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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 28 नवंबर। राज्य शासन के निर्देशानुसार 26 नवम्बर को संविधान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर अधिकारी - कर्मचारियों ने कलेक्टोरेट परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर एवं छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके पश्चात भारतीय संविधान की प्रस्तावना (उद्देशिका) का पाठन किया गया।
अपर कलेक्टर अनुपम तिवारी ने अधिकारी-कर्मचारियों को संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ दिलायी। अपर कलेक्टर ने संविधान में प्रदत्त अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने का संदेश देते हुए कहा कि भारतीय संविधान में सामाजिक, आर्थिक न्याय, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म एवं समता आदि के अधिकार प्रदान किए गए हैं।
हमें राष्ट्र की एकता एवं अखंडता सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध रहना चाहिए। इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर अरुण कुमार सोनकर, जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ एलएस ध्रुव सहित कलेक्टोरेट के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
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भाटापारा, 28 नवंबर। सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव के जन्मदिवस पर विधायक शिवरतन शर्मा ने अपनी सहधर्मिणी सीमा शर्मा के साथ गुरुद्वारा पहुंच कर गुरुद्वारा साहब में मत्था टेक कर गुरुग्रंथ साहब का आशीर्वाद लिया एवं गुरु सिंह सभा मैं उपस्थित सिख समाज के नागरिकों को गुरु नानक देव जी के जन्म दिवस पर बधाई देते हुए कहा कि सिख समाज का इतिहास गौरवशाली इतिहास रहा है, जिनकी बुनियाद ही त्याग तपस्या एवं बलिदान से बनी है। आज अगर हिंदू समाज अपने अस्तित्व पर कायम है, तो वह सिख गुरुओं की शहादत का ही परिणाम है।
हिंदू समाज के बचाने के लिए जहां सिख गुरुओं ने कुर्बानी दी है वहीं देश की आजादी के लिए कुर्बान होने में सबसे ज्यादा योगदान सिख समाज का ही है।
यह हमारे देश का दुर्भाग्य है कि जिस समाज का इतिहास ही त्याग एवं बलिदान से भरा पड़ा है, उन्हें 1947 तथा 1984 के भीषण दंगों का सामना करना पड़ा 1947 के बंटवारे के समय जहां पश्चिमी पंजाब से लोग अपना घर बार त्याग कर त्याग कर यहां शुरुआती दिनों में कष्टप्रद जीवन का सामना करना पड़ा।
वहीं 1984 के दंगों में सिख समाज की भरी-भरी दुनिया लोगों ने उजाड़ दी
इस अवसर पर विधायक शिवरतन शर्मा एवं उनकी सहधर्मिणी सीमा शर्मा को सिख समाज के द्वारा। शाल भेंटकर सम्मानित किया गया। इस दौरान विधायक शिवरतनशर्मा ने उपस्थित श्रद्धालुओं में लंगर भी वितरित किया। इस अवसर पर विधायक शिवरतन शर्मा के साथ जिला महामंत्री राकेश तिवारी एवं मंडल उपाध्यक्ष राजा कामनानी भी थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 28 नवंबर। ग्राम ढाबाडीह में सीमेंट संयंत्र के मैटेरियल सप्लाई करने वाला टैंकर एक घर में जा घुसा। हादसे में घर वाले बाल बाल बचे, लेकिन गाड़ी की चपेट में आने से एक मवेशी की हुई मौत हो गई, वहीं एक घायल हो गया।
उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय बलौदाबाजार से हथबंद सिमगा जाने वाली मार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन सीमेंट संयंत्रों के लिए बना रहता है, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। इस पर यातायात एवं पुलिस प्रशासन का भी कोई शिकंजा नहीं होने से इन वाहनों का आवागमन धड़ल्ले से जारी रहता है।
सोमवार शाम गांव ढाबाडीह में एक घर में सीमेंट संयंत्र मटेरियल दस चक्का टैंकर मकान में जा घुसा। जिससे मकान आंशिक क्षतिग्रस्त हुआ। परिवार बाल-बाल बचे, लेकिन दो पशु धन चपेट में आने से एक की मृत्यु हुई, वहीं एक घायल हुआ।
नामांतरण, डायवर्सन, बटांकन के लिए चक्कर काट रहे लोग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 28 नवंबर। वर्ष 2012 से अस्तित्व में आए बलौदाबाजार भाटापारा जिला गठन के बाद से लोगों में उम्मीद जागृत हुई थी कि उनके राजस्व संबंधित मामलों का निपटारा भी शीघ्र हो सकेगा और उन्हें रायपुर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। परंतु जिला में प्रशासनिक कसावट की कमी की वजह से लंबित राजस्व मामलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले करीब 2 माह से चुनावी प्रक्रिया में अधिकारियों के अलावा राजस्व अमले के संलग्न होने की वजह से लंबित प्रकरणों की संख्या बढक़र 7185 हो चुकी है।
आमजनों को अब लंबित प्रकरणों के निराकरण हेतु कम से कम 15 दिसंबर तक और इंतजार करना पड़ सकता है। यदि आंकड़ों का अवलोकन करें तो प्रदेश में सर्वाधिक लंबित मामलों की संख्या में जिला तीसरे नंबर पर है।
विदित हो कि जिला बलौदाबाजार में राजस्व अधिकारियों की आपसी सामंजस्य में कमी की वजह से आज भी नामांतरण, डायवर्सन, बटांकन जैसे कार्यों के लिए आवेदक को राजस्व न्यायालय के चक्कर लगाने मजबूर होना पड़ रहा है। जिसके चलते आवेदकों में रोश भी व्याप्त है। यदि लंबित मामलों के आंकड़ों पर गौर करें तो 11 वर्षीय इस जिला को अपेक्षाकृत पीछे ही कहा जा सकता है।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार न्यायालय कलेक्टर बलौदाबाजार भाटापारा के ही मूल न्यायालय में 668 मामले लंबित पड़े हुए हैं। जिसमें आदिवासियों की भूमि का अंतरण सर्वाधिक प्रयोजन हेतु भूमि का अर्जन आबकारी नियम के तहत राजसात के प्रकरणों की संख्या अधिक है। वहीं अनुविभागीय अधिकारी न्यायालयों के अधीन नजूल भूमि की बिक्री या पट्टे पर देने के अलावा अन्य प्रकरण से हस्तांतरण, मानचित्र परिवर्तन पट्टा नवीनीकरण, नामांतरण जैसे मामले बड़ी संख्या में लंबित हैं। जबकि तहसीलदार न्यायालय में कृषि प्रयोजनों के लिए भूमि का आवंटन, नजूल भूमि को पट्टे पर देने, मानचित्र परिवर्तन, नामांतरण, खाता विभाजन, भू अभिलेख संबंधी दस्तावेजों में गलत प्रविष्टि का सुधार जैसे मामलों की संख्या अधिक है।
लगातार छुट्टियां एवं चुनावी प्रक्रिया भी एक कारण
न्यायालय पर कलेक्टर बलौदाबाजार भाटापारा के मूल न्यायालय में लंबित मामलों की संख्या 97 है। जबकि न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी के मूल न्यायालय में लंबित मामलों की संख्या 23, सिमगा 488, बलौदाबाजार 781, गिरौद 104, कसडोल 106, भाटापारा 655 है। वही न्यायालय तहसीलदार सोनाखान अंतर्गत 178, सुहेला 156, पलारी 268, भाटापारा 294, टुंडरा 166, बिलाईगढ़ 2, लवन 445, बलौदाबाजार 639, कासडोल 364, सिमगा 186 मामले मूल न्यायालय में लंबित है। वही न्यायालय अतिरिक्त तहसीलदार भाटापारा में 114, न्यायालय नायब तहसीलदार सांडी 237, न्यायालय अतिरिक्त तहसीलदार बलौदाबाजार 120, पलारी 351, नायब तहसीलदार भाटापारा 90, निपानिया 71, नायब तहसीलदार 2 लवन 1 सुहेला 40, सिमगा 82, कासडोल 48, लवन 225, पलारी 186 समेत कुल लंबित मामलों की संख्या 7185 तक पहुंच चुकी है। लगातार छुट्टियो एवं चुनावी प्रक्रिया भी इसका एक प्रमुख कारण है। मतगणना एवं नई सरकार के गठन तक लंबित मामलों की संख्या और अधिक बढऩे से इनकार नहीं किया जा सकता है।
अब तक 25 हजार से भी ज्यादा मजदूर जा चुके, इसमें से कसडोल ब्लॉक से ज्यादातर
