड़ा यात्रा कहते हैं जिसकी तैयारियां बड़े जोर-शोर से चल रही हैं। मालूूम हो कि भगवान की वापसी यात्रा को बहुड़ा यात्रा पर्व के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है। कोरोना काल के कारण पिछले दो सालों से इस यात्रा पर्व को सामान्य ढंग से मनाया गया था। लेकिन इस बाद बहुड़ा यात्रा में काफी उत्साह रहेगा।
मालूम हो कि इस यात्रा को ज्यादातर ओडिशा क्षेत्र के प्रवासियों द्वारा मनाया जाता है। महासमुंद शहर में भी करण महांती समाज के लोग बड़ी संख्या में निवास करते हैं और पिछले 10 सालों से बहुड़ा यात्रा मना रहे हैं। बहुड़ा यात्रा की अगुवाई आर्ष गुरुकुल के छात्र शौर्य प्रदर्शन करते हुए करेंगे। साथ ही दुर्गा वाहिनी की बहनों के अलावा सर्व समाज की भी सहभागिता होगी। वहीं महिलाओं द्वारा भजन मंडली का आयोजन भी होगा।
आगामी 10 जुलाई को होने वाली बहुड़ा यात्रा पर्व को लेकर करल गुरूवार को करण मोहंती समाज के पदाधिकारी व सदस्यों की बैठक हुई। जिसमें संबंधितों को जिम्मेदारी दी गई। बैठक में प्रमुख रूप से संयोजक किशोर कुमार महांती, राज किशोर महांती, अध्यक्ष मनोहर महांती, युवा मंच एवं तारिणी महिला मंच की महिलाएं,सर्व समाज से डॉ.संजीव करमाकर भी मौजूद थे।
पारंपरिक कथानुसार भगवान औषधियुक्त काढ़ा पीकर स्वस्थ होते और रथ यात्रा के दौरान भक्तों को दर्शन देने मंदिर से निकलते हैं। इसके बाद देर रात अपनी मौसी के यहां पहुंचते हैं। यहां भगवान करीब 8 दिनों तक मौसी के घर रहने के बाद वापस मंदिर लौटते हैं। अभी भगवान अपने मौसी के घर हैं और भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। आगामी 10 जुलाई को भगवान की मंदिर में वापसी होगी।
ज्ञात हो कि 24 जून को स्नान करने के बाद भगवान बीमार हो गए थे। इसके बाद 29 जून से स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए काढ़ा पिलाया गया। 30 को स्वस्थ हुए और 1 जुलाई को दर्शन के लिए मंदिर से बाहर निकले थे और भक्तों ने रथयात्रा पर्व मनाया। मौसी के घर से वापस भगवान मंदिर के गर्भगृह में विराजित होंगे। इसके बाद वे 5 महीने के लिए निंद्रा में रहेंगे। जब तक भगवान निंद्रा में रहेंगे, मांगलिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं होगा। इसके लिए उनके उठने का इंतजार करना होगा। भगवान नवंबर में देव उठानी एकादशी यानी छोटी दीवाली के दिन उठेंगे। उसी दिन से मांगलिग कार्य शुरू होंगे।
बिरकोनी में चौपाल लगाकर संसदीय सचिव ने सुनी ग्रामीणों की समस्याएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 8 जुलाई। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर की अगुवाई में ग्रामीणों की समस्याओं के निराकरण के लिए तुंहर विधायक तुुंहर द्वार अभियान का फिर से आगाज हुआ है। कल गुरूवार को ग्राम बिरकोनी में संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने सघन जनसंपर्क किया। बाद इसके चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। संसदीय सचिव चंद्राकर ने गांव का भ्रमण किया। इस दौरान ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं बताते हुए मांग रखी।
सतनाम पारा के भुरूराम कुर्रे, राजेश्वर,पुनेश्वर कुर्रे आदि ने पेयजल की समस्या से अवगत कराते हुए बताया कि मुहल्ले के पास में ही तीन एचपी का मोटर चलता है जिसे पाइपलाइन के माध्यम से पानी की आपूर्ति कराई जाए। साथ ही गली में सीसी रोड, प्राथमिक शाला में आहाता निर्माण, परसवानी रोड से होते हुए आंगनबाड़ी तक मार्ग निर्माण, सोलर लाइट लगाने व तालाब में पचरी निर्माण की मांग रखी।
जिस पर संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। बाद इसके संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान उन्होंने शासन की योजनाओं का जिक्र करते हुए उनका लाभ उठाने का आव्हान किया। इस अभियान में प्रमुख रूप से मंडी अध्यक्ष हीरा बंजारे, जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष रश्मि चंद्राकर, जिला पंचायत सदस्य अमर चंद्राकर, कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष ढेलू निषाद, खिलावन बघेल आदि मौजूद थे।
प्रति एकड़ 10 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि देने की योजना से किसानों ने अपनाया फसल चक्र-मोहंती
