राजनांदगांव
सहायक शिक्षक का पदोन्नित रोकनेे का संगीन आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जनवरी। राजनांदगांव जिला पंचायत के लिपिक पर एक सहायक शिक्षक ने प्रमोशन के एवज में घूस मांगने का संगीन आरोप लगाते शिक्षक पद पर पदोन्नित रोकने के मामले को सार्वजनिक किया है। डोंगरगढ़ ब्लॉक के बेलगांव हाईस्कूल में पदस्थ सहायक शिक्षक विजेन्द्र कुमार वर्मा ने जिला पंचायत में कार्यरत लिपिक नेमीचंद देंवागन पर प्रमोशन के लिए 50 हजार रिश्वत नहीं देने के बाद पदोन्नित से वंचित करने का गंभीर आरोप लगाया है।
सोमवार को प्रेसवार्ता में सहायक शिक्षक ने लिपिक देंवागन पर कई तरह के आरोप लगाते कहा कि पांच साल पहले अप्रैल 2017 में सहायक शिक्षक से शिक्षक के लिए प्रमोशन सूची में उसका नाम सूचीबद्ध किया गया था। सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद जुलाई 2017 की वैध सूची में उसका नाम विलोपित कर दिया गया। प्रमोशन से वंचित होने के बाद से वह विभागीय स्तर पर मामले को लेकर आवाज उठा रहे है। अपने साथ हुए अन्याय को लेकर सहायक शिक्षक ने आरोप लगाते कहा कि 5 हजार रूपए की रिश्वत नही देना उनके लिए भारी पड़ गया। लिपिक देवांगन ने रूपए नहीं देने की सजा के तौर पर गुपचुप रूप से 23 अगस्त 2017 को जारी प्रमोशन सूची को फाईल में दबाए रखा। इस सूची में शिक्षक पद पर प्रमोशन के लिए उनका नाम था, बाद में प्रमोशन की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2017 को शाम को साल्हेवारा स्कूल में उपस्थिति देने संबंधी आदेश मिला। इस वजह से वह सहायक शिक्षक से शिक्षक बनने से वंचित रह गए।
इधर लिपिक पर लगे आरोपों के संबंध में जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि मामला पांच साल पुराना है। उक्त विषय पर जानकारी लेने के बाद कुछ कहना बेहतर होगा। फिर भी शिकायत मिलने पर जांच होगी।