त्योहार खत्म होते ही बेहतर रोजगार की तलाश में खेतिहर मजदूर महानगरों के लिए रवाना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 28 नवंबर। त्यौहार खत्म होने के साथ ही अब गांव से लोग तेजी से महानगर के लिए जा रहे हैं। बलौदाबाजार जिला इसमें आगे हैं। बेहतर रोजगार की तलाश में रोज सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जा रहे हैं। जिले से हर साल सवा लाख से भी ज्यादा ग्रामीण इसी तरह बाहर जाते हैं। इसका पता कोरोनाकाल में तब चला, जब प्रवासी मजदूर यहां लौटे। प्रशासन ने बाकायदा इसकी सूची बनवाई थी।
ग्राम पंचायत से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक जिले से करीब 25 हजार ग्रामीण बाहर जा चुके हैं। अभी फसल कटाई भी चल रही है। इसके बाद कृषि मजदूरों के पास काम नहीं रहेगा। कसडोल के कोलिहा, कोसंसरा, नंदनिया, परसदा, डोगरीडीह, डोगरा, तिल्दा,बाजार भाटा, गंगाई, सुनसुनिया, लटा आदि गांव से ग्रामीणों की जाना शुरू हो चुका है। अधिकतर लोग दिल्ली, मुंबई, त्रिपुरा आदि जा रहे हैं। वहीं यहां भी कहा जा रहा है कि ग्रामीण अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए भी महानगरों में जाकर काम करते हैं।
मजदूर बोले-सोचा था बाहर नहीं जाएंगे
ग्राम कोलिहा के ग्रामीण संतोष पैकरा का कहना है कि कोरोना कल के दौरान अचानक हुए लॉकडाउन के कारण असहनीय तकलीफों का सामना करने के बाद जब अपने घर लौटे थे तो सोचा था अब अपना गांव छोडक़र कभी नहीं जाएंगे, पर गांव में काम नहीं मिलने के कारण मजबूरीवश जाना पड़ रहा है।
कोसंसरा के ग्रामीण से लाल सोनकर का कहना है कि गांव में 15 दिन काम चल 190 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से लगभग 3 हजार मिले थे। इतने कम पैसे गुजारा नहीं हो सकता। ग्राम नंदनिया के ग्रामीण रामलाल बारले ने कहा कि काम के लिए बाहर जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। डोंगरीडीह के मंगलू भगत का कहना है कि सिर्फ मनरेगा के भरोसे जिंदगी नहीं चल सकती।
आर्थिक स्थिति सुधारने भी जाते हैं-पाध्ये
शिक्षाविद एस एम पाध्ये का कहना है कि छत्तीसगढ़ से लोग बाहर काम करने के लिए दो कारणों से जाते हैं। जिसमें से एक है स्थानीय स्तर का प्राप्त दर और संख्या में रोजगार नहीं मिलना और दूसरा आर्थिक विकास की चाहत बाहर जाकर काम करने से लोगों की आर्थिक स्थिति भी सुधार जाती है। यहां खेत मालिकों के पास भी साल भर काम नहीं होते सिर्फ 70 हजार मजदूरों के बनाए गए थे। जॉब कार्ड कोरोना कल में जिले के सिर्फ 70 हजार प्रवासी मजदूरों के लिए ही जॉब कार्ड बने बनाए गए थे। बाद में सालों में भी बनाए गए लेकिन इसका आधिकारिक आंकड़ा सामने नहीं आया। जिसका जॉब कार्ड बना उन्हें मनरेगा में काम भी मिला लेकिन मनरेगा का काम खत्म होने के बाद वे फिर खाली हो गए।
शिकायत नहीं होती
एसपी दीपक झा का कहना है कि स्वेच्छा से अगर कोई बाहर जाता है। तो हम उन्हें नहीं रोक सकते। यदि दलाल लालच देकर ले जाते हैं तो कार्रवाई हो सकती है।
जानकारी नहीं दे रहे
श्रम विभाग के अफसर आजाद सिंह पात्र का कहना है कि मजदूर अपने बाहर जाने की जानकारी पंचायत में नहीं दे रहे हैं। यदि ठेकेदार बड़ी संख्या में ले जाएंगे तो कार्रवाई की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 28 नवंबर। भाटापारा चैंपियन मार्शल आर्ट एकेडमी के द्वारा लगातार भाटापारा के बाल मंदिर परिसर में कराटे का प्रशिक्षण बच्चों को दिया जा रहा है। दीपावली पर चैंपियन मार्शल आर्ट अकादमी के बच्चों के द्वारा परिसर में मौजूद कृष्ण भगवान की मूर्ति के सामने रंगोली बना कर दीपों से सजाकर भगवान कृष्ण एवं लक्ष्मी माता की पूजा-आरती कर इष्ट देव हनुमान की पूजा आरती की गई और दीपावली का पर्व पटाखे फोड़ कर बच्चों ने मनाया।
काफी उत्साह के साथ बाल मंदिर परिसर में दीपों से चैंपियन मार्शल आर्ट अकादमी की आकृति बनाकर दीपावली का उत्सव चैंपियन मार्शल आर्ट एकेडमी के प्रशिक्षकों ने अपनी संस्कृति से बच्चों को अवगत कराने हेतु दीपावली का यह त्योहार धूमधाम से मनाया यह एकेडमी निरंतर अपनी संस्कृति एवम पर्वों से जुड़ी परंपराओं और मान्यताओं को निभाती आई है। उक्त अवसर पर जिला कराटे संघ सचिव ऋषभ सिंह चौहान के नेतृत्व में एवं चैंपियन मार्शल आर्ट एकेडमी सचिव नेमीचंद साहू कोषाध्यक्ष योगेश कुर्रे प्रबंधक विक्रम सिंह चौहान उपाध्यक्ष हिमांशु ध्रुव सह- सचिव महेश राजपूत एकेडमी प्रशिक्षक धनंजय पांडे, हर्ष देवांगन, यशवंत साहू, प्रतीक द्विवेदी विपिन साहू, गौरव साहू एवं एकेडमी प्रशिक्षण लेने वाले बच्चों में शुभ संकल्प यदु, कात्यानी चौहान, ओम चौरिया, प्रवीण मोहले, पावनी शर्मा , हिमानी शर्मा, आर्चिस विभा कोसले, कौशिकी चौहान, दीपावली के शुभ अवसर पर एकेडमी में मौजूद रहे।
भाटापारा, 27 नवंबर। खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने 2 दिसंबर को विकासखंड स्तरीय बालिका और महिला खेल प्रतियोगिता का आयोजन कर रही है। यह आयोजन स्थानीय शासकीय गजानंद अग्रवाल महाविद्यालय के खेल मैदान में होगा। क्रीडा प्रभारी शरद पंसारी ने बताया कि आयोजन दो आयु वर्ग 9 से 18 वर्ष और 18 से 35 वर्ष के खिलाड़ी कोई भी एक समुह खेल के साथ-साथ एथलेटिक्स में भाग ले सकती है।
खेल में तवा फेंक, खो-खो, हॉकी, बैडमिंटन, वालीबॉल, कुश्ती, बास्केटबॉल, फुटबॉल, वेटलिफ्टिंग, रस्साकसी आयोजित होगा। विजेता खिलाड़ी चयनित होकर आगामी जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाटापारा विकास खण्ड का प्रतिनिधित्व करेंगे। पंजीयन की अंतिम तिथि 1 दिसंबर तक है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 27 नवंबर। देश के पांच राज्यों में एक साथ विधानसभाओं के चुनाव हो रहे हैं। इन पांच राज्यों में छत्तीसगढ़ भी शामिल है, जहां सबसे 7, 17 एवं 25 नंवबर को ही मतदान सम्पन्न हो गया है लेकिन नतीजों का अभी इंतजार है। माना जा रहा है कि, छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे का मुकाबला है।
ऊंट किसी भी करवट बैठ सकता है। ऐसे में सियासत में रुचि रखने वालों के बीच नतीजों को लेकर चर्चा आजकल सबसे हाट टापिक है। लोग जहां खड़े होते है, बैठते हैं या फिर जरूरत का सामान लेने जहां पहुंचते हैं, वहीं चर्चा शुरू कर देते हैं, और भी किसकी सरकार बनवा रहो इस बार।
बस इतना छेडऩे की जरूरत है उसके बाद शुरू हो जाती है लंबी-चौजी सियासी बहस। यह बहस कई बार गंभीर चर्चा के बाद समाप्त हो जाती है, लेकिन कई बार सियासी बहस झगड़े का रूप भी ले लेती है। इसी से आजिज आए एक व्यापारी ने दुकान के बाहर पोस्टर टांग दिया है, जिसमें लिखा है- 3 दिसम्बर का इंतजार करें। राजनीतिक बहसबाजी करके अपना और हमारा समय खराब न करें।
इसलिए लगाया पोस्टर
दुकान संचालक का कहना है कि, उनके पान और पान दुकान से लगे चाय दुकान में रोज नये-नये लोगों के बीच अलग चुनावी विश्लेषण किया जाता है और अंत में विवाद तक जा पहुंचता है। इसके चलते खासकर रात के समय चुनावी चर्चा करने वालों के बीच बहसबाजी से लेकर विवाद की स्थिति निर्मित हो जा रही है, जिससे उनकी दुकानदारी भी प्रभावित हो रही है। यही वजह है कि उन्होंने पोस्टर टांगकर इंगित किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 27 नवंबर। सिक्ख पंथ के संस्थापक प्रथम गुरु श्री गुरुनानक देव जी के गुरू परब पर नगर कीर्तन का आयोजन आज किया गया।