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 जुलाई। इस साल महासमुंद जिले के किसानों ने 19.150 हेक्टेयर रकबे में दलहन व 4.160 हेक्टेयर में तिलहन की फसल ली है। इन फसलों की एमएसपी भी अधिक है। इससे किसानों को फायदा भी हो रहा है। कहा जा रहा है कि इस साल दलहन का रकबा 9 हेक्टेयर बढ़ा है। पूर्व में दलहन की फसल 10.440 हेक्टेयर में लिया गया। वर्तमान में 19 हेक्टेयर में ले रहे हैं। वहीं तिलहन की फसल पिछले साल 2.591 हेक्टेयर मेें ली गई थी। लेकिन इस साल 19.150 में दलहन की फसल ली गई है। इसमें सबसे ज्यादा उड़द की फसल है। 16.960 हेक्टेयर में किसानों ने उड़द की फसल ली है। वहीं तिलहन फसल में अब तक मूंगफली 2.432 हेक्टेयर में ली जाती थी पर इस बार 3.980 हेक्टेयर में किसानों ने मूंगफली फसल ली है।
कृषि उप संचालक अमित मोहंती के मुताबिक हर साल फसल के बदलाव से मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ती है। साथ ही फसलों का उत्पादन भी बेहतर होता है। लगातार एक ही फसल लेने से मिट्टी में नाइट्रोजन की कमी होने लगती है। जिससे मिट्टी अम्लीय व क्षारीय हो जाती है। धान के बदले अन्य फसल लगाने वाले किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि देने की योजना राज्य सरकार ने बनाई है। इससे दलहन व तिलहन का रकबा बढ़ा है। धान की फसल में अधिक लागत लगती है। सिंचाई के लिए पानी सहित खाद व बीज पर अधिक खर्च करना पड़ता है। जबकि दलहन-तिलहन में लागत कम लगती है। धान के अलावा अन्य फसलों का समर्थन मूल्य भी अधिक है। उड़द व मूंग की फसल महासमुंद जिले में होती है और इसका समर्थन मूल्य धान से दो से तीन गुना ज्यादा है।
महासमुंद जिले में 1.39 लाख किसान 241 हेक्टेयर रकबे में खेती करते हैं। पिछले साल 241.918 हेक्टेयर धान का रकबा था। धान का समर्थन मूल्य 25 सौ रुपए होने के बावजूद इस साल किसानों ने दलहन व तिलहन की फसल लेने में रुचि दिखाई है। खरीफ सीजन में यहां धान की फसल हर साल अधिक होती थी, लेकिन इस बार 5 हजार हेक्टेयर धान का रकबा कम हुआ है। इसका कारण पानी की कमी को बताया जा रहा है।
कृषि उप संचालक अमित मोहंती कहते हैं कि धान के साथ अन्य फसलों की खेती करने से किसानों के साथ-साथ पर्यावरण को भी इसका फ ायदा मिलता है। खेतों की मिट्टी में बदलाव आते हैं और उत्पादन की क्षमता बढ़ती है। किसानों को कम समय व कम लागत में लाभ होता है। खाद की मारामारी से भी किसानों को राहत मिलती है।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले साल धान का रकबा 241.918 हेक्टेयर था। जिसमें जिले के करीब 1 लाख 39 हजार किसानों ने धान की फसल ली थी और समर्थन मूल्य में बेचा था। लेकिन इस साल धान का रकबा घटकर 237.030हेक्टेयर हो गया है। यानी 5 हेक्टेयर रकबा पिछले साल के मुकाबले कम है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 जुलाई। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय के विज्ञान संकाय में 4.70 लाख की लागत से लैब सामाग्री खरीदी कर नए कम्प्यूटर लैब की स्थापना की जाएगी। पीजी कॉलेज की जनभागीदारी समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। कल बुधवार को पीजी कॉलेज में जनभागीदारी समिति की बैठक अध्यक्ष व संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर की अध्यक्षता में संपन्न हुई जिसमें प्रभारी अधिकारी डॉ दुर्गावती भारतीय ने पिछले वर्ष की आय.व्यय तथा बैठक के एजेंडे की जानकारी दी। जिसमें कॉलेज व विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए प्रस्तावों पर अध्यक्ष ने सहमति प्रदान की।
बैठक के दौरान महाविद्यालय में छात्र संख्या के आधार पर नए सेटअप शासन को भेजने की प्रक्रिया को लेकर भी विचार विमर्श किया गया। जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष व संसदीय सचिव ने जनभागीदारी समिति की बैठक हर तीन महीने में आयोजित करने के निर्देश दिए। बैठक में प्रमुख रूप से जनभागीदारी समिति की सचिव व प्रभारी प्राचार्य डा. अनुसूइया अग्रवाल सहित दाउलाल चंद्राकर, संजय शर्मा, हरिकृष्ण भार्गव, किशन देवांगन, गौरव चंद्राकर, योगेश गंडेचा, रमाकांत गायकवाड़,अमन चंद्राकर, डॉ ईपी चेलक,अजय राजा व राजेश शर्मा मौजूद थे।
बैठक के दौरान विज्ञान संकाय के रसायन शास्त्र के लिए एक लाख, गणित के लिए पचास हजार, भौतिकी के लिए 70 हजार, वनस्पति शास्त्र व प्राणी शास्त्र के लिए 60-60 हजार रुपए तथा भूगोल विभाग के लिए एक लाख तीस हजार रुपए की लागत से लैब सामाग्री क्रय करने का निर्णय लिया गया। इसी तरह महाविद्यालय में सहायक प्राध्यापकों के दो पद, तकनीशियन के एक पद, प्रयोगशाला परिचारक के दो पद व चतुर्थ श्रेणी के दो पर भर्ती करने, कला संकाय स्नातकोत्तर विभाग के लिए आलमारी व नोटिस बोर्ड क्रय करने, वाणिज्य संकाय में नवीन कम्प्यूटर लैब की स्थापना, स्नातकोत्तर विभाग के लिए छह नग प्रोजेक्टर खरीदने, पर्यावरण संरक्षण के लिए टंकी निर्माण व पाइपलाइन विस्तारीकरण सहित कई प्रस्तावों पर मंजूरी दी गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 जुलाई। बसना नगर पंचायत में 5 जून को हुए मारपीट के मामले में सीएमओ के एफआईआर दर्ज कराने के बाद वार्ड क्रमांक 6 के पार्षद पवन उर्फ सोनू सोनवानी ने भी सीएमओ के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने इस मामले में काउंटर रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
