बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 27 नवंबर। सिक्ख पंथ के संस्थापक प्रथम गुरु श्री गुरुनानक देव जी के गुरू परब पर नगर कीर्तन का आयोजन आज किया गया।
दोपहर बाद पंजाबी गुरुद्वारा गुरु सिंघ सभा से श्री गुरुग्रंथ साहिब की पालकी जिसकी अगुवाई पंजपयारों द्वारा की जा रही थी नगर के प्रमुख मार्ग झूलेलाल धाम से बस स्टैंड चौराहा से महासती मंदिर मार्ग से होते हुए रामसप्ताह चौक से फव्वारा चौक होकर स्टेशन रोड से शहर थाना , सदर बाजार से पुन: गुरुद्वारा में जाकर सम्पन्न हुआ। पूरे नगर में जगह जगह स्वागत द्वार बनाये गये एवं फूल माला भेंट कर स्वागत किया गया। चौक चौराहा पर करतब दल द्वारा शौर्य प्रदर्शन मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा।
रायपुर से शबद कीरतन दल जिसमे स. रिंकू मक्कड़ , स. लक्की मक्कड़ एवं स.अमन छाबड़ा के शबद कीरतन से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया जिसमें स्थानीय महिला सत्संग ग्रुप की माता बहनों ने अपनी सुंदर भागीदारी दी। पालकी साहिब की सेवा स. बल्लू चाचा, बाबा बुड्ढा साहिब गुरुद्वारा सेवा समिति द्वारा प्रदान की गई।
नगरकीर्तन के स्वागत के लिए जगह-जगह सर्वधर्म समभाव के साथ समाज एवं अन्य समाज के सेवादलों द्वारा कई स्थानों पर साधसंगत के लिए नाश्ते और जलपान की व्यवस्था रखी गई। सिक्ख सेवा संस्था के युवा साथियों ने नगरकीर्तन हेतु अपने सेवादल के साथियों के साथ उत्कृष्ट सेवा का सराहनीय योगदान दिया।
समाज की महिलाओं, पुरुषों के साथ साथ बच्चों ने भी नगरकीर्तन में बड़ी श्रद्धा और उत्साह से शामिल हुए, नगरकीर्तन मार्ग में साफ-सफाई और जल छिडक़ाव हेतु मुख्य नगरपालिका अधिकारी नगरपालिका परिषद के साथ साथ पालिका उपाध्यक्ष स. त्रिलोक सलूजा का योगदान सराहनीय रहा, नगरकीर्तन के सफल आयोजन एवं समाज के सभी आयु वर्ग के माता बहनों, वीरा भ्रावा और बच्चों की भागीदारी के लिए पंजाबी गुरुद्वारा संचालन समिति के स.नरिन्दर सिंह बाली , स. बलवंत सिंह , स.हरभगवान सिंह , स.मनजीत सिंह 6 हैप्पी 8 एवं स.हरमिन्दर सिंह चावला ने आभार व्यक्त किया।
समाज के सक्रिय सदस्य अरुण छाबड़ा बंटी द्वारा झुलेलाल सेवा समिति के मुखी एवं समाज के वरिष्ठजनों का सरोपा एवं शाल भेंट कर अभिनदंन किया नगरकीर्तन पंजाबी गुरुद्वारा गुरूसिंघ सभा में पहुँच सम्पन्न हुआ, जिसके पश्चात संगत के लिए लंगर की व्यवस्था की गई थी, जिसमें समाज के वरिष्ठ जन स. भागसिंह जी सलूजा , गुलशन सचदेव, स. महेन्दर सिंह सलूजा ,स. भगतसिंह छाबड़ा जी के आशीर्वचन संगत को दिये गए, गुरुद्वारे के ज्ञानी स. निरंजन सिंह एवं हजूरी रागी जन ने संगत को अपने शबद कीरतन से संगत को निहाल किया, गुरपरब स्थानीय गुरुद्वारे में श्रद्धा एवं परम्परागत रुप से मनाया जा रहा है। नगरकीर्तन के सफल बनाने के लिए अनुविभागीय दंडाधिकारी के साथ साथ अनुविभागीय अधिकारी पुलिस एवं स्थानीय पुलिस प्रशासन का सहयोग भी प्राप्त हुआ।