दोपहर बाद पंजाबी गुरुद्वारा गुरु सिंघ सभा से श्री गुरुग्रंथ साहिब की पालकी जिसकी अगुवाई पंजपयारों द्वारा की जा रही थी नगर के प्रमुख मार्ग झूलेलाल धाम से बस स्टैंड चौराहा से महासती मंदिर मार्ग से होते हुए रामसप्ताह चौक से फव्वारा चौक होकर स्टेशन रोड से शहर थाना , सदर बाजार से पुन: गुरुद्वारा में जाकर सम्पन्न हुआ। पूरे नगर में जगह जगह स्वागत द्वार बनाये गये एवं फूल माला भेंट कर स्वागत किया गया। चौक चौराहा पर करतब दल द्वारा शौर्य प्रदर्शन मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा।
रायपुर से शबद कीरतन दल जिसमे स. रिंकू मक्कड़ , स. लक्की मक्कड़ एवं स.अमन छाबड़ा के शबद कीरतन से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया जिसमें स्थानीय महिला सत्संग ग्रुप की माता बहनों ने अपनी सुंदर भागीदारी दी। पालकी साहिब की सेवा स. बल्लू चाचा, बाबा बुड्ढा साहिब गुरुद्वारा सेवा समिति द्वारा प्रदान की गई।
नगरकीर्तन के स्वागत के लिए जगह-जगह सर्वधर्म समभाव के साथ समाज एवं अन्य समाज के सेवादलों द्वारा कई स्थानों पर साधसंगत के लिए नाश्ते और जलपान की व्यवस्था रखी गई। सिक्ख सेवा संस्था के युवा साथियों ने नगरकीर्तन हेतु अपने सेवादल के साथियों के साथ उत्कृष्ट सेवा का सराहनीय योगदान दिया।
समाज की महिलाओं, पुरुषों के साथ साथ बच्चों ने भी नगरकीर्तन में बड़ी श्रद्धा और उत्साह से शामिल हुए, नगरकीर्तन मार्ग में साफ-सफाई और जल छिडक़ाव हेतु मुख्य नगरपालिका अधिकारी नगरपालिका परिषद के साथ साथ पालिका उपाध्यक्ष स. त्रिलोक सलूजा का योगदान सराहनीय रहा, नगरकीर्तन के सफल आयोजन एवं समाज के सभी आयु वर्ग के माता बहनों, वीरा भ्रावा और बच्चों की भागीदारी के लिए पंजाबी गुरुद्वारा संचालन समिति के स.नरिन्दर सिंह बाली , स. बलवंत सिंह , स.हरभगवान सिंह , स.मनजीत सिंह 6 हैप्पी 8 एवं स.हरमिन्दर सिंह चावला ने आभार व्यक्त किया।
समाज के सक्रिय सदस्य अरुण छाबड़ा बंटी द्वारा झुलेलाल सेवा समिति के मुखी एवं समाज के वरिष्ठजनों का सरोपा एवं शाल भेंट कर अभिनदंन किया नगरकीर्तन पंजाबी गुरुद्वारा गुरूसिंघ सभा में पहुँच सम्पन्न हुआ, जिसके पश्चात संगत के लिए लंगर की व्यवस्था की गई थी, जिसमें समाज के वरिष्ठ जन स. भागसिंह जी सलूजा , गुलशन सचदेव, स. महेन्दर सिंह सलूजा ,स. भगतसिंह छाबड़ा जी के आशीर्वचन संगत को दिये गए, गुरुद्वारे के ज्ञानी स. निरंजन सिंह एवं हजूरी रागी जन ने संगत को अपने शबद कीरतन से संगत को निहाल किया, गुरपरब स्थानीय गुरुद्वारे में श्रद्धा एवं परम्परागत रुप से मनाया जा रहा है। नगरकीर्तन के सफल बनाने के लिए अनुविभागीय दंडाधिकारी के साथ साथ अनुविभागीय अधिकारी पुलिस एवं स्थानीय पुलिस प्रशासन का सहयोग भी प्राप्त हुआ।
गांधी स्मृति स्थल फाइलों में सिमटी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 27 नवंबर। 26 नवंबर 1933 का दिन क्षेत्रवासियों के स्मृति पटल पर आज भी अंकित है। इस विशेष तिथि को ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का आगमन बलौदाबाजार के पुराने कृषि उपज मंडी प्रांगण में हुआ था। यहां पहुंचकर महात्मा गांधी ने छुआछूत एवं भेदभाव को दूर करने का व्यापक संदेश देने प्रांगण स्थित कुएं से दलित युवक के हाथों पानी निकलवा कर पिया था।
पूर्व वर्ष में महात्मा गांधी स्मृति स्थल को संजोने की कोशिश प्रारंभ हुई, जिससे आमजनों के मध्य इस धरोहर के जीर्णोद्धार की उम्मीद जागृत हुई थी, परंतु 3 वर्षों में राजनीतिक व प्रशासनिक इच्छा शक्ति के कमजोर होने की वजह से अब यह स्थल लोगों के निस्तारी का ठिकाना बना हुआ है। जिससे गांधीवाद और दर्शन को मानने वालों में निराशा व्याप्त है। यही स्थिति प्रांगण में 15 अगस्त 1947 की निर्मित जयस्तंभ की भी है।
गौरतलब है कि क्षेत्र वासियों के लिए इस ऐतिहासिक धरोहर को आज से 90 वर्ष पूर्व बापू का आगमन हुआ था। छत्तीसगढ़ के इतिहास के अनुसार 1933 में बापू तिलक व स्वराज कोष कैसे सिलसिले में छत्तीसगढ़ पहुंचे थे। 22 से 28 नवंबर तक छत्तीसगढ़ के अपने दौरे में वे 26 नवंबर 1933 को सारागांव, खरोरा, कनकी, पलारी होते हुए बलौदाबाजार पहुंचे।
चंूकि इस दौरान बलौदाबाजार का एकमात्र मुख्य सभा स्थल कृषि उपज मंडी प्रांगण हुआ करता था अत: मंडी प्रांगण पहुंचकर बापू ने लोगों को अस्पृश्यता के खिलाफ संदेश देने हेतु प्रांगण स्थित कुएं से दलित युवक के हाथों जल निकलवा कर ग्रहण किया था।
वर्तमान में पुराना मंडी परिसर में जर्जर और उपेक्षित पड़ा हुआ है। इसके अलावा बापू ने कृषि उपज मंडी के कार्यक्रम के पश्चात पुरानी बस्ती स्थित प्राचीन मावली मंदिर तथा तत्कालीन जगन्नाथ मंदिर वर्तमान में गोपाल मंदिर पहुंच दलितों के साथ मंदिर में प्रवेश कर पूजा अर्चना भी किया था। जो आज भी लोगों के जेहन में हैं।
विशेष पुलिस महानिदेशक ने भी किया था ऐतिहासिक कुआं का अवलोकन
10 दिसंबर 2020 को गांधी दर्शन के विशेष प्रभावित तत्कालीन विशेष पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ आर.के. विज ने नगर के संक्षिप्त प्रवास के दौरान पुराने कृषि उपज मंडी परिसर स्थित प्राचीन एवं ऐतिहासिक कुआं तथा गोपाल मंदिर का अवलोकन कर इतिहास से जुड़े घटनाक्रम की जानकारी लिया था। उन्होंने महात्मा गांधी के इस प्रवास के साक्षी रहे महात्मा गांधी रोड स्थित स्व.भगवती प्रसाद गुप्ता 96 वर्ष के निवास पहुंचकर आवश्यक चर्चा भी की थी।
पूर्व कलेक्टर ने गांधी स्मृति स्थलों को सुरक्षित करने बनाई थी योजना
महात्मा गांधी से जुड़े इससे कुएं की महानता से अवगत होने के पश्चात 2 फरवरी 2022 तत्कालीन कलेक्टर डोमन सिंह ने गांधी जी के यात्रा स्मृति स्थलों का निरीक्षण किया था। जिसके पश्चात उन्होंने महात्मा गांधी की स्मृति को संजीव बनाये रखने के लिए पूरे स्थल को धरोहर के रूप में विकसित करने का निर्णय लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए सप्ताह भर में विस्तृत कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत करने कहा था।
इन कार्यों में उद्यान एवं पुरातत्व हेतु संग्रहालय बनाने उद्यान के बीचों बीच महात्मा गांधी की मूर्ति स्थापना, कुएं की सफाई, जालीदार लोहे के ग्रिल से ढकवाने एवं सूचना बोर्ड लगाना शामिल था। उनके जिला के अल्प समय में ही स्थानांतरण पश्चात योजना ठंडे बस्ती में चली गई। उनके बाद पदस्थ कलेक्टर रजत बंसल बलौदाबाजार के द्वारा परिसर का अवलोकन कर इसके जीर्णोद्धार की बात कहा था, परंतु श्री बंसल के स्थानांतरण के बाद इस दिशा में गतिविधि पूरी तरह ठप पड़ी हुई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 27 नवंबर। ग्राम रवान निवासी एक बुजुर्ग उस दौरान ठगी का शिकार हो गया, जब वह जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित रायपुर शाखा बलौदाबाजार के एटीएम सेंटर से राशि आहरित करने पहुंचा था।
जानकारी के अभाव में बुजुर्ग किसी तरह एटीएम से राशि निकालने का प्रयास कर रहा था। इसी दौरान दो अज्ञात युवकों ने मदद के लिए पहुंचकर पहले तो उसका एटीएम बदल लिया। बाद में बुजुर्ग किसान के खाते से 40 रूपये पार कर दिया। पीडि़त ने मामले की शिकायत थाना सिटी कोतवाली में दर्ज कराई है।