पुलिस के अनुसार पार्षद ने आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराया है कि सीएमओ अशोक सालामे ने जाति सूचक टिप्पणी करते हुए उनके साथ गाली गलौज कर मारपीट की है। इससे पहले सीएमओ ने पार्षद पर मारपीट का आरोप लगाते हुए मंगलवार को रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
महासमुंद, 7 जुलाई। केंद्रीय विद्यालय में कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों के लिए तरुणोत्सव के तहत कॅरियर गाइडेंस कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीआईटी दुर्ग के प्रो डा. संजीव कर्माकर थे। अध्यक्षता स्नातकोत्तर शिक्षक अंग्रेजी के एसके सिंह ने किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि ने बच्चों के रुचि के अनुसार विषय चयन पर जोर देते हुए विज्ञान, गणित, कला व कंप्यूटर साइंस विषय की जानकारी दी। विभिन्न विषयों पर कॅरियर की संभावना को विद्यार्थियों को समझाते हुए अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि लक्ष्य निर्धारण कर पढ़ाई करने से मंजिल जरूर प्राप्त होती है। कार्यक्रम का संचालन तरुणोत्सव प्रभारी जितेंद्र कुमार चंद्राकर, प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक गणित व आभार व्यक्त लोकेश सिंह ने किया। कार्यक्रम में केवी के प्राचार्य अशोक चंद्राकर उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 जुलाई। चिटफंड कंपनी में जमा रकम की वापस के लिए जिला कार्यालय पहुंच रहे उपभोक्ता मायूस होकर वापस लौट रहे हैं। जबकि प्रशासन ने जारी विज्ञप्ति में उपभोक्ताओं को कंपनियों से मिले बॉन्ड, रसीद के साथ संपर्क करने की बात को लेकर खबर प्रकाशित कराया था। वहीं राशि लेने उपभोक्ताओं का कलेक्टोरेट पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया था। लेकिन जानकारी मिलने पर वापस लौटते रहे। दरअसल, प्रशासन की ओर से मंगलवार को एक विज्ञप्ति जारी की गई थी। जिसमें चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वाले उपभोक्ताओं को प्रशासन द्वारा कंपनियों की जब्त संपत्ति नीलाम करने के बाद मिली राशि वापस के लिए संपर्क करने की सूचना दी गई थी।
इसमें उन्हें कंपनी से मिले बॉन्ड रसीद और राशि प्राप्त करने के लिए प्रशासन की ओर से कुछ महीने पहले जमा किए गए दस्तावेज राशि की जानकारी और बदले में मिली रसीद के साथ जिला कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया था। सूचना के आधार पर सुबह से लोग जिला कार्यालय राशि मिलने की आस में कलेक्टोरेट पहुंचे जहां उन्हें अफसरों ने बताया कि उनकी निवेश की राशि जिन जिलों में कंपनी द्वारा निवेश की गई है, वहां की जब्त संपत्तियों को नीलाम कर राशि उपभोक्ताओं को दी जाएगी। इसके लिए उन्हें उक्त सभी दस्तावेजों के साथ उन जिला कार्यालय में संपर्क करना होगा।
यह जानकारी मिलते ही पहुंचे उपभोक्ता मायूस होकर वापस लौट गए। प्रशासन की ओर से बताया गया कि शासन ने विभिन्न चिटफंड कंपनियों द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों में संपत्ति खरीदी थी जिसे शासन द्वारा जब्त कर नीलाम की गई है। इसमें दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव, रायपुर कोरबा और धमतरी शामिल है। जिसमें यहां के निवेशक उक्त जिलों में संपर्क करने जा सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 जुलाई। टॉयलेट शीट लेकर ओडिशा जा रही मेटाडोर को पीछे से प्लाई लेकर ओडिशा की ओर जा रहे कंटेनर ने कल बुधवार को जोरदार टक्कर मार दिया।
इससे सडक़ किनारे खड़ी मेटाडोर आगे बढक़र सडक़ किनारे बने सीमेंट के रेलिंग में च? गई। इस हादसे में केवल गाडिय़ों को ही नुकसान पहुंचा है।
घटना कल सुबह 4 बजे की बताई जा रही है। मेटाडोर के परिचालक मुरैना निवासी विकास रावत ने बताया कि मेटाडोर सुबह चार बजे खराब हो गई थी। इसलिए उसे सडक़ किनारे खड़ी किया था। चालक रायपुर गया है।