इस संबंध में प्रार्थी दाऊराम वर्मा निवासी ग्राम रवान ने दर्ज शिकायत उल्लेख किया है कि वह 11 नवंबर को राशि आहरित हेतु जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित रायपुर शाखा बलौदाबाजार के एटीएम से सेंटर गया था। जहां पर दो अज्ञात युवक मदद करने पहुंचे जिनके द्वारा एटीएम कार्ड से राशि आहरण करने का प्रयास किया और बुजुर्ग झांसा देते हुए अन्य पासवर्ड होने की बात कह कर उसका एटीएम कार्ड अपने पास रखकर किसी पूनम सिंह के नाम का दूसरा एटीएम कार्ड थमा दिया।
इस दौरान बुजुर्ग ने इस हेरा फेरी की ओर ध्यान नहीं दिया। 24 नवंबर को जब बुजुर्ग ने भारतीय स्टेट बैंक रावन शाखा में पहुंच कर अपने पासबुक में एंट्री कराया, तब उसे जानकारी प्राप्त हुई कि उसके खाते से चार बार से 10 हजार समेत कुल 40 हजार अज्ञात व्यक्ति ने पार कर दिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 27 नवंबर। चौकी करही बाजार ग्राम रामपुर में एक व्यक्ति द्वारा दुकान से चोरी करने के बाद दुकान के संचालक के साथ ही मारपीट का मामला सामने आया है। पीडि़त ने घटना की नामजद शिकायत चौकी में दर्ज कराई है।
इस संबंध में प्रार्थी संजय साहू 19 वर्ष ने चौकी में में दर्ज शिकायत में उल्लेख किया है कि 23 नवंबर की रात्रि 8 बजे खाना खाकर सो रहा था। उसके पिता गांव में टहलने निकले हुए थे। रात्रि करीब 10.20 में अचानक दुकान में खटपट की आवाज सुनकर जब प्रार्थी दुकान की तरफ गया तो चार व्यक्ति दुकान के अंदर घुसे हुए थे।
प्रार्थी के आने की आहट सुनकर आरोपी भागने लगे। इसी दौरान एक व्यक्ति पकड़ में आ गया। पार्टी के अनुसार यह गांव का ही भूपेंद्र नामक युवक था। उसने प्रार्थी के गिरफ्त से स्वयं को छुड़ाने के लिए उसे मारपीट प्रारंभ कर दिया। तभी उसके अन्य तीन साथी भी वापस आ धमके और प्रार्थी के साथ गाली-गलौज कर मारपीट किया गया।
प्रार्थी के पिता भी वहां आ पहुंचे। तो युवकों ने उनकी भी पिटाई कर दी। पिता-पुत्र घटना के बाद दुकान पहुंचे तो पेटी के अंदर रखे नगद 2 हजार गायब थे। प्रार्थी की शिकायत पश्चात गांव के चार व्यक्तियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर पूछताछ की जा रही है।
निर्माणाधीन सीमेंट संयंत्र के गेट के सामने से बाइक पार
सकलोर निवासी युवक ने बाइक चोरी की शिकायत थाना सुहेला में दर्ज कराई है। जिसमें उल्लेख है कि उसने 24 नवंबर दोपहर 2 बजे उसने अपनी बाइक क्रमांक सीजी 22 यू 3520 को कुकुरदी स्थित निर्माण दिन प्लांट के समक्ष रखकर काम करने प्लांट के अंदर गया हुआ था। ड्यूटी समाप्ति पश्चात रात्रि 1 बजे जब वापस लौटा तो बाइक नजर थी। प्रार्थी की शिकायत पर भादवि की धारा 379 पंजीबद्ध कर विवेचना किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 27 नवंबर। भिलाई से आई दुल्हन को बलौदाबाजार के दूल्हेने धोखा दिया है। लडक़ी पक्ष के लोगों ने थाने में पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई है। दुल्हन ने पति के खिलाफ धोखा देकर शादी करने की लिखित शिकायत की है। लडक़ी ने पति के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है।
लिखित आवेदन के मुताबिक 23 नवंबर को भिलाई की रहने वाली लडक़ी की शादी बलौदाबाजार के रहने वाले तिवारी परिवार में हुई। 24 नवंबर को अपने पीहर से विदा हो कर ससुराल पहुंची तो उसका धूमधाम से स्वागत किया गया। लेकिन रात में उसका पति आया ही नहीं।
आधी रात तक इंतजार के बाद अनहोनी की आशंका पर वह फोन पर जब वह बात करना चाही तो कई कॉल के बाद पति का फोन उठा तो लेकिन फोन पति न उठाकर बल्कि एक महिला उठाई और बोली मेरे साथ सोया है। मुझसे शादी कर लिए हैं। इतना ही नहीं महिला ने अपने साथ सोते हुए का सबूत वीडियो कॉल कर दिखाई। साथ ही शादी का वीडियो और फोटो सहित कई दस्तावेज उसके नंबर पर भेज कर अपनी जानकारी दी।
लडक़े का अफेयर और अवैध संबंध होने की जानकारी होने की बात पर बवाल मच गया। बलौदाबाजार के तिवारी लडक़े काभाटापारा की चेलक परिवार की लडक़ी के साथ अफेयर चल रहा था। इसकी जानकारी छुपाकर लडक़े ने भिलाई की लडक़ी से शादी कर ली।
इतना ही नहीं भिलाई से बलौदाबाजार आई दुल्हन के भाई के मोबाइल पर कॉल आया कि बलौदा बाजार के जिस तिवारी परिवार के लडक़े के साथ आपकी बहन का रिश्ता हो रहा है, उस शादी को तुड़वा दीजिए क्योंकि उसका पहले से अफेयर है। हालांकि यह फोन जब तक हो पाता, तब तक बहुत देर हो चुकी थी और भिलाई की लडक़ी का बलौदाबाजार के तिवारी लडक़े के साथ विवाह हो चुका था।
पूरे घटनाक्रम का खुलासा होने के बाद 25 नवंबर की रात बलौदा बाजार के कोतवाली थाने में लडक़ी पक्ष के लोग दुल्हन के साथ पहुंचे और लिखित शिकायत करते हुए ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
इसी घटना से जुड़ा एक मामला भाटापारा शहर थाने में भी पहुंचा। जिस लडक़ी के साथ तिवारी परिवार का लडक़ा रात में था, वह लडक़ी थाने पहुंच कर शिकायत दर्ज करने की मांग की। बलौदा बाजार के तिवारी परिवार से संबंध रखने वाले लडक़े के खिलाफ एक अनुसूचित जाति वर्ग की लडक़ी के तरफ से शिकायत की गई। हालांकि बाद में दोनों पक्षों के बीच लिव इन रिलेशनशिप में होने की बात करते हुए समझौता करने लेने की बात सामने आई है।
इधर भिलाई के तिवारी परिवार ने इस मामले पर कहा कि शादी में हुई धोखाधड़ी के लिए लडक़े पक्ष के लोग जिम्मेदार हैं, इसलिए शादी में आया खर्च और तलाक चाहिए।
लडक़ी पक्ष का कहना है कि अब यह मामला बलौदा बाजार जिले से निकल गया है। लडक़ी पक्ष के लोग एफआईआर बलौदा बाजार के बजाए भिलाई में कराएंगे, ताकि लडक़े पक्ष के लोग वहां पर आएं।
जिले के उपार्जन केंद्रो में धान की आवक कमजोर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 26 नवंबर। इस वर्ष अच्छी बारिश होने से धान की बंफर फसल होने के बावजूद जिले में अभी तक समर्थन मूल्य पर धान बेचने की बजाय किसान राज्य की नई सरकार बनने का इंतजार कर रहे हैं। इसके चलते उपार्जन केदो में टोकन कटवाने वाले किसानों की संख्या सीमित बनी हुई है।
इस वर्ष जिले में 1 लाख 69 हजार पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य प्रदान खरीदी हेतु केंद्रीय सहकारी बैंक की कार्यरत 15 शाखों में माध्यम से 33 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। तथा धान खरीदी का लक्ष्य 8 लाख 2 हजार 842 मीट्रिक टन अनुमानित रखकर प्रशासन द्वारा तैयारी की गई है। वर्तमान समय में जिले में किसानों से प्रति एकड़ 20 क्विंटल के हिसाब से धान खरीदी करने के साथ किसानों द्वारा लिए गए ऋण की राशि काटकर शेष रकम उनके बैंक खाते में डाली जा रही है।
विधानसभा चुनाव के पूर्व राजनीतिक दलों द्वारा अपने घोषणा पत्र में किसानों को रियायत प्रदान करने की बात शामिल करते हुए कर्ज माफी प्रति एकड़ अधिक मात्रा में धान खरीदी बोनस दिए जाने जैसे कई वादे किए हैं। इसके अलावा राजनीतिक दलों द्वारा इस वर्ष धान बेच चुके किसानों को ऋण की काटी गई रकम भी वापस लौटने का आश्वासन दिया गया है। लेकिन किसान विधानसभा चुनाव का मतदान समाप्त होने के पश्चात उपार्जन केंद्रों में धान विक्रय करने की बजाय 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना तथा प्रदेश में नई सरकार बनने का इंतजार कर रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 26 नवंबर। इस बार शासन ने धान खरीदी में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम किया है। लेकिन कई लोगों के फिंगरप्रिंट मैच और आंखों में मोतियाबिंद के कारण स्कैन नहीं होने से मैनुअल तरीके से भी खरीदी की जा रही है।