कुछ देर बाद कंटेनर के चालक ने तेज एवं लापरवाहीपूर्वक चलाते हुए पीछे से टक्कर मार दी। कंटेनर की रफ्तार तेज होने के कारण टक्कर होते ही मेटाडोर रेलिंग पर चढ़ गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 जुलाई। सरायपाली के ओडिशा बार्डर से लगे 70-80 गांवों में पिछले दो दिनों से अंधेरा छाया हुआ है। बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से शिकायत के बाद भी समस्या दूर नहीं हो पा रही है। अधिकारी फाल्ट की बात तो मान रहे हैं, लेकिन कोरा आश्वासन देकर मामले में टालमटोल कर रहे हैं। इस क्षेत्र में बारिश नहीं होने से ग्रामीण उमस व गर्मी से परेशान है। वहीं रात में जहरीले जीव-जंतुओं का भी भय है। इसके अलावा बड़ी समस्या पीने के पानी की भी है। बिजली न आने से नलों में पानी नहीं आ रहा है। पिछले दो दिनों से ग्रामीण पेयजल व निस्तारी की समस्या से जूझ रहे हैं।
सरायपाली जोन के कार्यपालन अभियंता आरके अरोरा ने बताया कि 132केवी व दो सब स्टेशन में फाल्ट होने के कारण गांवों में लाइट बंद है। जल्द ही फाल्ट ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है। मालूम हो कि यह गांव जिले के अंतिम छोर व ओडिशा बार्डर से लगा हुआ है। इन सारी समस्याओं के बीच बच्चे चिमनी की रोशनी में पढ़ाई करने का मजबूर हैं। ग्राम पैकिन, कुदका, खम्हारपाली, भोथलडीह, सागरपाली, सिंघोड़ा सहित आसपास गांव में बिजली नहीं है। पूरा गांव ब्लैक आउट है।
सागरपाली के ग्रामीण विरेन्द्र कर, निलेश तिवारी, संपत, अखिलेश ने बताया कि गांव में दो दिन से बिजली नहीं है। बिजली बंद के संबंध में विद्युत विभाग के अधिकारियों से जब बात करते हैं तो वे फाल्ट बताकर टालमटोल करते हैं। बच्चों से लेकर बूढ़े तक बिजली न होने से परेशान हैं। लाइट न होने से बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। निस्तारी सहित पेयजल की भी समस्या बनी हुई है।
महासमुंद, 7 जुलाई। जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने बुधवार को शासकीय कर्मचारी घोषित करने सहित 6 सूत्रीय मांग को लेकर पटवारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठ नारेबाजी की। इसके बाद दोपहर 2 बजे रैली निकालकर कलेक्टोरेट पहुंचे और घेराव किया। यहां डिप्टी कलेक्टर नेहा भेडिय़ा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। संघ की जिलाध्यक्ष द्रौपति साहू ने बताया कि 6 सूत्री मांग को लेकर लगातार शासन.प्रशासन से मांग करते आ रहे हैं, लेकिन मांगें पूरी नहीं हुई हैं। 22 सितंबर 2021 से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। 10 से 16 दिसंबर तक राजधानी में 7 दिवसीय धरना? प्रदर्शन व रैली की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
शासकीय कामकाज में गति के साथ कसावट लाने अधिकारियों को निर्देश दिए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 7 जुलाई। मुख्यमंत्री द्वारा जिले में आकस्मिक दौरे को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस आलोक ने कल पिथौरा विकासखंड के तहसील कार्यालय, जनपद पंचायत, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, मातृ शिशु अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
उन्होंने सभी विभागों को तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री जमीनी स्तर पर जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन तथा सरकारी कामकाज की समीक्षा के लिए जिले में अब कभी भी आ सकते हैं। इसलिए मैदानी अमले की मुख्यालयों में नियमित उपस्थिति, स्वास्थ्य केंद्रों में सभी सुविधाएं, स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में सभी व्यवस्थाएं, राजस्व विभाग के प्रकरणों का त्वरित गति से निराकरण, पेंशन वितरण, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना एवं सहित अन्य शासकीय काम काज में गति और अधिक कसावट लाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
कलेक्टर क्षीरसागर ने तहसील एवं एसडीएम कार्यालय में राजस्व प्रकरणों का अवलोकन कर मौके पर उपस्थित अधिकारीए कर्मचारियों से निराकृत एवं लंबित राजस्व प्रकरणों के संबंध में जानकारी ली। अधिकारियों को लंबित राजस्व प्रकरणों का शीघ्र निराकरणए रिकार्ड सुरक्षित रखने के निर्देश भी दिए। उन्होंने नामांतरणए बंटवाराए सीमांकन आदि के अलावा जातिए निवासए आय प्रमाण पत्र के लंबित प्रकरणों के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को समय.सीमा में सभी लंबित प्रकरणों का निराकरण करने तथा आयए जाति व निवास प्रमाण पत्र जल्द से जल्द बनाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने एवं किसानों के राजस्व प्रकरणों को नियमानुसार समय.सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए।