चुनाव और त्योहारों के कारण 19 नवंबर तक धान बेचने वाले किसानों की संख्या सिर्फ 8 हजार थी, लेकिन पिछले 5 दिनों में धान बेचने वाले किसानों की संख्या सीधे दुगनी 16 हजार हो गई। इसके साथ ही फर्जीवाड़ा की आशंका बढ़ती जा रही है। बिचौलिया जमकर फायदा उठा सकते हैं।
इस बारे में सहकारी केंद्रीय बैंक बलौदाबाजार के नोएडा अधिकारी अविनाश शर्मा का कहना है कि अभी धान बेचने वाले किसान बहुत कम संख्या में आ रहे हैं। अगर खरीदी ने रफ्तार पकड़ी तो हम पूरी सतर्कता और जांचने परखने के बाद ही मैन्युअल खरीदी करेंगे।
खरीदी केंद्रों में बायोमेट्रिक मशीनें पहुंच चुकी है। कोशिश इसी सिस्टम से खरीदी करने की हो रही है, लेकिन ऐसे कई किसान जिनकी उम्र 50 साल से ज्यादा है, जो फिंगरप्रिंट और आंखों की पुतली मैच नहीं हो रही है, ऐसे में मैन्युअल धान खरीदी भी हो रही है। जिसका फायदा भी बिचौलिए उठा रहे उठा सकते हैं, जो अपना धान खपाने की फिराक में बैठे हैं। देवभोग क्षेत्र से ओडिशा का धान लगातार पकड़ा पकड़ा जाता रहा है।
समर्थन मूल्य पाने आधार लिंक करवाया
दरअसल, पुरानी पद्धति में बिचौलिए किसी भी किसान के पट्टे पर कभी भी धान लाकर बेच देते थे। इससे किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिल पाता था। समर्थन मूल्य का लाभ सभी किसानों को मिले इसके लिए शासन ने इस साल पंजीकृत किसानों का आधार कार्ड पंजीयन के समय ही लिंक करने के निर्देश दिए थे। अगर कोई किसान खरीदी केद्रों में किसी कारणवश नहीं जा पता है तो उसके उत्तराधिकारी के तौर पर परिवार के किसी भी एक सदस्य का आधार कार्ड भी पंजीयन के समय लिंक कराया गया था। इससे वह उसकी अनुपस्थिति में धान आसानी से भेज सकें।
अब तक 16 हजार किसानों ने बेचा धन
डिवाइस की उपलब्धता नहीं होने के कारण 1 नवंबर से 19 नवंबर तक पुरानी पद्धति से धान खरीदी हुई, लेकिन अभी उपार्जन केंद्रों में डिवाइस पहुंच जाने से अब बायोमैट्रिक के जरिए धान खरीदी की जा रही है।
जिले में 19 नवंबर तक 19 दिनों में सिर्फ 8 हजार किसानों ने धान बेचा था, जबकि 5 दिनों में ही यह आंकड़ा दुगना हो कर 16 हजार से अधिक हो गया है। जिले में अभी तक 16 हजार 689 किसानों ने 134 करोड़ 58 लाख 95 हजार 861 रुपए का 6 लाख 16 हजार 420 क्विंटल धान बेचा है।
तीन तरीके के हैं विकल्प
समिति प्रबंधकों के मुताबिक धान खरीदी करने बायोमेट्रिक मशीन मिली है। इसमें एक बार में मैच नहीं होने पर तीन बार स्कैन किया जा सकता है। इसके अलावा मोबाइल नंबर पर ओटीपी भी तीन बार आंख का स्कैनिंग भी तीन बार नॉमिनी का फिंगरप्रिंट ओटीपी भी तीन-तीन बार का ऑप्शन है। सभी प्रकार के मैच नहीं होने पर थर्ड पर्सन आरईओ क्षेत्रीय अधिकारी आयोजनक के माध्यम से सत्यापन कराया जा रहे हैं।
जीएनए कॉलेज का आयोजन, सीआरपीएफ और सीएएफ के जवानों ने लिया हिस्सा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 26 नवंबर। विधानसभा चुनाव 2023 को शांतिपूर्ण व सुरक्षित रूप से संपन्न करने के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की अनेक बटालियन छत्तीसगढ़ के जिलों में तैनात की गई है। शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न करने के लिए सीएस की बटालियन क्रमांक 306 552 ई और 308 552 डी को रांची से बुलवाया गया था।जिसके ठहरने की व्यवस्था स्थानी गजानंद अग्रवाल स्नाकोत्तर महाविद्यालय में की गई थी।
बटालियन के जवानों को उदासी और यांत्रिक दिनचर्या से उबरने में सहायता करने के उद्देश्य से महाविद्यालय की वाणिज्य परिसर की ओर से तनाव प्रबंधन कार्यशाला का आयोजन का स्पोर्ट्स हाल में किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पूर्णिमा साहू के मार्गदर्शन और वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष अशोक वर्मा की नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम का आयोजन दो सत्रों में किया गया।
दूसरे सत्र के प्रारंभ में अपने उद्बोधन में प्राचार्य ने छत्तीसगढ़ की धारा का जवानो अभिनंदन किया और तनाव प्रबंधन में योग और ध्यान की भूमिका के बारे में अनेक अपने अनुभव साझा किया। इसके बाद कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वाणिज्य विभाग के सहायक प्राध्यापक मनीष कुमार सरवैया ने मंच संभाला उन्होंने डॉ. सुभाष पत्री से ध्यान सीखा है, जिन्होंने पूरे विश्व से पिरामिड ध्यान और शाकाहार का प्रचार प्रसार करने के लिए पिरामिड स्पिरिचुअल सोसाइटीज मूवमेंट की स्थापना की थी।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में प्राचार्य मुख्य अतिथि के रूप में विराजमान थी बटालियन के इंस्पेक्टर आरके सिंह उपस्थित थे। इसके अलावा डॉ. शशी किरण कुजूर डॉक्टर सुमित पंत दीपक कुमार यादव सहित अनेक प्राध्यापक साथ उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में गुप्तेश्वर साहू रोशन अग्रवाल विकास ठाकुर उमेश कोमल मानिकपुरी और सुब्बू दास का सक्रिय योगदान रहा।
डिजिटल क्रांति से विचारों का प्रदूषण बड़ा
सरवैया छत्तीसगढ़ पिरामिड इस स्पिरिचुअल समिति मैन्युअल में ध्यान प्रशिक्षित है। उन्होंने दैनिक जीवन के कुछ उदाहरणों से बताया कि मानव किस तरह विभिन्न परिस्थितियों में क्रिया प्रतिक्रिया करके मानसिक और भावनात्मक उलझन में फंस जाता है। उन्होंने कहा कि डिजिटल क्रांति से विचारों के प्रदूषण की गति बढ़ गई है। जिसने मानव के विचारों एवं भावनाओं को दूषित कर गहरी तक प्रभावित कर दिया है जिससे मनुष्य में धैर्य और सहनशीलता काम हो गई है और वह तत्काल प्रतिक्रिया करने लगता है इससे न केवल पारिवारिक बल्कि सामाजिक और पेशेवर क्षेत्र में भी लोगों के आपसी कलह होने से तनाव चिंता उदासी की लहरे बढ़ गई है तकनीकी के शिकार युग में हमें भौतिक सुख सुविधाएं तो बहुत सी प्राप्त हो रही है लेकिन हमारी मानसिक और भावनात्मक शांति लगभग लुप्त हो गई है।
मन को स्वस्थ रखने के लिए ध्यान जरूरी
हम अपने दिनचर्या में एक ऐसी प्रक्रिया को अपनाएं जिससे मन और भावनाओं को संभाल सके। इस समस्या का समाधान हमारे ऋषि मुनियों ने हजारों वर्षों पहले से ही सोचा था। जिससे हम योग ध्यान के रूप में जानते हैं। अत: मन की देखभाल और सफाई करने के लिए प्रतिदिन ध्यान करना लाभकारी होता है। कार्यक्रम का पहला सत्र सुबह 10 बजे और दूसरा सत्र 4 बजे अलग-अलग टीम के लिए आयोजित किया गया था। जिसमें कुल 150 जवानों ने भाग लिया। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में रमाबेन सरवैया मुख्य अतिथि के रूप में इंस्पेक्टर बी सी आर भगत उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 26 नवंबर। सिख समाज के द्वारा प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में नगर कीर्तन शोभायात्रा निकाली गई, जिसका स्वागत कार्यक्रम जिला कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग जिला अध्यक्ष अभिषेक मोदी व संगठन के पदाधिकारियों के द्वारा किया गया।
इस दौरान मुख्य रूप से निगम मंडल सदस्य आलोक मिश्रा, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अल्पसंख्यक विभाग अभिषेक मोदी प्रदेश सचिव आदिल चनिजा,जिला कांग्रेस सचिव राजा तिवारी ,जिला उपाध्यक्ष युवका मनमोहन कुर्रे,सभापति रोहित साहू,विधानसभा अध्यक्ष युवका मोहन निषाद,फैजान अहमद,सद्दाम खान, जुन्नु तंवर, मोहम्मद फैज रजा, एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष अमित मारकंडे,सद्दाम खान,अभय देवांगन,विजय महिलांगे,शुभम केशरवानी,सफीक खत्री,अल्ताफ खान,वसीम अकरम,रोहन लहरे,धनंजय मेश्राम,आदि पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे। यहां सभी को स्वल्पाहार वितरण किया व पंच प्यारों का फूल माला से स्वागत कर प्रकाश पर्व की बधाई दी गई।
गौठान में पैरा को करें दान,फसल अवशेष का भी किया जा सकता है उचित प्रबंधन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 26 नवंबर। उप संचालक कृषि दीपक कुमार के मार्गदर्शन में कृषि विभाग द्वारा मैदानी अमलो के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। जिले में खरीफ 2023 अंतर्गत 196690 हेक्टेयर में धान की फसल ली गई थी जिसकी की कटाई का कार्य जारी है। वर्तमान में कृषको द्वारा हार्वेस्टर के माध्यम से धान की कटाई कराने का प्रचलन बढ़ा है, तथा कटाई पश्चात अगले फसल के तैयारी के लिए खेत में बचे हुए पैरा (पराली) के तत्काल निराकरण हेतु इसे जला दिया जाता है, जो उचित कृत्य नहीं है, वर्तमान समय में यह पर्यावरण तथा स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बड़ा समस्या बन चुका है।
फसल अवशेष जलाने के दुष्प्रभाव
फसल अवशेष जलाने पर्यावरण में कई प्रकार की समस्याएँ उत्पन्न होती है, इससे निकलने वाले धुंए में मौजूद जहरीली गैसो से न सिर्फ मानव स्वास्थ्य पर विपरित प्रभाव पड़ता है बल्कि वायु प्रदुषण का स्तर भी बढ़ रहा है। इससे मृदा का तापमान बढ़ता जिसके कारण मृदा की संरचना बिगड जाती है तथा लाभदायक सूक्ष्मजीवों की संख्या कम हो जाती है। जीवांश पदार्थ की मात्रा कम हो जाने से मृदा की उत्पादकता कम हो जाती है। फसल अवशिष्ट जलाने से केचुए, मकड़ी जैसे मित्र कीटों की संख्या कम हो जाने से हानिकारक कीटो का प्राकृतिक नियंत्रण नहीं हो पाता है , फलस्वरूप मजबूरन महंगे तथा जहरीले कीटनाशकों का इस्तेमाल करना आवश्यक हो जाता है। केवल एक टन पैरा जलाने से 5.5 कि.ग्रा. नाइट्रोजन, 2.3 कि.ग्रा. फास्फोरस. 2.5 कि.ग्रा. पोटेशियम और 1.2 कि.ग्रा. सल्फर जैसे मिट्टी के पोषक तत्व नष्ट हो जाता है। अत: जरुरत है कचरा समझे जाने वाली फसल अवशेषों को खेत में सोना समझकर मिला देने की फसल अवशेष को न जलाकर पर्यावरण के अनुकूल इसका उचित प्रबंधन किया जा सकता है।
फसल अवशिष्ट का प्रबंधन कैसे करें
फसल कटाई के उपरांत खेत में पड़े हुये फसल अवशिष्ट के साथ ही जुताई कर हल्की सिंचाई पानी का छिडकाव करने के पश्चात ट्राइकोडर्मा का छिडकाव करने से फसल अवशिष्ट 15 से 20 दिन पश्चात् कम्पोस्ट में परिवर्तित हो जायेंगे, जिससे अगली फसल के लिए मुख्य एवं सूक्ष्म तत्व प्राप्त होंगे। फसल अवशिष्ट को कम्पोस्ट में परिवर्तित होने की गति बढ़ाने के लिए सिचाई उपरांत यूरिया का छिडक़ाव भी किया जा सकता है। फसल अवशिष्ट के कम्पोस्ट में परिवर्तित होने से जीवांश की मात्रा मृदा में बढ़ जाती है जिससे मृदा की जलधारण क्षमता तथा लाभदायक सूक्ष्म जीवों सूक्ष्म तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है जो रासायनिक उर्वरको के उपयोग क्षमता को बढ़ा देती है। ऐसा करने से कम रासायनिक उर्वरक डालकर अधिक पैदावार ली जा सकती है। फसल कटाई उपरांत खेत में बचे हुए फसल अवशिष्ट को इक_ा कर गड्ढे में डालकर गोबर का छिडक़ाव करें तत्पश्चात ट्राइकोडर्मा या अन्य अपघटक डालकर कम्पोस्ट तैयार करे। फसल कटाई उपरांत फसल अवशिष्ट खेत में ही पड़े रहने तथा इन्हें बिना जलाये भी उपयुक्त कृषि यंत्री द्वारा बोनी की जा सकती है। ऊपर बिछे अवशिष्ट नमी संरक्षण, खरपतवार नियंत्रण एवं बीज के सही अंकुरण के लिए मल्चिंग (पलवार) के रूप में कार्य करेंगे। फसल अवशिष्ट का उपयोग मशरूम उत्पादन के लिए किया जा सकता है। धान के पैरा को यूरिया से उपचार कर पशुओं के सुपाच्य एवं पौष्टिक चारे के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
फसल अवशिष्ट का उपयोग अन्य कार्यों जैसे कार्ड बोर्ड एवं खुरदुरे कागज निर्माण हेतु कच्चे माल के रूप में किया जा सकता है। फसल अवशिष्ट प्रबंधन हेतु कृषि यंत्रो का भी प्रयोग किया जा सकता हैप् फसल कटाई के उपरांत खेत पर फसल अवशेष पड़े रहने के बाद भी बिना जलाए बीजों की बोनी हेतु जीरो सीड कम फर्टिलाईजर ड्रील हैप्पी सीडर का प्रयोग किया जा सकता है। कम्बाइन हार्वेस्टर से कटाई के पश्चात् सुपर सीडर, स्ट्रा रीपर/स्ट्रा बेलर मल्चर का उपयोग कर फसल अवशिष्ट का प्रबंधन किया जा सकता है।
कृषि विभाग द्वारा फसल अवशेष के प्रबधन हेतु सभी विकासखंडो में च्च्वेस्ट डिकम्पोजरज्ज् का वितरण किया जा रहा है, जो की फसल अवशेष का शीघ्र अपघटन कर कम्पोस्ट तैयार करने हेतु अत्यंत उपयोगी उत्पाद है। वेस्ट डिकम्पोजर के एक बोतल से 30 से 40 दिन में 1 लाख मेट्रिक टन जैव अपशिष्ट को अपघटित कर के कम्पोस्ट तैयार किया जा सकता है। इसके लिए 200 लीटर पानी में 2 किलो गुड डाल कर एक बोतल वेस्ट डिकम्पोसर अच्छे से मिला दे तथा इसे ढक कर एक सप्ताह के लिये छोड़ दे, एक सप्ताह के पश्चात यह घोल उपयोग के लिए तैयार हो जाता है। घोल को फसल अवशेष में छिडक़ कर 30 से 40 में कम्पोस्ट तैयार किया जा सकता है। कृषि विभाग के मैदानी अमलों से संपर्क करके कृषक च्च्वेस्ट डिकम्पोजरज्ज् प्राप्त कर सकते हैं।
फसल अवशिष्ट जलाने पर जुर्माना
फसल अवशेष जलाने संबंधित कृत यदि शासन के संज्ञान में आता है तो उस स्थिति में अर्थदण्ड का प्रावधान किया गया है। अर्थदण्ड के अन्तर्गत 2 एकड़ तक के भू-स्वामी को 2500/- रूपये तक तथा 2 से 5 एकड़ तक 5000/- तथा 5 एकड़ से अधिक के भू-स्वामी को 15000/- रूपये अर्थदण्ड का प्रावधान किया गया है।
फसल अवशेष को जलाना वर्तमान में देशव्यापी समस्या बनी हुई है तथा प्रदुषण का सबसे बड़ा कारण भी है, इसके नियंत्रण हेतु देश के प्रत्येक किसान तथा नागरिक जागरूक होना पड़ेगां भविष्य में आने वाली मुसीबतों को गंभीरता से लेते हुए फसल अवशेष जलाना छोडक़र इसका उचित प्रबंधन करना है,जो कि वर्तमान समय की मांग है। इसके साथ ही किसान अपने अपने गांव के गौठान में पैरा का दान कर सकते है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 26 नवंबर। उपभोक्ताओं के साथ खाद्य एवं औषधि प्रशासन भी बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहा है, यह इसलिए क्योंकि अमानक और अपमिश्रण सहित कई खामियों के लगभग 60 मामले न्यायालय में पेंडिंग है।
खाद्य एवं पेय पदार्थों में मिलावट या स्तरहीन सामग्री का मिलाया जाना, अब आम हो चला है। समय-समय पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन, तगड़ी जांच और कड़ी कार्रवाई करता है। प्रकरण भी बनाए जाते हैं। सूक्ष्मता और गंभीरता के साथ किया जाने वाला यह काम, तब हताश करने वाला हो जाता है, जब सुनवाई और फैसले में विलंब का दौर चालू होता है। जारी है अभी भी ऐसा होना। लिहाजा जिले में अब तक लगभग ऐसे 60 मामले हैं, जो नतीजे की प्रतीक्षा में हैं।
न्याय की आस में
जिला निर्माण के पूर्व और बाद के वर्षों में भी निरंतर जांच के बाद न्यायालय में प्रशासन ने लगभग 60 मामले पेश किए हैं। जिन पर फैसला अब तक नहीं आ पाया है। गुजर रहे बरस में भी कुछ प्रकरण और लगाए जाएंगे लेकिन पूर्व में पेश मामलों में अब तक फैसला नहीं आने से उपभोक्ता के साथ प्रशासन में हताशा नजर आ रही है।