प्राप्त लंबित आवेदनों को त्वरित निराकरण करनेए भू.अर्जन प्रकरणों का निराकरण एवं मुआवजा वितरणए नामांतरण.बंटवाराए अतिक्रमण हटाने, वन भूमि पट्टा प्रदान करनेए आर्थिक सहायता सहित अन्य संबंधित जनसमस्याओं मांगों का त्वरित निराकरण करने अधिकारियों को निर्देश दिए। तहसील एवं एसडीएम कार्यालय के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने उपस्थित अधिवक्ताओं से चर्चा कर उनके समस्याओं के बारे में जानकारी भी ली।
इस दौरान कलेक्टर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचकर वहां स्वास्थ्य व्यवस्था एवं सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने ओपीडी कक्ष, मेडिसिन कक्ष, इंजेक्शन कक्ष, वैक्सीन भण्डारण कक्ष, प्रयोगशाला कक्ष, प्रसव कक्ष, पेयजल सहित अन्य वार्ड का निरीक्षण कर सुविधाओं का अवलोकन किया। इस दौरान कोविड टीकाकरण में तेजी लाने के लिए जो टीकाकरण से छूटे हुए हैं ऐसे लोगों का टीकाकरण प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित करने के साथ ही फ्रंटलाइन वर्कर व अन्य पात्र लोगों को टीके का बूस्टर डोज लगाने को कहा।
उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों से चर्चा करते हुए कहा कि आम जनों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने चिकित्सकों को मरीजों का संवेदनशीलता पूर्वक उपचार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मौसम को ध्यान में रखकर उल्टी, दस्त, बुखार सहित अन्य जहरीले जीव.जन्तुओं के काटने पर पीडि़तो के उपचार के लिए आवश्यकतानुरूप सभी प्रकार की दवाईए इंजेक्शन आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
इस दौरान कलेक्टर ने जनपद पंचायत के संसाधन केन्द्र, मनरेगा शाखा, पेंशन शाखा सहित अन्य शाखाओं का निरीक्षण कर उपस्थित कर्मचारियों से उनके लंबित कार्यों की जानकारी लेकर शीघ्र निराकरण करने निर्देश दिए। कलेक्टर ने स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल एवं रणजीत कृषि उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बायोलॉजी, केमिस्ट्री और फिजिक्स प्रयोगशाला, लाइब्रेरी और कक्षाओं एवं फर्नीचर के गुणवत्ता का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने स्कूल के विभिन्न कक्षाओं में जाकर बच्चों से चर्चा की और उनके पढ़ाई-लिखाई, पाठ्य पुस्तकें एवं गणवेश के बारे में जानकारी ली और विद्यार्थियों को पढ़ाई जा रही स्तर की जानकारी ली। इस दौरान स्कूल में गार्डनिंग करने एवं अपूर्ण निर्माण कार्यों को त्वरित गति से पूरा करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राकेश गोलछा, जिला शिक्षा अधिकारी एस.चन्द्रसेन, खण्ड चिकित्सा अधिकारी तारा अग्रवाल सहित संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 जुलाई। कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार, राष्ट्रीय सेवा योजना क्षेत्रीय निदेशालय अमहादाबाद, गुजरात द्वारा राष्ट्रीय एकता शिविर 27 जून से तीन जुलाई तक लालभाई दलपत भाई कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग अहमदाबाद में आयोजित हुआ। इस शिविर में नौ राज्य एवं दो केंद्र शासित प्रदेश से लगभग दो सौ स्वयंसेवकों ने सहभागिता दर्ज की। इस शिविर में छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय एकता शिविर से सात दिनों बाद 10 स्वयंसेवक महासमुंद लौटे हैं।
इस शिविर में महासमुंद जिला से जिला संगठक रासेयो डा मालती तिवारी के निर्देशन एवं कार्यक्रम अधिकारी अजय कुमार राजा, राजेश्वरी सोनी, कमला दीवान के मार्गदर्शन में शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद से स्वयंसेवक ऋषभ राजपूत, पूर्णिमा साहू, भूपेश साहू, भोजराज सोनी एवं गीतांजलि बाघ शा.भीमराव अंबेडकर महाविद्यालय बलौदा सात दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर में सम्मिलित हुए।
इस राष्ट्रीय एकता शिविर का उद्देश्य राज्यों की जो कला ए संस्कृति एवेशभूषाए लोक नृत्यए रहन सहन एवं भाषाओं का आदान प्रदान करते हुए अनेकता में एकता का परिचय देना था। इस शिविर में रासेयो दिनचर्या के अनुसार प्रतिदिन योग सत्र में योग विशेषज्ञ द्वारा योग कराकर उनसे होने वाले लाभ, योग की महत्ता को समझाते हुए हमारे दैनिक दिनचर्या में उसके उपयोग को बताया गया।
प्रतिदिन बौद्धिक सत्र में विषय विशेषज्ञों द्वारा शिवरार्थियों को अपने विषय से संबंधित शिक्षा प्रदान किया गया। रासेयो देशी खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति प्रतिदिन किया गया। इस शिविर में विभिन्न प्रतियोगितों का भी आयोजन किया गया। जिसमें छत्तीसगढ़ ने अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए लोक नृत्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया। लोक नृत्य में स्वयंसेवकों ने बारहमासी, पंथी नृत्य, राउत नाचा, सुवा नृत्य, गौरा गौरी, होली, सोहर गीत, कर्मा, ददरीया नृत्य का प्रदर्शन किया । वाल पेंटिंग में भी छग ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस शिविर में तृतीय दिवस, सोशल मीडिया और डिजिटल इंडिया से संबंधित जानकारी प्रदान की गई।