ऐसे मामले ज्यादा
न्यायालय में पेश प्रकरणों में ज्यादातर मामले अमानक स्तर की खाद्य सामग्री के हैं। अपमिश्रण के भी मामले हैं। शहरों की बात करें, तो जिला मुख्यालय बलौदाबाजार विकासखंड भाटापारा और सिमगा इसमें आगे हैं। यही वजह है कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन की नजर में यही शहर जांच के केंद्र में रहते आए हैं। छोटे कस्बे भी हैं लेकिन सुधार नजर आ रहा है।
बढ़ रहा हौसला
मिलेगी मामूली सजा या होगा अर्थ दंड। या फिर कुछ नहीं होगा, जैसी धारणा के बीच यह कारोबारी क्षेत्र बेखौफ होकर गतिविधियां चला रहा है। लाचार है उपभोक्ता और खाद्य एवं औषधि प्रशासन क्योंकि फैसला अब तक नहीं आया है। इसके बावजूद प्रशासन ने जागरूकता अभियान और सघन जांच एवं कार्रवाईयां जारी रखी हुई हैं। कभी तो आएगा फैसला, कभी तो मिलेगी सजा।
फैसले की प्रतीक्षा-अफसर
उमेश वर्मा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, बलौदा बाजार का कहना है कि खाद्य एवं पेय पदार्थ की जांच और लैब रिपोर्ट के बाद लगभग 60 प्रकरण न्यायालय में पेश किये जा चुके हैं। फैसले की प्रतीक्षा है।
लोगों को मारी ठोकर, पुलिस ने बचाई सवारियों की जान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 26 नवंबर। कल दोपहर पुलिस की सक्रियता से बस में बैठे यात्रियों की जान बची है और एक बड़ी दुर्घटना होते-होते बची।
शनिवार दोपहर करीब साढ़े 3 बजे पलारी पुलिस को लोगों ने सूचना दी कि रायपुर से बलौदाबाजार की ओर आ रही गुरुकृपा ट्रेवल्स बस का चालक शराब के नशे में बस को लहराते हुए चला रहा है, जिससे सडक़ पर चलने वाले कुछ लोगों को ठोकर मारते और दुर्घटना कारित करते-करते बचा है।
सूचना पर पुलिस ने बस का पीछा कर ग्राम अमेरा के पास रुकवाया। जिसके बाद बस चालक को बस से उतरवाया। उस समय वह काफी नशे में था, साथ ही कंडक्टर ने भी नशा कर रखा था।
नाम पूछने पर चालक ने अपना नाम राजकुमार लूनिया (33) खरौद थाना शिवरीनारायण जिला जांजगीर-चांपा बताया।
बस क्र. सीजी 15 एबी 0226 और बस चालक को थाना पलारी लाया गया। आरोपी बस चालक के विरुद्ध धारा 185 एमवी एक्ट की कार्रवाई की गई, साथ ही शराबी बस चालक के विरुद्ध धारा 279 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध करते हुए पृथक से धारा 151,107/116 जा.फौ. के तहत भी कार्रवाई की गई है। बस में बैठे लोगों ने पलारी पुलिस को धन्यवाद दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 25 नवंबर। नगर के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित शासकीय गजानंद अग्रवाल स्नातकोत्तर महाविद्यालय भाटापारा के प्राणी शास्त्र विभाग और रोजगार एवं मार्गदर्शन समिति द्वारा संयुक्त रूप से विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी हेतु मार्गदर्शन देने के लिए एक व्याख्यान का आयोजन दिनांक 22 नवंबर को किया गया।
कार्यक्रम का आरंभ मां सरस्वती की पूजा अर्चना से किया गया। महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ. पूर्णिमा साहू ने उद्बोधन भाषण में विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि आज प्रतियोगिता का युग है, ऐसे समय में आपको पढ़ाई के साथ-साथ आसपास के वातावरण का ज्ञान अर्जित करते रहना चाहिए। जैसे प्रतिदिन मोबाइल के ऐप को अपडेट किया जाता है, वैसे ही अपने दिमाग को सामान्य ज्ञान एवं उपयोगी जानकारी से अपडेट करते रहना चाहिए, ताकि आप समय के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सके।
तत्पश्चात कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. अजय मिश्रा ने विद्यार्थियों को संबोधित किया। बहुत ही रोचक तरीके से दैनिक जीवन के उदाहरण देकर समझाया कि अपने विषय के सैद्धांतिक ज्ञान को आत्मसात करने के अलावा उसका व्यावहारिक उपयोग करना सीखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि एक साधारण विद्यार्थी अपने प्रवेशित विषयों की पढ़ाई तक ही अपनी इंद्रियों को सीमित कर लेता है, जबकि आसपास की घटनाओं और तथ्यों के प्रति जागरूकता और समझ बढ़ाने के लिए अप्रोच का उपयोग करना चाहिए। इसका अर्थ है कि विद्यार्थी अपने विषय पर गहराई के साथ समझ बढ़ाएं और आसपास के दूसरे विषयों और सामान्य ज्ञान पर भी नजर बनाएं रखे। यूपीएससी और पीएससी प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य ज्ञान की तैयारी करने हेतु टिप्स दिए तथा मुख्य परीक्षा में विषयों का चयन करने पर विस्तार से प्रकाश डाला ।
मोबाइल क्रांति के इस युग में पाठ्य सामग्री और वीडियो ट्यूटोरियल दूर दराज के क्षेत्र में आसानी से उपलब्ध हो गए हैं, लेकिन उनका उपयोग करने के लिए अपने भीतर रुचि और इच्छा जागृत करने की नितांत आवश्यकता है।
अंत में कुछ विद्यार्थियों ने प्रश्न कर समाधान प्राप्त किया।
उक्त कार्यक्रम में डॉ. रेखा कश्यप डॉ. शशि किरण कुजूर, दीपक यादव, जमाल फातिमा, रोजगार एवं मार्गदर्शन समिति के संयोजक मनीष कुमार सरवैया सहित अनेक विद्यार्थी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन कुंभज साहू ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से नीलम, प्रियंका, टिकेश्वर, अमितेश, रंजीत बंजारे, नेहा ठाकुर, जीवराखन यदु इत्यादि का सक्रिय सहयोग प्राप्त हुआ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 25 नवंबर। बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में यातायात नियमों का पालन करने एवं यातायात जागरूकता हेतु समय-समय पर विविध कार्यक्रम आयोजित कराया जा रहा है।
इसी क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा के निर्देशन में सुर ओ चंदम संगीत अकादमी द्वारा यातायात जागरूकता वीडियो ‘मत कर बंदे’ का निर्माण किया गया है। इस वीडियो में बलौदाबाजार के सुर ओ चंदम संगीत अकादमी से अजय साहू, विजय साहू एवं भूपेंद्र की टीम द्वारा जिला बलौदाबाजार- भाटापारा पुलिस के सहयोग से यातायात नियमों का पालन का बहुत ही सजीव एवं सुंदर चित्रण किया गया है।
वीडियो का मुख्य पात्र शहर में बदहवास, पागल सा घूमता हुआ लोगों को यातायात नियमों का पालन करने, ट्रैफिक सिग्नल में रुकने, तीन सवारी वाहन ना चलाने आदि के लिए रोकता एवं टोकता रहता है। इसे ऐसा देख जिला बलौदाबाजार-भाटापारा यातायात पुलिस द्वारा उसका इलाज कराया जाता है। इस पागल आदमी के बारे में पता करने पर यह बात सामने आती है कि इसका चयन पुलिस विभाग में हुआ था, जिसमें वह अपने परिवार के साथ नियुक्ति देने जा रहा था। इस दौरान रास्ते में इसकी कार का एक्सीडेंट हो जाता है, जिसमें इसके परिवार के सदस्यों की मृत्यु हो जाती है तथा इस हादसे के सदमें में यह पागल हो जाता है।
वीडियो के माध्यम से यह समझाया जा रहा है कि यातायात नियमों का पालन करना कितना आवश्यक है। नियमों का पालन नहीं करने से एक सुखी एवं हंसता खेलता हुआ परिवार बिखर सकता है, इसलिए अपने एवं अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सदैव यातायात नियमों का पालन करें।
वीडियो में दर्शित पात्रों के रूप में दीपक कुमार झा, अमृत कुजूर उप पुलिस अधीक्षक यातायात, निरीक्षक नरेश कांगे प्रभारी यातायात बलौदाबाजार सहित जिला बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस के समस्त अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा लोगों को यातायात नियमों का पालन कर सदैव जागरूक रहने हेतु संदेश दिया जा रहा है।