रैफलिंग भी कराया गया।
पांचवें दिन मिट्टी संरक्षण की जानकारी प्रदान की गई। अंतिम दिवस सभी स्वयंसेवकों को पर्यटन स्थल भ्रमण कराया गया जिसमें साबरमती आश्रम,साबरमती नदी, दांडी यात्रा स्थल, गांधी कुटीर म्यूजियम, हनुमान मंदिर, डायनासोर पार्क बडोदरा का भ्रमण किया। सभी स्वयंसेवकों को अंतिम दिवस प्रमाण पत्र वितरण किया गया । इस सात दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर में सम्मिलित स्वयंसेवकों को राज्य एनएसएस अधिकारी पदेन उपसचिव छग शासन डा समरेंद्र सिंह, कार्यक्रम समन्वयक रासेयो रविवि रायपुर, डॉ नीता बाजपेयी जिला संगठक रासेयो जिला महासमुंद, डा मालती तिवारी, डॉ एलएस गजपाल,डॉ अनुसुइया अग्रवाल, प्राचार्य शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद, डॉ अमृत लाल पटेल, प्राचार्य शासकीय भीमराव अंबेडकर महाविद्यालय बलौदा, कार्यक्रम अधिकारी अजय कुमार राजा, राजेश्वरी सोनी और कमला दीवान, कल्पना भगत, समीक्षा चंद्राकर एवं दोनों महाविद्यालय के समस्त अधिकारियों एकर्मचारियों एवं रासेयो स्वयंसेवकों ने हर्ष जताया है।
महासमुंद, 7 जुलाई। तुमगांव थाना क्षेत्र के ओवरब्रिज के नीचे मंगलवार को बस को टक्कर मारते कंटेनर पटल गई। इसमें बस चालक और यात्रियों को चोटें आई हैं। पुलिस ने बस संचालक येतेंद्र साहू की शिकायत पर कंटेनर चालक के खिलाफ जुर्म दर्ज किया है। यतेंद्र ने बताया कि ओवरब्रिज के नीचे भोरिंग रोड में वे अपनी बस क्रमांक सीजी 06 एच 0516 से यात्रियों को लेकर जा रहे थे। इसी दौरान कंटेनर क्रमांक एनएल 01 एन 0369 के चालक ने उनकी बस को टक्कर मार दी। इससे बस चालक डिगेश्वर निषाद और बस में सवार यात्रियों को चोटें आई है।
महासमुंद, 7 जुलाई। अरेकेल गांव की महिलाओं ने गांव में अवैध शराब पकड़ा है। जानकारी मिली है कि यहां की महिलाओं ने अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ मोर्चा खोला है। अरेकेल गांव में कई वर्षों से अवैध शराब बेचे जाने की शिकायत गांववासियों द्वारा बसना पुलिस को दी जा रही थी। परंतु अवैध शराब विक्रेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी। इस हफ्ते महिलाओं ने खुद अवैध शराब पर रोक लगाने के लिएगांव वालों को चेतावनी दी थी।
एक राइस मिल परिसर की बिजली कटी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 जुलाई। खाद्य विभाग द्वारा नियमों की अनदेखी करने वाले जिले के राइस मिलों के खिलाफ सघन अभियान चलाया जा रहा है। ख़ाध अधिकारी ने बताया कि मेसर्स मनीष एण्ड एसोसिएट्स राईस मिल, ग्राम मौलिमुड़ा, तहसील बागबाहरा एवं मेसर्स बालाजी इण्डस्ट्रीज, ग्राम झलप, तहसील बागबाहरा का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें मेसर्स मनीष एण्ड एसोसिएट्स राईस मिल द्वारा कस्टम मिलिंग से संबंधित पंजियॉ संधारित नहीं किये जाने तथा मिलर मॉड्यूल में मिलिंग संबंधी मासिक जानकारी दर्ज कर मासिक विवरणी की सत्यापित प्रति खाद्य विभाग में जमा नहीं किये जाने के कारण खाद्य विभाग ने फर्म के द्वारा छत्तीसगढ़ मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 के प्रावधानों का उल्लघंन किया जाना पाया गया तथा फर्म के पार्टनर मनीष अग्रवाल से धान 52814 क्विंटल एवं चावल 2984 क्विंटल जप्त किया गया है।
इसी प्रकार मेसर्स बालाजी इण्डस्ट्रीज द्वारा भी कस्टम मिलिंग से संबंधित पंजियों संधारित नहीं किये जाने तथा मिलर माड्यूल में मिलिंग संबंधी मासिक जानकारी दर्ज कर मासिक विवरणी की सत्यापित प्रति खाद्य विभाग में जमा नहीं जाने के कारण खाद्य विभाग द्वारा छत्तीसगड़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश, 2016 के अंतर्गत प्रकरण निर्मित कर फर्म के संचालक मनोज कुमार जिंदल से धान 28800 क्विंटल एवं चावल 3461 क्विंटल जप्त किया गया है। आवश्यक वस्तु अधिनियम कार्रवाई की जा रही है।
जानकारी अनुसार खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में कस्टम मिलिंग करने के लिये धान का उठाव पश्चात् चावल जमा नहीं करने के कारण खाद्य विभाग ने पिछले वर्ष इसी माह की तारीख़ 6 जुलाई 2021 को मेसर्स लक्ष्मी राईस मिल बसना की जांच की थी। जांच में छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 के प्रावधानों का उल्लघंन पाये जाने पर 4400 क्विंटल धान. 938 क्विंटल उसना चावल एवं 108.50 क्विंटल कनकी जप्त कर प्रकरण निर्मित किया गया था।
इस प्रकरण में विभाग के द्वारा फर्म के संचालक राजेश अग्रवाल को कारण बताओ नोटिस जारी कर सात दिवस के भीतर लिखित स्पष्टीकरण मांगा है। फर्म के द्वारा समयावधि में अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किये जाने पर उसे स्मरण पत्र जारी किया गया।
फर्म के संबंधित फर्म द्वारा कोई पत्र अथवा स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किये जाने पर फर्म के मिल परिसर की विद्युत आपूर्ति विच्छेद कर दी गई है तथा कृषि उपज मण्डी समिति बसना के द्वारा फर्म के नाम से जारी अनुज्ञप्ति निलम्बित करने की कार्यवाही की जा रही है।
पहले चरण में 2583 आवेदन, छंटनी के बाद 2100 पात्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 6 जुलाई। शिक्षा का अधिकार के तहत निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए दूसरे चरण में आवेदन के लिए पोर्टल 1 जुलाई से खुला है। पालकों ने निजी स्कूलों में पढ़ाने के लिए अपने बच्चों का ऑनलाइन पोर्टल में आवेदन भरने लगे हैं। पिछले 5 दिनों में 108 आवेदन ऑनलाइन प्राप्त हुए हैं। आवेदन भरने की अंतिम तिथि 15 जुलाई निर्धारित की गई है। जिले के विभिन्न निजी स्कूलों में आरटीई के तहत सीटें खाली रह गई हैं। जिन पालकों ने पहले चरण में आवेदन नहीं किया है, वे दूसरे चरण में आवेदन कर सकते हैं। इस योजना का लाभ सभी को मिले, इसलिए दो चरणों में आवेदन मंगाए जा रहे हैं।
मालूम हो कि पहले चरण की प्रक्रिया 30 जून को समाप्त हुई है जो 22 फरवरी से शुरू हुई थी। जिला शिक्षा अधिकारी एस चंद्रसेन का कहना है कि आरटीई के तहत दूसरे चरण की प्रक्रिया भी अब शुरू हो गई है। जिन पालकों ने पहले चरण में आवेदन नहीं किया था वे दूसरे चरण में 15 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद आवेदन नहीं लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि प्रथम चरण में कई पालकों ने एक से अधिक स्कूलों में अलग-अलग आवेदन किया था। इसके चलते कई फ ार्म रिजेक्ट भी हुए थे।
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दूसरे चरण में 648 सीटों के लिए आवेदन मंगाए जा रहे हैं। पहले चरण में उक्त सीटों में प्रवेश नहीं हो पाया था। इसलिए यह सीट खाली रह गई है। इन रिक्त सीटों की पूर्ति करने के लिए दूसरे चरण में आवेदन मंगाए जा रहे हैं। पालकों ने आवेदन भरना भी शुरू कर दिया है। अभी तक 108 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। निर्धारित समय तक आवेदन ऑनलाइन ही लिए जाएंगे। पहले चरण में 2583 आवेदन प्राप्त हुए थे। स्क्रूटनी के बाद मात्र 2100 आवेदन पात्र पाए गए थे। लॉटरी की प्रक्रिया के बाद बच्चों को स्कूलों का आबंटन हुआ था। इसमें से 1935 बच्चों को निजी स्कूलों में आरटीई के तहत प्रवेश दिलाया गया है।
श्री गुरुनानक देव के आगमन के प्रमाण मिलने की बात कही
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 6 जुलाई। जिले के प्रसिद्ध हो चुके नानक सागर में श्री गुरुनानक देव जी के आगमन की ‘छत्तीसगढ़’ में प्रकाशित खबरों के प्रकाशन के बाद सोमवार को पंजाब के तलवंडी साहिब स्थित अकाल यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसर रिसर्च टीम के साथ नानक सागर पहुचे।अपने रिसर्च के पहले चरण में ही उन्होंने श्री गुरुनानक देव के यहां आगमन के प्रमाण मिलने की बात कही है।
सोमवार को नानक सागर में अचानक तलवंडी साहिब की अकाल यूनिवरसिटी के सहायक प्राध्यापक गुरनाम सिंह पहुंचे। उन्होंने नानक सागर से लगे गढफ़ुलझर स्थित गुरुद्वारा देखने के बाद अपने सहयोगी गुरविंदर सिंह दिल्ली वाले, जसपाल सिंह खैरा एवम सतबीर सिंह के साथ गुरु के नाम की जमीन देख कर समीप के ग्राम जेवरा में एक मात्र शिक्ख परिवार के गुरुद्वारा पहुचे।इसके बाद ग्रामीणों एवम गढफ़ुलझर गुरुद्वारा कमेटी वालो से चर्चा कर कोई 100 साल पुराना मिसल रिकॉर्ड का अवलोकन किया। इन सब के अवलोकन के बाद प्रथम दृष्टि में श्री गुरुनानक देव जी के यहां रुकने की पुष्टि हुई है।
उदासी यात्राओं में छग का उल्लेख नहीं
गुरनाम सिंह ने इस प्रतिनिधि द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में बताया कि श्री गुरुनानक देव जी की पहली उदासी यात्रा में अमरकंटक से पूरी जाने का उल्लेख ग्रंथों में दर्ज है, परन्तु छत्तीसगढ़ में रुकने का उल्लेख नही है। ओडिशा के कटक , पूरी एवम भद्रक तक रुकने की जानकारी दी जाती है। इस बीच किस रास्ते से गुरु जी की यात्रा हुई थी इसका उल्लेख कही नही है।इस पर लगातार रिसर्च भी किये जा रहे है।वे स्वयम इस रिसर्च हेतु कालाहाण्डी ओडिसा जा रहे थे।इसके लिए वे हरिशंकर रोड पहुचे थे।वहां की सिक्ख संगत ने उन्हें बताया कि गढफ़ुलझर में भी गुरु साहेब रुके थे।उनसे थोड़ी जानकारी मिलते ही उन्होंने कालाहांडी जाने की बजाय छत्तीसगढ़ का रुख कर सीधे बसना पहुचे और बसना से गढफ़ुलझर पहुच गया।गढफ़ुलझर गुरुद्वारा में में इनकी मुलाकात स्थानीय निवासी जसपाल सिंह से हुई।जसपाल सिंह ने इन्हें नानक सागर एवम जेवरा ले जाकर वहां के अत्यधिक वृद्धों से मिलकर बातचीत की।इस बातचीत में उन्हें ग्रामीणों ने कोई 100 साल पुराना मिसल रिकॉर्ड भी दिखा दिया जिसमें कोई 5 एकड़ कृषि भूमि श्री गुरुनानक देव जी के नाम है।इस रिकॉर्ड की सच्चाई परखने के बाद गुरु के यहां रुकने की बात निश्चित हो गयी।
जेवरा में बंजारा समाज बना रहा गुरु का मंदिर
इधर गुरनाम सिंह ने जेवरा जाकर वहां भी एक ही सिक्ख परिवार द्वारा बनाये गए गुरुद्वारा के साथ बंजारा समाज द्वारा श्री गुरुनानक देव जी के बन रहे विशाल मंदिर को भी देखा।इन सबके अवलोकन से पता चला कि छ ग में गुरुनानक देव जी के मानने वालो में बंजारा समाज भी सिक्खो के बराबर चल रहा है।
गुरु की निशानियों को आधुनिक बनाने से बचना चाहिए
तलवंडी पंजाब से आये प्रोफेसर गुरनाम सिंह ने वर्तमान में गुरु घर गुरुद्वारा बनवाने वालो से गुरु के बैठने के चबूतरे का आधुनिकी करण नही किये जाने की बात कहते हुए उसी चबूतरे को बतौर निशानी रखने की बात कही।उन्होंने यहां काम कर रहे सिक्खों से अपील की है कि गुरु की किसी भी निशानी का आधुनिकीकरण नही किया जाना चाहिए बल्कि उनके संरक्षण की आवश्यकता है।
इतिहास में छत्तीसगढ़ जोडऩे का प्रताव रखेंगे
गुरनाम सिंह ने बताया कि अब तक श्री गुरुनानक देव जी की उदासी यात्रा में छत्तीसगढ़ का उल्लेख नहीं है। परन्तु अब छत्तीसगढ़ में गढफ़ुलझर एवम शिवरीनारायण में गुरु के रुकने के प्रमाण मिले है। इस पर रिसर्च पूरा होने के बाद इसे जोडऩे हेतु चर्चा की जाएगी।
लीलेसर गुरुद्वारा में बंजारों से मिले
गुरनाम सिंह ने गढफ़ुलझर एवम नानक सागर में मीले तथ्यों के आधार पर विकासखण्ड के दूरस्थ ग्राम लीलेसर भी गए।लीलेसर बंजारा बहुल ग्राम है।इस ग्राम में बकायदा बंजारा लोगो द्वारा गुरुनानक का मंदिर बनवाया है।इस मंदिर में श्री गुरुनानक देव जी की प्रतिमा विराजित है।बंजारों के अनुसार समाज का या निजी कोई भी शुभ काम गुरुनानक मंदिर के दर्शन एवम पूजा के बाद ही प्रारम्भ किया जाता है।सिक्खों एवम बंजारा समाज द्वारा एक ही गुरु की इबादत करने से सिक्खों एवम बंजारा समाज मे अब एकरूपता पर भी रिसर्च किया जा रहा है। बहरहाल देर आयद दुरुस्त आयद की तरह सिक्खों के प्रथम गुरु के छत्तीसगढ़ के गढफ़ुलझर में रुकने की जानकारी छत्तीसगढ़ जनादेश के माध्यम से देश विदेश तक पहुचने के बाद अब देश भर के जानकार गुरुनानक देव जी की उदासी यात्रा की अब की अधूरी मानी जाने वाली जानकारी को पूर्ण करने रिसर्च में जुट गए है।
रिंकू ओबेरॉय की प्रसंशा
पंजाब से रिसर्च में आये गुरनाम सिंह ने रायपुर निवासी रिंकू ओबेरॉय द्वारा नानक सागर में गुरु के चरण पडऩे के मामले में गहन रिसर्च कर अनेक प्रमाण जुटाए है।इसके लिए हमे रिंकू ओबेरॉय की मुक्त कंठ से प्रसंशा की जानी चाहिए।
महासमुंद, 6 जुलाई। आज छह जुलाई है। इस तिथि को 1998 में अविभाजित मध्यप्रदेश का 61 वां जिला महासमुंद बना था। आज महासमुंद जिला आज 24 साल का हुआ। आज महासमुंद जिला छतीसगढ़ राज्य का जिला है और अपनी स्थापना का 24वां वर्ष मना रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 6 जुलाई। अवैध शराब की बिक्री को लेकर ग्राम पंचायत लोहारडीह की भारत माता वाहिनी और ग्राम पंचायत की सदस्य मंगलवार को कलेक्टोरेट पहुंच शिकायत दर्ज कराई। उनकी मांग थी कि भारतमाता वाहिनी सदस्यों को सुरक्षा देने के साथ अवैध शराब बिक्री करने वालों पर कार्रवाई की जाए।
कलेक्टोरेट पहुंचीं भारत माता वाहिनी और ग्राम पंचायत की एक सौ से अधिक महिलाओं ने शिकायत पत्र में कहा है कि ग्राम पंचायत में लोहारडीह सहित ग्राम उलट कोडार, परसापानी में अवैध शराब निर्माण, बिक्री के साथ ही शराब दुकान से भी शराब लाकर अवैध बिक्री की जा रही है। जिससे गांव की युवा पीढ़ी का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है।
साथ ही लोगों के घर परिवार बर्बाद हो रहे हैं। इस संबंध में कई बार तुमगांव पुलिस सहित एसपी को भी कार्रवाई के लिए मांग की गई है। बावजूद अब तक कार्रवाई शून्य है। उल्टा अवैध शराब बेचने वालों की हिम्मत बढ़ रही है और वे भारत मातावाहिनी संघ और सरपंच-पंच को गाली देने, देख लेने की धमकी दे रहे हैं।