कलेक्टर ने की प्रशंसा
वीडियो को देखकर कलेक्टर चंदन कुमार ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक झा सहित पूरी पुलिस प्रशासन की टीम को बधाई दी है।
उन्होंने कहा कि विडियो काफी प्रेरणादायक है। उन्होंने आम जिले वासियों से अपील की है कि हम सब का नैतिक जिम्मेदारी है कि यातायात नियमों का पालन करे। दुपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट एवं कारों का उपयोग करते समय सीट बेल्ट का उपयोग जरूर करें। उन्होंने आगे कहा की हमारे जिले में औद्योगिक इकाइयां स्थापित है जिस कारण बड़े वाहनों का चलना स्वाभाविक है अंत हमें और अधिक सुरक्षित एवं सचेत होकर वाहन चलाने की आवश्यकता होती है।
शहर के वरिष्ठ नागरिक एवं सेवानिवृत प्रोफेसर एस एम पाध्ये ने कहा कि वीडियो बेहद ही प्रेरणादायक एवं जागरूकता पूर्ण है। निश्चित ही यह वीडियो युवाओं सहित आम जनमानस पर गहरी छाप छोड़ेगा। उन्होंने भी कॉलेज के छात्र-छात्राओं से सडक़ सुरक्षा के प्रति गंभीर एवं यातायात नियमों का पालन करने की अपील की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 25 नवंबर। नगर पालिका परिषद में सब्जी मार्केट में स्थित नवनिर्मित व्यावसायिक परिसर के सामने का हिस्सा गत दिनों अचानक ही ढह गया। इस मामले में कलेक्टर ने तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की है।
ज्ञात हो कि इस मामले में मीडिया कर्मियों ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया था, वहीं जनप्रतिनिधियों ने इस व्यावसायिक परिसर के बारे में मीडिया को बयान भी दिया तथा कांग्रेसियों के द्वारा कलेक्टर को लिखित रूप में आवेदन देते हुए व्यावसायिक परिसर की गुणवत्ता, अनियमितता सभी प्रकार की गतिविधियों पर जायजा लेने हेतु आवेदन भी प्रस्तुत किया गया। जिस पर कलेक्टर चंदन कुमार ने संज्ञान लेते हुए तीन सदस्यीय टीम जांच करने के लिए गठित की गई।
कलेक्टर चंदन कुमार ने यह भी कहा कि यह बड़ी अप्रिय घटना है, जो अचानक हो गई और इस पर हम तत्काल जांच करवाके आगे विधिवत कार्य प्रणाली जो हो सकती है वह जरूर करेंगे और अगर इस मामले में कोई तथ्य नजर आता है तो उसके ऊपर दंडात्मक कार्रवाई भी की जाएगी
व्यावसायिक परिसर को नया बनाने की उठी मांग
सब्जी मार्केट में स्थित व्यवसायिक परिसर जहां लगभग 30 कमरे बने हुए हैं जिसमें सामने की छह कमरे की पोर्च गिरी हुई है उसमें अभी काम्प्लेक्स की स्थिति बदहाल पड़ी हुई है और उसमें भी जो व्यावसायिक परिसर को जो खरीदे हुए हैं उनका भी मनोबल गिर चुका है उनके जो राशि लगे हुए हैं उनके लिए आज आजीविका की बात आ गई है।
इसी तरह व्यावसायिक परिसर के लगभग सभी लोगों का कहना है कि अब यहां परिसर नया बनना चाहिए और नहीं तो हमारा पैसा वापस होना चाहिए क्योंकि इस तरह से अगर जो घटना हुई है वहां बहुत ही निंदनीय घटना है और अप्रिय घटना है।
भाटापारा में राष्ट्रीय रामायण मेला शुरू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 25 नवंबर। भगवान राम के आदर्शमय एवं भव्य जीवन शैली जहां एक ओर समाज एवं प्रत्येक व्यक्ति के लिए प्रेरणा के कारक हैं, वहीं विभिन्न स्थलों मे घटित प्रसंग धाम के रुप में परम आस्था के केन्द्र भी है, ऐसे ही स्थलों में एक परम पुनीत स्थल माना जाता है। श्रृंगवेरपुर को जहां भगवान राम एवं केंवट के परम भक्ति एवं स्नेह का प्रसंग रचित हुआ,युगों-युगों से इस स्थल में विभिन्न माध्यमों से रामभक्ति की अविरल धारा यहां प्रवाहित ही नहीं हो रही है वरन इस धाम की व्याख्या भी कर रहीं है।
राष्ट्रीय रामायण मेला का 34वां सोपान
राष्ट्रीय रामायण मेला के रुप मे यहां प्रतिवर्ष भव्य आयोजन देवउठनी एकादशी से प्रारंभ होगा पूर्णिमा तक चलता है,जिसमें देशभर से साहित्यिकी सांस्कृतिक धार्मिक एवं विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े व्यक्तित्वों का समागम होता है,34वें वर्ष मे प्रवेश कर रहे राष्ट्रीय रामायण मेला के इस महाआयोजन मे इस वर्ष भी देशभर से समागम नजर आ रहा है। इसी कड़ी मे भाटापारा से भी ललित सिंह ठाकुर की टीम दुर्गामाला मंच की सहभागिता प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी अपने भव्य स्वरुप मे नजर आ रही है,तथा विभिन्न प्रस्तुतियों के माध्यम से छत्तीसगढ की गरिमामय उपस्थिति भव्य मंच मे अभिव्यक्त की जा रही है।
शकुंतला देवी का गहन
ज्ञानमय प्रवचन
मानस मंजरी की उपाधि से सुशोभित भाटापारा सुहेला की मानस प्रवक्ता ध्यान एवं ज्ञान की प्रतिमूर्ति शकुन्तला देवी वैष्णव द्वारा राष्ट्रीय रामायण मेला के मंच पर गहन ज्ञानमय प्रवचन से सभी को अभिभूत कर दिया गया, मानस मर्मों की गहन व्याख्या के साथ ही श्रृंगवेरपुर धाम की ऐतिहासिक अध्यात्मिक एवं भक्तिमय व्याख्या उनके द्वारा की गयी,श्रोता मंत्रमुग्ध होकर उनके प्रवचन का आनंद लेते हुए नजर आये,एवं विशाल जन समूह के बीच उनके प्रवचन की अविरल धारा सहज ही वातावरण को भक्तिमय बनाती हुई प्रतीत हुई।
भजन की शानदार प्रस्तुति
राष्ट्रीय रामायण मेला के पंचदिवसीय महाआयोजन में विविध रंगों की छटा बिखरी हुई नजर आ रही है,एवं सभी वर्गों की भागीदारी की भव्यता स्पष्ट रुप से झलक रही है, प्रयाग क्षेत्र के लगभग 40विद्यालयों के बच्चों का सराहनीय सांस्कृतिक प्रदर्शन जहां आकर्षण का केन्द्र बना रहा वहीं लखनऊ से आये दल द्वारा शास्त्रीय विधा मे रामकथा की प्रस्तुति लोगों का मन मोह गई। इसी तरह विविध विधा मे रामभक्ति से सराबोर इस आयोजन मे भाटापारा की भव्यता भी स्पष्ट रुप से परिलक्षित होती नजर आयी,जहां ललित सिंह ठाकुर की सांस्कृतिक टीम दुर्गामाला मंच द्वारा मनोहारी भजनों की प्रस्तुति दी गयी,ललित सिंह ठाकुर तथा उनकी टीम द्वारा गाये भजनों से मंत्रमुग्ध एवं रामभक्ति में सराबोर होते नजर आये, एवं घनश्याम नेताम,बाबूलाल यादव,व्यासनाथ योगी,रवि वैष्णव,मुकेश शर्मा,सरिता रानी शर्मा,बंशीलाल साहू,हरि सिंह ठाकुर आदि की आयोजन को भव्यता प्रदान करने में अहम भूमिका रही।
डीजे साउण्ड सिस्टम जब्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 25 नवंबर। अग्रसेन भवन में शादी समारोह के दौरान तीव्र आवाज से डीजे बजाने वाले एक अनावेदक के विरूद्ध धारा 04,05,15 कोलाहल अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई।
पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा द्वारा तीव्र आवाज से डीजे बजाने वाले पर त्वरित कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया था कि अति. पुलिस अधीक्षक हरिश कुमार यादव एंव अनुविभागीय अधिकारी पुलिस भाटापारा आशीष अरोरा के दिशा निर्देश एवं निरीक्षक योगिताबाली खापर्डे के मार्गदर्शन में थाना भाटापारा शहर द्वारा धारा 04,05,15 कोलाहल अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई।
गुरुवार को भ्रमण के दौरान सूचना मिली कि अग्रसेन भवन में शादी समारोह में डीजे साउण्ड सिस्टम लगा हुआ है।
संचालक सुनील कावरे (43) द्वारा तीव्र आवाज में डीजे साउण्ड सिस्टम चलाते बजाते मिला, जिसे मौके पर गवाहों के समक्ष जिसमें डीजे साउण्ड सिस्टम लगा हुआ को जब्त कर कब्जा पुलिस में लिया गया। अनावेदकगण के विरूद्ध धारा 04,05,15 कोलाहल अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई।