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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 अगस्त। जिला पंचायत अध्यक्ष गीता घासी साहू ने विज्ञप्ति जारी कर कांग्रेस सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में भूमिहीन खेतिहर मजदूर परिवारों को घर एवं बाड़ी देने का वादा किया था, आज जब वादा पूरा करने का समय आया तो अपने वादे से मुकरते हुए उनको केवल साल में 6000 रुपए देने की घोषणा कर उनके विश्वास पर उनके उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार जब से बनी है, अपने घोषणाओं को पूरा नहीं कर पाई है। किसानों की पूरा कर्ज माफी का वादा कर आधा अधूरा ही कर्जा माफी किया। लाखों रुपए का खर्च कर गांव में गौठान बनाया आज खाली पड़े हैं। गौमाता सडक़ों पर इंतजार कर रही है, कब उन्हें गौठान में रखा जाएगा। धान खरीदी में पहले अपने ब्यारा बाड़ी के रकबे में भी धान बेच लेते थे, परंतु इस सरकार ने तो खेत की मेड को भी काट कर धान खरीद रही है।
बेरोजगार इंतजार कर रहे हैं कि कब उन्हें बेरोजगारी भत्ता देंगे, 60 साल के ऊपर के बुजुर्ग कह रहे हैं कि कब उन्हें 1000 एवं 1500 हजार रुपये की पेंशन राशि कब मिलेगी। शराबबंदी का वादा कर घर-घर शराब पहुंचा दिया और भी कई इनके घोषणा पत्र में किया वादा अधूरा ही है
उन्होंने बताया कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने पांच एकड़ तक के हर किसानों को 6000 रुपए सालाना देने की बात की थी, तब यही कांग्रेस के नेता विरोध स्वरूप 6000 रुपए को नाकामी बताते हुए ऊंट के मुंह में जीरा साबित किया था और आज उन्हीं के रास्ते पर चलकर इस सरकार ने केवल भूमिहीन खेतिहर मजदूरों को 6000 रुपए देकर क्या साबित करने जा रही है।
आम चुनाव में कांग्रेस ने केंद्रीय घोषणा पत्र में 72000 रुपए सालाना देने की बात की थी और जब योजना भी राजीव गांधी के नाम पर है तो प्रदेश सरकार को चाहिए कि 72000 रुपए सालाना केवल भूमिहीन खेतिहर मजदूरों को ही नहीं बल्कि सभी पाँच एकड़ तक के किसानों को देना सुनिश्चित करना चाहिए, जिससे छत्तीसगढ़ की जनता को लगे कि कम से कम एक काम तो किया जिससे उन्हें संतुष्टि मिले।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 अगस्त। युगांतर पब्लिक स्कूल के शैक्षणिक सत्र 2019-20 के छात्र हर्ष चौबे ने कॉमन लॉ टेस्ट 2021 में शानदार सफलता अर्जित करते एआईआर 230वें रैंक तथा छत्तीसगढ़ राज्य में 5वें रैंक में रहते अपने विद्यालय, नगर और राज्य का नाम गौरवान्वित किया है। इस उल्लेखनीय रैंक के साथ हर्ष की कॉउसिंलिंग के दौरान राष्ट्रीय स्तर के टॉप थ्री लॉ कॉलेज में चयन होने की संभावना पक्की हो गई है।
उल्लेखनीय है कि हर्ष ने शैक्षणिक-सत्र 2017-18 में सीबीएस 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 91.8 प्रतिशत तथा शैक्षणिक सत्र 2019-20 में सीबीएसई 12वीं बोर्ड की परीक्षा में 96 प्रतिशत अर्जित किया। इस सफलता पर विद्यालय के प्राचार्य, चेयरमैन सुरेश अग्रवाल, युगांतर गु्रप ऑफ इंस्टीटयूशनंस के अध्यक्ष सुशील कोठारी, विद्यालय के वाइस चेयरमैन विनोद सदानी, सेक्रेटरी अखराज जैन, कोषाध्यक्ष पारस अग्रवाल, निदेशक अजय सिंगी, विनय डड्ढा, मिश्रीलाल गोलछा, नरेन्द्र कोटडिय़ा, डॉ. मोहन पारख, राजकुमार अग्रवाल, प्रसन्न जैन, मदन लुनावत, पारस चोपड़ा, शालू गंडेचा, सरस्वती भंसाली, एकेडमिक हेड शैलजा एम. नायर व अन्य शिक्षकों ने हर्ष को बधाई दी।
नांदगांव में समर्थकों ने स्वागत में निकाली भव्य रैली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 अगस्त। युवक कांग्रेस के अध्यक्ष जितेन्द्र मुदलियार का रविवार को प्रभार लेकर पहली बार शहर पहुंचने पर उनके समर्थकों ने भव्य जुलूस निकाला। शनिवार को राजधानी रायपुर में विधिवत रूप से पदभार ग्रहण करने के बाद मुदलियार शहर लौटे। उनके समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने शहर के मुख्य मार्गों में भव्य जुलूस निकालकर उनका ऐतिहासिक स्वागत किया।
स्वागत के दौरान मुदलियार ने शहर के बाशिंदों और आम लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके समर्थन में नारे लगाए। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए भी पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमकर नारा लगाया। राजनीतिक रूप से मुदलियार को मिले ओहदे से यह साफ हो गया है कि पार्टी ने जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाने की दिशा में निर्णय लिया है। मुदलियार की नियुक्ति को लेकर लंबे समय से कयास चल रहे थे। मुख्यमंत्री बघेल शहीद उदय मुदलियार के पारिवारिक सदस्यों को राजनीति में स्थापित करने के लिए सकारात्मक रूख रखते हैं।
बताया जा रहा है कि मुदलियार की ताजपोशी युवाओं को भी संगठित करने की रणनीति के तहत की गई है। इस बीच रायपुर में शनिवार को भव्य समारोह में मुदलियार ने विधिवत रूप से आयोग अध्यक्ष के रूप में जिम्मेवारी ली। कार्यक्रम को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वर्चुअल संबोधित किया। वहीं आडिटोरियम में वन मंत्री मो. अकबर, प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, खेल युवा आयोग मंत्री उमेश पटेल, गिरीश देवांगन, शैलेष नीतिन त्रिवेदी के अलावा राजनांदगांव जिले के सभी कांग्रेसी विधायक, महापौर हेमा देशमुख, सुदेश देशमुख समेत संगठन से जुड़े अन्य नेतागण शामिल थे।
मंत्री दर्जा का भी इंतजार
जिले में हुई राजनीतिक नियुक्तियों में सरकार ने प्रमुख पदों पर मनोनयन कर दिया है। जिसमें प्रदेश स्तर पर युवा आयोग अध्यक्ष के रूप में जितेन्द्र मुदलियार, गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष मन्ना यादव, पर्यटन मंडल सदस्य निखिल द्विवेदी और बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष तेज कुंवर नेताम को जिम्मेदारी मिली है, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से मंत्री दर्जा मिलने को लेकर स्थिति साफ नहीं हुई है। उम्मीद की जा रही है कि आयोग अध्यक्ष होने के कारण मुदलियार को केबिनेट मंत्री का दर्जा मिल सकता है। इसी तरह बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष तेजकुंवर नेताम को भी मुदलियार के समकक्ष का दर्जा मिल सकता है। बताया जा रहा है कि गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष मन्ना यादव और निखिल द्विवेदी को भी राज्य मंत्री के समकक्ष दर्जा मिल सकता है।
दर्जनभर थानेदार इधर-उधर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 अगस्त। पुलिस कप्तान डी. श्रवण ने लंबे समय बाद जिलेभर के दर्जनभर थानों में प्रशासनिक बदलाव करते नए प्रभारी नियुक्त किए हैं। इस फेरबदल में कुछ दो साल से थानों की जिम्मेदारी सम्हाल रहे थे। वहीं कुछ अफसरों को डीएसपी प्रमोट होने की संभावना के चलते स्थानांतरित किया है।
एसपी श्रवण ने लालबाग थाना प्रभारी राजेश साहू को खैरागढ़ पदस्थ किया है। खैरागढ़ में उनकी पदस्थापना को अलग-अलग मायनों के आधार पर की गई है। खैरागढ़ में सियासी उठापटक की संभावना हमेशा प्रबल रही है। ऐसे में एक अनुभवी पुलिस अधिकारी होने के चलते राजेश साहू वहां पदस्थ किए गए हैं। इसी तरह वनांचल अंबागढ़ चौकी के थाना प्रभारी आशीर्वाद रहटगांवकर को शहर के दूसरे बड़े थाने बसंतपुर में भेजा गया है। बसंतपुर के मौजूदा प्रभारी लोमेश सोनवानी सोमनी गए हैं। सोमनी के प्रभारी शिवेन्द्र सिंह राजपूत को लालबाग देहात थाना का प्रभार दिया गया है। खैरागढ़ के थाना प्रभारी नासिर बाठी और डोंगरगांव थाना प्रभारी केपी मरकाम को पुलिस लाइन भेजा गया है। दोनों जल्द ही डीएसपी पद पर पदोन्नत होंगे। घुमका के राजेश साहू को डोंगरगांव, साल्हेवारा प्रभारी विरेन्द्र सिंह को पुलिस लाइन, खडग़ांव थाना प्रभारी कार्तिकेश्वर जांगडे को अंबागढ़ चौकी, पुलिस लाइन से कोमल राठौर व शशिकांत सिन्हा को क्रमश: साल्हेवारा व घुमका स्थानांतरित किया गया है।
बताया जा रहा है कि थाना प्रभारियों को नए सिरे से थानों की कार्य क्षमता को बढ़ाने और जनता के बीच बेहतर साख बनाने की जिम्मेदारी देते हुए एसपी ने कड़े निर्देश जारी किए हैं। इसी तरह एसपी ने 7 सब इंस्पेक्टरों नरेन्द्र मिश्रा को कोतवाली से खैरागढ़, कमलेश बंजारे को बसंतपुर से डोंगरगांव, हेमवंत चंद्राकर को जालबांधा से खडग़ांव, आलोक साहू को कोतवाली, मकरध्वज प्रधान को औंधी से जक्के कैम्प और पवन पटवा को जक्के से जालबांधा पुलिस चौकी का प्रभार देते बिलकिश खान को चिल्हाटी थाना प्रभारी बनाया है।
वनांचल मानपुर के चिकित्सकों की कोशिश लाई रंग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 अगस्त। मानपुर के अंदरूनी इलाके की एक युवती को घरेलू हिंसा के दौरान टंगिये के वार के कारण अपने कान को गंवाने का खतरा था। हिंसक हमले में युवती के कान लटकने की स्थिति में थे। ऐसे में वनांचल मानपुर के चिकित्सकों ने कड़ी मेहनत और मजबूत इरादे के साथ सफल सर्जरी कर युवती के कान को फिर से नया रूप दिया। बताया जा रहा है कि मानपुर में पदस्थ जनरल सर्जन डॉ. अनवर खुर्शीद ने कड़ी मशक्कत के बाद कोरकोट्टी की रहने वाली सरोज उसारे के कान को दुरूस्त कर दिया।
बताया जा रहा है कि सरोज पर उसके घर के एक युवक रायसिंग आचला ने टंगिये से वार कर दिया था। जिसके चलते कान पूरी तरह से कटकर लटक रहे थे। बताया जा रहा है कि मानपुर में उपचारार्थ दाखिल हुई युवती को देखकर चिकित्सक डॉ. अनवर ने सर्जरी की। इस संबंध में सीएमओ डॉ. मिथलेश चौधरी और बीएमओ डॉ. गोविंद कौशिक ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का वनांचल में विस्तार किया जा रहा है। इसी कड़ी में सामान्य प्रसव से लेकर हर अपातकालीन चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है। इस बीच युवती के कान की सर्जरी के जरिये सिलाई करने से स्पष्ट रूप से यह साफ दिख रहा है कि जल्द ही कान अपने पुराने रूप में लौट आएंगे।
वैक्सीनेशन तेज होने का मिल रहा फायदा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 अगस्त। जिले में करीब 4 माह पहले कोरोना के वीभत्स रूप के चलते समूचे जिले में कहर बरपाने के बाद अब एक्टिव केस 50 के करीब पहुंच गया है। अप्रैल-मई में कोरोना से कई लोगों की जान चली गई। बेसमय लोगों को कोरोना संक्रमण से दुनिया को अलविदा कहना पड़ा। जिले में इस वैश्विक महामारी ने कई लोगों के घर-परिवार को तबाह कर दिया। अकाल मौत के कारण परिजनों को अपनों को खोना पड़ा। इस बीच जुलाई माह से लगातार कोरोना के मामलों में तेजी से गिरावट आई। अगस्त के पहले दिन तक गिरावट बरकरार है। इसी के चलते जिले में मात्र 50 कोरोनाग्रस्त हैं। ऐसे मरीजों का होम आईसोलेशन के जरिये उपचार किया जा रहा है। सरकारी चिकित्सकों की एक्टिव केसों पर नजर है।
बताया जा रहा है कि अब ज्यादातर इलाके कोरोना से मुक्त हो गए हैं। ब्लॉकों में भी स्थिति अब सामान्य हो गई है। घनी आबादी वाले इलाकों में भी कोरोना के नए मामले थमे हुए हैं। तीसरी लहर की आशंका के कारण अब भी सेहत को लेकर प्रशासन लोगों को आगाह कर रहा है। राजनंादगांव शहर भी कोरोना के कहर से फिलहाल मुक्त हो गया है। एक-दो मामलों में ही कोरोना की उपस्थिति दिख रही है। बताया जा रहा है कि अगस्त और सितंबर के महीने को तीसरी लहर की संभावित समय माना जा रहा है। लगातार तीसरी लहर पर अलग-अलग स्तरों से जानकारी पहुंच रही है। भारत सरकार के अलावा स्थानीय चिकित्सक भी यह मान रहे हैं कि कोरोना का सफाया अभी नहीं हुआ है। ऐसे में तीसरी लहर के घातक रूप में वापसी की संभावना है। बच्चों को इस लहर में खतरे से बचाने की अभी से परिजनों को अलर्ट किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि जिले में अब 50 कोरोनाग्रस्त मरीजों का उपचार किया जा रहा है। गुजरे पौने दो साल में 522 लोगों की जान चली गई। कोरोना का पहला साल मौत के मामले में बेहद कम रहा। दूसरी लहर ने ताबड़तोड़ लोगों की जान लेकर संख्या को 500 से अधिक तक पहुंचा दिया। पिछले कुछ महीनों में स्थिति बेहद खराब हुई है। कोरोना से तबाह हुए लोग सम्हलने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि तीसरी लहर के स्तर को बेहद खतरनाक माना जा रहा है। राजनंादगांव जिले में फिलहाल 57 हजार 192 में से 56 हजार 620 स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं। पिछले डेढ़ माह से मौत की संख्या 522 पर स्थिर बनी हुई है। बहरहाल नए मामलों में कमी आने के कारण पॉजिटिव रेट लगभग 0.50 प्रतिशत के आसपास है। बहरहाल राजनांदगांव जिला कोरोनामुक्त होने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।
कोरोना प्रोटोकॉल कोरोना प्रोटोकॉल पालन के निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 जुलाई। करीब डेढ़ साल बाद कोरोना संक्रमण के चलते बंद पड़े सरकारी और गैर सरकारी स्कूल 2 अगस्त से शुरू होंगे। चरणबबद्ध ढंग से स्कूलों को खोलने की नीति के तहत 10वीं और 12वीं की कक्षाएं शुरू होंगी। 50 फीसदी छात्रों के साथ कक्षाएं की शुरूआत करने की तैयारी की जा रही है।
जिले के सभी स्कूलों को कोविड-19 प्रोटोकाल के तहत स्कूल संचालन करने का निर्देश दिया गया है। दीगर कक्षाओं के संचालन के लिए सरकार ने ग्रामीण स्तर पर पंचायतों और शहरी स्तर पर पालक संघों की रजामंदी देने को अनिवार्य किया है। इसके बाद ही प्राईमरी और मीडिल स्कूलों की शुरूआत होगी। स्कूल संचालन को लेकर पालकों में विरोध की स्थिति बन रही है। बहरहाल 2 अगस्त से शुरू हो रहे स्कूलों पर प्रशासन की पैनी नजर रहेगी। इधर प्रशासन समेत जनप्रतिनिधि भी आगामी 2 अगस्त से स्कूल के संचालन को लेकर तैयारियों का जायजा लेने पहुंच रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के स्कूलों में पढऩे वाले कुछ विद्यार्थियों के पालक स्कूल खोलने का विरोध भी कर रहे हैं। वहीं कुछ पालक स्कूल संचालन को लेकर अपनी सहमति भी दे रहे हैं। ऐसे में निजी स्कूल प्रबंधन के सामने स्कूल संचालन को लेकर दुविधा की स्थिति बन रही है। सूत्रों के मुताबिक पहली से 5वीं और 8वीं, 10वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल का संचालन किया जाएगा। वहीं 6वीं, 7वीं, 9वीं और 11वीं की कक्षाएं नहीं लगेगी। ऐसे में इन कक्षा के विद्यार्थियों को ऑनलाइन ही पढ़ाया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 जुलाई। विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर आयुष पॉलीक्लीनिक राजनांदगांव प्रभारी डॉ. प्रज्ञा सक्सेना द्वारा जागरूकता अभियान के अंतर्गत लोगों को पोस्टर, पाम्प्लेट, सेल्फी, व्याख्यान आदि के माध्यम से इस बीमारी के बारे में जागरूक किया गया।
कार्यक्रम में डॉ. प्रज्ञा सक्सेना ने कहा कि हेपेटाइटिस लीवर की एक गंभीर बीमारी है। हेपेटाइटिस एक ऐसी बीमारी है। जिसमें लीवर में सूजन आ जाती है। जिससे लीवर का कार्य प्रभावित होता है। लीवर हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। ये भोजन के पाचन के साथ-साथ खून के टॉक्सिन्स को साफ करने में भूमिका निभाता है। हेपेटाइटिस कई वजहों से हो सकता है, जैसे वायरस संक्रमण, अत्यधिक शराब सेवन, नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लीवर, ऑटोइम्यून बीमारी, दवाओं के अनुचित सेवन से होता है। वायरस के पांच स्ट्रेन के आधार पर हेपेटाइटिस पांच ए, बी, सी, डी व ई प्रकार का होता है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन शैली के साथ ही लीवर को स्वस्थ रखने के लिए सुपाच्य व पौष्टिक भोजन लें। भोजन में अंगूर, केला, ओट्स, सेव, खजूर, कॉफी, ग्रीन-टी को शामिल करें। मसालेदार तली-भुनी चीजों का प्रयोग न करें। नशीले पदार्थो व अत्यधिक शराब का सेवन न करें। आयुर्वेद में पंचकर्म चिकित्सा व एकल औषधियां कालमेघ, नागरमोथा, दारूहरिद्रा, कटुकी, भुईआंवला, पुनर्नवा लीवर को स्वस्थ रखने में सहायक है।
डॉ. सक्सेना ने बताया कि 15 दिन से 2 महीने में प्रकट होते हैं। पेट में दर्द, कमजोरी जी मिचलाना, भूख न लगना, हल्का बुखार, पीलिया, पेशाब का पीला होना, त्वचा व आंखों के सफेद भाग का पीला हो जाना, त्वचा में खुजली होती है। यह संक्रमित (दूषित) पानी पीने व दूषित खाने से होता है। साफ-सफाई के अभाव, गंदे हाथों से खाने से ये फैलता है। मानसून के समय इसका संक्रमण तेजी से फैलता है। बचाव के लिए अपने आसपास की सफाई रखकर, स्वच्छ भोजन व पीने के पानी का प्रयोग, खाने से पूर्व हाथों को धोकर इस बीमारी से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि बचाव के लिए रक्तदान से पूर्व हेपेटाइटिस बी व सी की जांच अवश्य कराएं। गर्भवती माताएं हेपेटाइटिस बी की जांच अवश्य कराएं। नवजात शिशुओं की तीनों चरण में हेपेटाइटिस बी का टीका अवश्य लगाएं। संक्रमित व्यक्ति के घाव को खुला न छोड़े। संक्रमित व्यक्ति की इस्तेमाल चीजें रेजर, कैंची, टॉवेल, कपड़े अलग रखें एवं परिवार के अन्य सदस्य हेपेटाइटिस बी का टीका अवश्य लगाएं। लक्षण उपस्थित होने पर समय पर जांच व उपचार कराएं। हेपेटाइटिस सी का टीका उपलब्ध नहीं है तो बचाव के तरीकों को अपनाएं व समय पर उपचार लें। कार्यक्रम में डॉ. स्नेह गुप्ता, डॉ. भारती यादव ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में हेमलता बड़ा, अनुसुईया साहू, फुलेश्वर, दामिनी, शैल, सुनीता देवांगन, किरण ने अपना सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम में कोविड-19 अनुकूल नियमों का पालन किया गया।
बीज उपचार ड्रम एवं मुनगा पौधों का वितरण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 जुलाई। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने अंबागढ़ चौकी में कृषि विज्ञान केन्द्र के ग्राम सोनसायटोला में चल रहे डीबीटी बायोटेक किसान हब की जानकारी लेते किसानों को वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाकर अपनी आय दोगुना करने प्रोत्साहित किया। कलेक्टर ने किसानों को बीज उपचार ड्रम व मुनगा (किस्म पीकेएम -1) के पौधों का वितरण किया।
बायोटेक किसान हब परियोजनांतर्गत राजनांदगांव जिले के अंबागढ़ चौकी विकासखंड के पांच गांव सोनसायटोला, भड़सेना, मांगाटोला, सेम्हरबांधा, कौडूटोला से 50 किसानों का चयन किया गया है। यह योजना मुख्य रूप से चार मॉडल फसल, अनाज, दलहन एवं प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, उद्यानिकी, पशुपालन आधारित मॉडल पर आधारित है। परियोजना अंतर्गत इस वर्ष किसानों को धान की प्रजाति इंदिरा महेश्वरी दिया गया है, जो तनाछेदक, टूग्रो वायरस, भूरा माहू, पत्तियों में झुलसा रोग हेतु प्रतिरोधी होती है। यह किस्म 130-135 दिन की अवधि वाली है। वहीं डीआरआर धान-42 का वितरण किया गया, जो सूखाग्रस्त क्षेत्र के लिए प्रतिरोधी है। यह किस्म 120 दिन की अवधि वाली है, जिसे सीडड्रिल मशीन द्वारा कतार बोनी करने अथवा कतारबद्ध तरीके से रोपाई कर लगाए जाने हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया गया एवं इस परियोजना के तहत किसानों को सीड कम फर्टिड्रिल भी प्रदान किया गया है।
गौरतलब है कि यह परियोजना भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- राष्ट्रीय जैविक स्ट्रेस प्रबंधन संस्थान, बरौंडा रायपुर के डॉ. पी. मुवेंथन पलानीसामी के मार्गदर्शन एवं कुलपति इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय रायपुर डॉ. एसके पाटिल, निदेशक विस्तार सेवायें इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय रायपुर डॉ. एससी मुखर्जी के संरक्षण में इस योजना का संचालन कृषि विज्ञान केन्द्र, राजनांदगांव के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बीएस राजपूत एवं प्रमुख व इस योजना की परियोजना प्रभारी तथा विषय वस्तु विशेषज्ञ उद्यानिकी गुंजन झा द्वारा किया जा रहा है।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर, एसडीएम मोहला ललितादित्य नीलम, उप संचालक कृषि जीएस धुर्वे, राजीव देवरास उप संचालक पशुपालन, सहायक संचालक उद्यानिकी राजेश शर्मा, जनपद सीईओ भानुप्रताप चुरेंद्र, नायब तहसीलदार एचएन खुटे, ग्राम पंचायत के सरपंच नीतू कोल्यारे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 जुलाई। भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में राजनांदगांव जिले में अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ स्थानों में भारी बारिश की संभावना है। आसमान में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने की संभावना है। अधिकतम तापमान 28.0-29.0 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 24.0-25.0 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। सुबह हवा में नमी का प्रतिशत 86-91 प्रतिशत तथा दोपहर मे 75-80 प्रतिशत रहने की संभावना है। हवाओं के दक्षिण-पश्चिम दिशा से 3.0-4.0 किमी प्रति घंटे कि गति से चलने की संभावना है। मौसम को देखते कृषि विज्ञान केन्द्र राजनांदगांव के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बीएस राजपूत एवं कृषि मौसम वैज्ञानिक सुरभि जैन द्वारा जिले के कृषकों के लिए भी मौसम आधारित सलाह दी गई है, ताकि बदलते मौसम से फसलों को होने वाले नुकसान से बचाते अपेक्षित सावधानियों का अनुशरण कर सके।
वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. बीएस राजपूत ने कहा कि पिछले दिनों हुई अच्छी वर्षा से खेतों में पर्याप्त पानी है। किसानों को सलाह दी जाती है कि जहां खुर्रा बोनी वाली धान 30 से 35 दिन की हो गई है, वहां बियासी का कार्य शुरू करें, जहां धान कि फसल कंसे निकालने कि अवस्था में है और वर्तमान मौसम कि स्थिति धान में तना छेदकके प्रकोप के लिए अनुकूल है। अधिक प्रकोप दिखने पर कारटॉप हाइड्रोक्लोराइड 4 जी ग्रेन्यूल्स / 8 किग्रा, एकड़ कि दर से उपयोग करें। आगामी पांच दिनों में मध्यम से घने बादल छाए रह सकते हंै।
जिला न्यायालय परिसर में चाईल्ड फ्रैंडली रूम का उद्घाटन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 जुलाई। जिला एवं सत्र न्यायाधीश विनय कुमार कश्यप ने शुक्रवार को जिला न्यायालय राजनांदगांव में स्थित पॉक्सो न्यायालय में चाईल्ड फै्रंडली रूम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर प्रत्येक जिला न्यायालय या तालुका में स्थित पॉक्सो न्यायालय में चाईल्ड फै्रंडली रूम बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
पॉक्सो न्यायालय के न्यायाधीश शैलेष शर्मा ने बताया कि 18 वर्ष से कम उम्र के बालक या बालिकाओं के साथ होने वाले अपराधों के पीडि़त एवं पीडि़ता को अपने घर जैसा वातावरण दिए जाने के उद्देश्य से चाईल्ड फै्रंडली रूम तैयार किया गया है। जिसका उद्देश्य ऐसे बालक या बालिका जिनके साथ अपराध घटित हुआ है तथा जिन्हें न्यायालय के समक्ष साक्ष्य देने हेतु उपस्थित होना है, उन्हें घर जैसा वातावरण मिले। जिससे वे पीठासीन अधिकारी तथा स्टाफ को अपने परिवार का सदस्य मानते उनके साथ हुए घटनाओं के संबंध में बिना किसी डर-भय के बातों को साझा कर सके। जिसके द्वारा न्यायालय को ऐसे गंभीर मामलों में उचित न्याय-निर्णयन किया जाना संभव हो सके।
चाईल्ड फै्रंडली रूम में बच्चों के खेलने के लिए खिलौने, रंगे-बिरंगे पेंटिंग्स, कॉमिक्स की किताबें, मनोरंजन के साधन के साथ-साथ कार्टून एवं पढ़ाई से संबंधित वर्ण अक्षर से दीवारों को सजाया गया है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजनांदगांव एवं जिला प्रशासन, नगर पालिक निगम राजनांदगांव के संयुक्त प्रयास से कक्ष का निर्माण किया गया है।
इस अवसर पर प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश सत्यभामा अजय दुबे, विशेष न्यायाधीश (एट्रोसिटीज एक्ट) मंसूर अहमद, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय शैलेष केतारप, द्वितीय अपर जिला न्यायाधीश दीपक गुप्ता, अपर सत्र न्यायाधीश एफटीसी अभिषेक शर्मा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मोनिका जायसवाल सहित विवेक गर्ग, भावना नायक, अनिता कोशिमा रावटे, आकांक्षा राठौर, आलोक अग्रवाल, सचिव देवाशीष ठाकुर, जिला अधिवक्ता संघ राजनांदगांव के अध्यक्ष मनोज चौधरी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व न्यायालय के कर्मचारी, पुलिस जवान एवं पैरालीगल वालिंटियर्स उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 जुलाई। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने प्रशासनिक दक्षता एवं कार्यकुशलता लाने तथा राजस्व प्रकरणों के शीघ्र निराकरण के लिए जांच दल का गठन किया।
उन्होंने स्वयं एसडीएम, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार न्यायालय का मुआयना कर शिविर लगाकर लंबित प्रकरणों के शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए थे। जिसका असर प्रभावी रहा है और जिले में जुलाई माह में 6 हजार 889 प्रकरणों का निराकरण किया गया। वहीं अभिलेख दुरूस्ती के 3643 तथा अभिलेख दुरूस्ती उपरांत वितरित 2613 ऋण-पुस्तिका वितरित किया गया। जिसमें विवादित नामांतरण के 2216, विवादित बंटवारा 435, अभिलेख त्रुटि सुधार के 263, सीमांकन के 744, अ/70 के 15 तथा ऑनलाइन नामांतरण के 3216 प्ररकणों का निराकरण किया गया।
जिले में जुलाई माह में 41 हजार 269 प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। जिनमें 4 हजार 109 अस्थायी जाति प्रमाण पत्र, एक हजार 576 स्थायी जाति प्रमाण पत्र, 7 हजार 818 निवास प्रमाण पत्र तथा 27 हजार 766 आय प्रमाण पत्र बनाया गया। छुरिया में 717 सर्वाधिक अस्थायी जाति प्रमाण पत्र बनाया गया है। इसी तरह डोंगरगढ़ में 426 सर्वाधिक स्थायी जाति प्रमाण पत्र, 1746 सर्वाधिक निवास प्रमाण पत्र तथा राजनांदगांव में 5847 सर्वाधिक आय प्रमाण पत्र बनाया गया। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को राजस्व प्रकरणों का प्राथमिकता से निराकरण करने कहा है। उन्होंने कहा कि सभी राजस्व अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक एवं पटवारी मुख्यालय में निवास करेंगे।
जिले में गठित जांच दल द्वारा राजस्व अधिकारियों के कार्यों का आकस्मिक निरीक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नामांतरण, बंटवारा एवं सीमांकन के प्रकरणों का अभियान चलाकर निराकरण करें।
गौरतलब है कि कलेक्टर के निर्देश पर अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय दौरा कर राजस्व के लंबित प्रकरणों का मुआयना कर रहे हैं। अपर कलेक्टर श्री मारकण्डेय को खैरागढ़ एवं डोंगरगढ़, संयुक्त कलेक्टर इंदिरा देवहारी को मोहला एवं मानपुर, संयुक्त कलेक्टर वीरेन्द्र सिंह को छुईखदान एवं गंडई, डिप्टी कलेक्टर डॉ. दीप्ति वर्मा को राजनांदगांव एवं अंबागढ़ चौकी, डिप्टी कलेक्टर लता युगल उर्वशा को डोंगरगांव एवं छुरिया के राजस्व समस्याओं से संबंधित निराकरण का दायित्व सौंपा गया है। सभी अधिकारी अपने संबंधित तहसील कार्यालयों का प्रतिमाह निरीक्षण कर प्रतिवेदन 20 तारीख तक अनिवार्य रूप से कलेक्टर के समक्ष प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे।
कलेक्टर ने खेलकूद गतिविधियां प्रारंभ करने खेल शिक्षकों की ली बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 जुलाई। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने स्कूल में खेलकूद की गतिविधियां प्रारंभ करने जिले के सभी स्कूलों के खेल शिक्षकों की बैठक लेकर उचित क्रियान्वयन के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण दर में कमी आई है। जिसके दृष्टिगत लोक शिक्षण संचनालय द्वारा खेलकूद के लिए पत्र जारी कर दिया गया है। कोविड-19 के नियमों को ध्यान में रखते खेलकूद गतिविधियां प्रारंभ करें। उन्होंने कहा कि बच्चे हो या बड़े कोविड-19 के समय में सभी अवसाद की स्थिति में चले गए थे और अवसाद से बाहर निकलने का सबसे अच्छा तरीका खेल है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नारा दिया है, खेलबो-जीतबो, गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ इस वाक्यांश के अनुरूप कार्य करना है और जिले में खेल की गतिविधियों को जारी रखना है। जिले के सभी स्कूलों में खेल शिक्षक अभ्यास कराएं। लोक शिक्षण संचनालय से प्राप्त आदेश के अनुसार नियमों को ध्यान में रखते अभ्यास कार्य प्रारंभ करना है।
कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि बच्चों को ग्राम स्तर पर प्रशिक्षण देते उन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व के लिए तैयार करना है। इसके लिए जिन सुविधाओं की आवश्यकता होगी, उसे पूरा किया जाएगा। सभी गांव में खेल के लिए सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि खेल शिक्षकों को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि बच्चों के लिए कौन सी सुविधाएं उचित होगी, उसके अनुरूप कार्य करें। खेल शिक्षकों में खेल के प्रति अद्भुत क्षमता होती है। इसी के अनुरूप जिले में खेल का वातावरण तैयार करना है। उन्होंने कहा कि खेल शिक्षक का कार्य एक स्कूल तक केन्द्रित नहीं होना चाहिए, बल्कि आसपास के बच्चों को प्रोत्साहित कर प्रशिक्षण देना चाहिए। उन्होंने खेल गतिविधियों के मानिटरिंग, निरीक्षण, शिकायत एवं विभिन्न खेल सामग्रियों की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए खेल शिक्षकों की समिति बनाने के निर्देश दिए हंै। जिसके माध्यम से खेल गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए खेल सामग्री उच्च गुणवत्ता का होना चाहिए। संसाधनों का बेहतर उपयोग करते हुए बच्चों को प्रशिक्षण दें।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि 15 से 35 साल तक के बच्चे और युवा जो स्कूल नहीं जाते उनके खेल प्रशिक्षण के लिए ग्राम स्तर पर खिलाडिय़ों का चयन किया जाए। इसके लिए एक समिति बनाई जाए जो पंचायतों से 30-40 खिलाडिय़ों का चयन कर उन्हें प्रशिक्षण दिया जाए। इन खिलाडिय़ों के प्रशिक्षण के बाद संकुल ब्लॉक और जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर विरेन्द्र सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी एचआर सोम, जिला क्रीड़ा अधिकारी श्री एक्का, दिग्विजय स्टेडियम समिति मैनेजर रणविजय प्रताप सिंह सहित जिले के खेल शिक्षक व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
निगम आयुक्त ने किया मोबाइल यूनिट का निरीक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 जुलाई। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने पर नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने श्री साईराम टेक्नो मेनेजमेंट सालूशन कंपनी को नोटिस जारी किया है। राज्य शासन द्वारा शहरी निर्धनों के नि:शुल्क इलाज हेतु मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजनांतर्गत नगर निगम सीमा क्षेत्र के लिए 4 मेडिकल मोबाइल यूनिट प्रदान किया गया है। उक्त मोबाइल यूनिट प्रतिदिन नगर के श्रमिक बाहुल्य क्षेत्रों में जाकर लोगों के स्वास्थ्य का नि:शुल्क परीक्षण कर दवाईयों का वितरण करते हैं। मेडिकल मोबाइल यूनिट का आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी द्वारा निरीक्षण कर व्यवस्था में खमिया होने पर व्यवस्था दुरूस्त करने नोटिस जारी किया गया है।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि एमएमयू चार के दैनिक प्रगति में मरीजों की संख्या अन्य एमएमयू की अपेक्षा कम पाया गया। साथ ही चिकित्सक एवं स्टाफ की उपस्थित निर्धारित समय में नहीं होना। जिसके कारण मरीजों को इंतजार करते पाया गया। इसके अलावा एमएमयू में दवाईयों को सुरक्षित रखने हेतु जो फ्रिज रखा गया है वह फ्रिज एमएमयू चालू रहने पर क्रियाशील रहता है। उसके उपरांत रात्रि व साप्ताहिक अवकाश में बंद रहने पर फ्रिज चालू नहीं रहता। जिससे दवाईयां खराब हो रही है। इसके लिए रेफ्रिजरेटर की व्यवस्था किया जाना है तथा उपरोक्त व्यवस्था को दुरूस्त करने संबंधित एमएमयू के संचालक मे. साईराम टेक्नों मेनेजमेंट सालूशन प्राईवेट लिमिटेड कंपनी भोपाल को नोटिस जारी किया गया है। व्यवस्था दुरूस्त नहीं करने की स्थिति में अनुबंध नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। पूर्व में भी इन पर लापरवाही पर पेनाल्टी अधिरोपित किया गया था।
शाला प्रारंभ के पूर्व तैयारियों का लिया जायजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 जुलाई। छग शासन स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी संजीव श्रीवास्तव संयुक्त संचालक समग्र शिक्षा अभियान रायपुर ने शुक्रवार को जिला कार्यालय में पदस्थ सतीश ब्यौहरे एपीसी समग्र शिक्षा राजनांदगांव के साथ जिले के डोंगरगांव एवं छुरिया विकासखंड का दौरा कर विभिन्न शासकीय शालाओं का निरीक्षण, पर्यवेक्षण एवं मानिटरिंग की।
दोनों अधिकारियों ने शा.पूर्व मा. शाला जंगलपुर, शा.प्रा. शाला अमलीडीह एवं मोहल्ला क्लास अमलीडीह, स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी मा.शाला एवं कन्या उ.मा.शाला डोंगरगांव, पूर्व. मा. शाला डोंगरगांव, शा.हाईस्कूल खुर्सीटीकुल, शा.उ.मा. शाला आमगांव एवं मोहल्ला क्लास आमगांव, शा.उ.मा.शाला मोहड़ का भ्रमण एवं आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी जयंत साहू भी राज्य एवं जिला स्तर के अधिकारियों के साथ उपस्थित रहे।
संयुक्त संचालक श्री श्रीवास्तव ने शालाओं में साफ-सफाई, कार्यालय में पुस्तकालय पंजी, अवकाश पंजी, उपस्थिति पंजी के विधिवत संधारण, शाला खोलने के पूर्व शाला विकास एवं प्रबंधन समिति/पंचायत/नगरीय प्रतिनिधियों/पालकों से लिखित सहमति प्राप्त करने के पश्चात ही शाला प्रारंभ करने निर्देश दिया। उन्होंने स्कूलों में थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य रूप से करने कहा। साथ ही शालाओं में वार्षिक शाला कैलेंडर, शाला खोलने के पूर्व स्थानीय स्तर पर प्रचार-प्रसार करने, शाला प्रमुख एवं शिक्षकों को शासन के निर्देशों का कड़ाई से पालन करने निर्देशित किया। वहीं शिक्षकों को वैक्सीन लगाने, सेतु पाठ्यक्रम, बेसलाइन सर्वे की प्रारंभिक तैयारी करने, शाला के भीतर एवं बाहर सामुदाय के बीच, प्रिंटरिच वातावरण तैयार करने कहा।
उन्होंने अंगना मा शिक्षा कार्यक्रम को वृहद रूप आयोजित करने, शालाओं में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता, शालाओं के प्रसाधन कक्षों में स्वच्छता, जलापूर्ति, हैंडवाश एवं साबुन की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने निर्देशित किया। ज्ञात हो कि राज्य शासन, स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के स्कूलों में आगामी 2 अगस्त से ऑफलाइन कक्षाओं के संचालन के लिए स्कूलों में आवश्यक तैयारियां की जा रही है।-
कलेक्टर ने किया कलकसा और भोथली गौठान का निरीक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 जुलाई। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी मंदिर में फूलों के बाजार की असीम संभावनाओं को देखते ग्राम कलकसा के गौठान में स्वसहायता समूह की महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने फूलों की खेती करने महिलाओं को प्रोत्साहित किया। उन्होंने अधिकारियों को स्वसहायता समूह की महिलाओं को फ्लोरीकल्चर से जोड़ते संयुक्त कार्ययोजना बनाकर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गौठानों में 4-5 एकड़ क्षेत्र में फूलों की खेती करें। डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी मंदिर के कारण फूलों की आवश्यकता को देखते फ्लोरीकल्चर में असीम संभावना है।
उन्होंने उद्यानिकी विभाग को गेंदा फूल के सीड उपलब्ध कराने के निर्देश दिए और वहां स्वसहायता समूह की महिलाओं को हाई टेक्नोलॉजी से फूल की खेती के लिए प्रशिक्षण दें। फूलों के भंडारण के लिए कोल्ड स्टोरेज बनाने कार्ययोजना बनाकर स्टीमेट प्रस्तुत करने के निर्देश अधिकारियों को दिए, जिन स्थानों पर फूलों की खेती किया जाएगा, वहां सिंचाई के लिए ड्रीप लगाने स्टीमेट तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि गौठान के इस कार्य को पॉयलेट प्रोजेक्ट के रूप में करना है। गौठान में महिला समूह द्वारा फूलों की खेती करने एवं आर्थिक गतिविधियों के उचित संचालन के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति की। उन्होंने कहा कि वन विभाग द्वारा लकड़ी प्राप्त कर अगरबत्ती और फूलों से खाद बनाने का कार्य समूह द्वारा किया जाएगा। इसके लिए पट्टाधारी समूह की महिलाओं को इस कार्य में जोड़े। उनके द्वारा अगरबत्ती, बांस की डलिया का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि फूल, अगरबत्ती विक्रय के लिए बाजार उपलब्ध कराएं।
कलेक्टर ने गौठान में वर्मी कम्पोस्ट निर्माण और विक्रय की जानकारी ली। उन्होंने महिला स्वसहायता समूह से वर्मी कम्पोस्ट विक्रय के भुगतान के बारे में जानकारी ली। उन्होंने गौठान के तालाब में स्वसहायता समूह के माध्यम से मछलीपालन करने के निर्देश दिए।
भोथली गौठान का निरीक्षण
कलेक्टर सिन्हा ने ग्राम भोथली के गौठान का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि गौठान में सभी गतिविधियों व्यवस्थित एवं सुनियोजित तरीके से चलाने की जरूरत है। अधिकारियों-कर्मचारियों तथा महिला स्वसहायता समूह गौठानों में रूचि से कार्य करें। गौठान को सशक्त बनाने के लिए अधिक कार्य करने की जरूरत है। स्वसहायता समूह के माध्यम से विभिन्न गतिविधियां प्रारंभ करें। तालाबों में मछली पालन प्रारंभ करें। गोबर की खरीदी जिस अनुपात में की गई है, वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण भी उसी के अनुरूप होना चाहिए। उन्होंने गौठानों में फलदार पौधे लगाने के निर्देश दिए और कहा कि इसकी सुरक्षा होनी चाहिए। गौठान में बारिश का पानी एकत्रित नहीं होना चाहिए।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर, एसडीएम डोंगरगढ़ अविनाश भोई, जनपद सीईओ लक्ष्मण कचलाम, उप संचालक उद्यानिकी राजेश शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 जुलाई। छत्तीसगढ़ में साहित्यिक और सांस्कृतिक जागरण के लिए गठित संस्था चंदैनी गोंदा की चार दशक से भी पूर्व की यात्रा को एक पुस्तक में बड़ी खूबसूरती के साथ संजोया गया है।
चंदैनी गोंदा के इस किताब का विमोचन गुरुवार को राजधानी रायपुर में विधानसभा भवन में हुआ। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, संस्कृति धर्म मंत्री ताम्रध्वज साहू, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, राजस्व मंत्री जयसिंग अग्रवाल, शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह व कृषि मंत्री रविंद्र चौबे सहित वरिष्ठ मंत्री, विधायक एवं अन्य प्रतिनिधियों के साथ राजनांदगांव के राजगामी संपदा न्यास के अध्यक्ष विवेक वासनिक, मिहिर झा, रमेश खंडेलवाल, गोवर्धन देशमुख एवं चंदैनी गोंदा किताब के संपादक सुरेश देशमुख एवं विजय मिश्रा अमित उपस्थित थे।
इस अवसर पर उपस्थितजनों ने किताब को छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति के प्रचार-प्रसार और संरक्षण की दृष्टि से ऐतिहासिक निरूपित किया। विधानसभा अध्यक्ष सहित मुख्यमंत्री ने इसे गांव-गांव पंचायतों तक स्कूल, महाविद्यालय तक पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय रामचंद्र देशमुख द्वारा स्थापित चंदैनी गोंदा आज भी छत्तीसगढ़ के जनसमुदाय के दिलो-दिमाग में राज करता है, उसके गाने, उसके द्वारा जो संदेश हैं वह छत्तीसगढिय़ों के भीतर एक नए आत्मविश्वास को जगाता है।
राजगामी संपदा अध्यक्ष विवेक वासनिक ने कहा कि साहित्यिक दृष्टिकोण से यह किताब नि:संदेह समाज के लिए आईने की तरह है। यह किताब काफी प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में इस पुस्तक को पूरे प्रदेश के स्कूल, कॉलेज सहित समस्त ग्राम पंचायत में वितरित की जाएगी।
राजनांदगांव, 30 जुलाई। छत्तीसगढ़ प्रदेश की खुशहाली और देश में अमन-शांति के लिए दुआ करने छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग सदस्य हफीज खान एवं शहर जिला कांग्रेस कमेटी के संयुक्त महामंत्री मनीष गौतम ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह अजमेर शरीफ के लिए रवाना हो गए। वे प्रदेश के वन मंत्री मोहम्मद अकबर की तरफ से भी अजमेर शरीफ के लिए पवित्र चादर लेकर रवाना हो गए हैं। अजमेर शरीफ की पवित्र धरती पर वह दुआ मांगने गए हैं, प्रदेश स्वस्थ रहे, खुशहाल रहे और प्रदेश की जनता हर तकलीफों से महफूज रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 जुलाई। असंगठित कामगार कांग्रेस के प्रदेश सचिव राजेंद्र सोनी (भाई राजा) ने असंगठित कामगार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आलोक पांडे के दिशा-निर्देश में ऑटो चालक संघ और ऑटो चालकों से जुड़े लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं से रूबरू हुए।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति में कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के चलते लोगों की माली हालत दिन-ब-दिन खराब होते जा रही है। लगातार लॉकडाउन संक्रमण से जूझते स्थिति में परिवार के कोई न कोई रिश्तेदार की कोरोना महामारी से मौत ने लोगों को तोडक़र रख दिया है। इसी समस्या से जूझता ऑटो व्यवसाय से जुड़े लोग व उनका परिवार यातायात के संसाधन ट्रेनों की आवाजाही कम होने से रोजी रोटी का संकट आन पड़ा है। लगातार ट्रेनें चालू रहती थी, तो यात्रियों के माध्यम से आटो संचालित होता था। जिससे प्राप्त आमदनी से भरण-पोषण, बच्चों की फीस, दवा पानी व ऑटो का ईएमआई किस्त अदा कर पाने में सक्षम रहते थे। आज हालात बद से बदतर हो गई हैं। ऐसे में ऑटो के बूते अपने रोजगार को संचालित कर परिवार का पेट पालना वह खास कर ईएमआई जमा करना बड़ी मुसीबत बन गई है। ऑटो वाले को ईएमआई नहीं पटने पर फाईनेंस कंपनियां परेशान करती है और ब्याज दर माफ भी नहीं कर रही है, न ही लॉकडाउन के दौरान ऑटो व्यवसाय प्रभावित होने पर सरकार द्वारा कोई बड़ी राहत भी नहीं दी जा रही है। ऐसे में फाईनेंस कंपनियों को शासन निर्देशित करें कि ऑटो व्यवसाय से जुड़े लोगों के ब्याज दर और कुछ किस्तों को माफ करें। जिससे ऑटो चालकों को किस्त पटाने में आसानी हो जाए और वह अपने परिवार का भरण-पोषण कर योग्य हो सके।
इस मामले को लेकर श्री सोनी ने एक विज्ञप्ति जारी कर शासन का ध्यान आकृष्ट कराया है और ऑटो चालक संघ से मुलाकात भी की और उनकी परेशानियों को गंभीरता से सुनते कहा कि ऐसी विषम परिस्थितियों में हमें अपने परिवार और खुद को भी संभालना है निश्चित रूप से जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री तक और केंद्र सरकार तक हमारी आवाज पहुंचाएंगे, ताकि वहां से कुछ राहत मिल सके। जिससे सुचारू जनजीवन ज्ञापित करने में सहायता मिल सके।
चुनाव कार्यक्रम की तय की गई रूपरेखा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 जुलाई। डोंगरगांव तहसील के परिक्षेत्र घोरदा में हरियर अभियान की शुरूआत परिक्षेत्र स्तर पर किया गया। जिला महामंत्री व तहसील अध्यक्ष अमरनाथ साहू, तहसील सचिव हेमंत साहू, तहसील संरक्षक भावदास साहू, लविन्द्र साव, अधिकारी कर्मचारी प्रकोष्ठ परिक्षेत्रीय अध्यक्ष चेतनदास साहू, संरक्षक चुनेश्वर साहू व मंडल पदाधिकारी तथा ग्रामीण पदाधिकारी की उपस्थिति में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने जिला साहू संघ राजनांदगांव द्वारा प्रारंभ किए गए हरियर अभियान के अंतर्गत परिक्षेत्र के प्रत्येक गांव में वृक्षारोपण करने संकल्प लिया गया।
इसके पूर्व परिक्षेत्र की बैठक हुई। जिसमें जिला साहू संघ के दिशा-निर्देशानुसार 3 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण कर चुके ग्रामीण, परिक्षेत्र व तहसील चुनाव का चुनाव संबंधी जानकारी दी गई। संबद्धता शुल्क, चुनाव की रूपरेखा व अन्य सामाजिक व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा हुई। धर्मांतरण पर चिंता जाहिर करते अपने समाज के लोगों को समाज के रीति नीति व सामाजिक संस्कृति व संस्कारों से अवगत कराने की आवश्यकता महसूस की गई। बैठक में तहसील उपाध्यक्ष खिलेश्वरी साहू, हिरदेराम साहू, उमा साहू, मोतीराम साहू, शिवमोहन साहू, राजेन्द्र साहू, अलखराम साहू, तीरथ साहू, भुवन साहू, देवनारायण साहू, नारायण साहू, कृष्णा साहू आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।
एसपी को ज्ञापन, एफसीआई ठेकेदार के खिलाफ प्रदर्शन की चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 जुलाई। पार्षद गगन आईच के नेतृत्व में गुरुवार को 14 पीडि़त हमालों ने एफसीआई ठेकेदार के खिलाफ एसपी के समक्ष त्वरित न्याय दिलाने की गुहार लगाई।
ज्ञात हो कि 22 वर्ष से एफसीआई में लगातार काम करने वाले 14 हमालों को ठेकेदार द्वारा हाल ही में बिना किसी नोटिस व पूर्व सूचना बेवजह काम से निकाल दिया गया। जिसकी वजह से कोरोनाकाल के इस विपरीत हालात में अचानक उनके सामने परिवार पालने की एक विकट समस्या खड़ी हो गई। वे पुन: रोजगार में लौटने हर संभव प्रयास किए। गत् 14 जुलाई को थाना में शिकायत भी किए, लेकिन कोई हल नहीं निकला। तत्पश्चात एसडीएम से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। एसडीएम ने मामले को संज्ञान में लेकर ठेकेदार को कड़ी फटकार लगाते हमालों के लिए वैकल्पिक कार्य व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, किन्तु ठेकेदार द्वारा मनमानी करते उक्त शासकीय निर्देश की अवहेलना की गई।
गुरुवार को पीडि़त हमालों ने पार्षद आईच के नेतृत्व में एसपी डी. श्रवण को ज्ञापन सौंपकर उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी। ज्ञापन में उन्होंने कहा कि कोरोना काल की इस सबसे मुश्किल घड़ी में उन सभी के सामने अब परिवार की रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है। यदि त्वरित न्याय नहीं मिला तो वे सभी अपने-अपने बच्चे एवं परिवार के साथ आत्मदाह करने की चेतावनी दिए। मामले की गंभीरता को देखते सीएसपी लोकेश देवांगन ने एफसीआई ठेकेदार उदय कुमार एवं मुनीम अंसारी को एसपी कार्यालय में तलब किया है।
पार्षद आईच ने उन हमालों का मनोबल और आत्मविश्वास बढ़ाते कहा कि आप लोग हिम्मत रखिए, डरिए मत। इस विपरीत परिस्थिति में हम आपके साथ खड़े हैं।
बंद स्कूलों की हालत से प्रशासन को दी जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 जुलाई। कोरोनाकाल में करीब पौने दो साल से बंद पड़े निजी विद्यालयों की हालत को लेकर विद्यालय संघ ने शुक्रवार को राज्यपाल के नाम कलेक्टर को एक ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में निजी विद्यालय संघ ने समूचे जिले के अलावा प्रदेश की निजी स्कूलों की मौजूदा स्थिति को लेकर प्रशासन को अवगत कराया। संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह चंदेल और सचिव कृष्ण कुमार सोनी ने ज्ञापन के जरिये कुछ मांगों पर तत्काल विचार करने का प्रशासन से आग्रह किया है। जिसमें शिक्षा का अधिकार (आरटीई) की राशि को फौरन जारी करने के अलावा अन्य आर्थिक स्थिति पर प्रशासन को जानकारी दी। आरटीई की राशि करीब 3 साल से स्कूलों को नहीं दी गई है। जबकि सरकार लगातार निजी स्कूलों के जरिये गरीब बच्चों को तालीम दे रही है। वहीं लोक शिक्षण संचालक द्वारा बिना किसी दस्तावेज के विद्यार्थियों को टीसी और अंकसूची प्रवेश हेतु जारी करने का निर्देश दिया गया है, इस पर भी रोक लगाने की मांग संघ ने की है।
संघ का कहना है कि 2 अगस्त से स्कूल खोलने के निर्देश शासन से मिले हैं, लेकिन कई ऐसे स्कूल हैं, जिनका नवीनीकरण नहीं किया गया है। संघ ने मांग करते कहा कि शिक्षा से वंचित परिवार के बच्चों को निजी स्कूलों में नि:शुल्क अध्यापन कराया जा रहा है, परन्तु कुछ पालक अपने बच्चों को प्राथमिक शिक्षा पूर्ण होने से पहले ही स्कूल से निकालकर शासकीय स्कूलों में बिना दस्तावेज के प्रवेश करा रहे हैं, यह भी अनुचित है। संघ ने विद्यालयों के बसों का टैक्स और कोरोनाकाल से पूर्व लिए गए ऋण की किस्त जमा नहीं करने के संबंध में भी सहायता की मांग की है।
गार्डन सिटी के बाशिंदों ने सुनाई पीड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 जुलाई। इंदामरा स्थित गार्डन सिटी कॉलोनी के बाशिंदों ने शुक्रवार को कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा को ज्ञापन सौंपते कॉलोनी में बिजली गुल की दिक्कतों को दूर करने और विद्युत व्यवस्था में सुधार लाने की मांग की। कॉलोनी के बाशिंदों ने बताया कि कॉलोनी में आए दिन बिजली चली जाती है। दिन में अनेक बार बिजली व्यवस्था बंद, रत में लाइट जाने के बाद कई घंटे बंद रहती है। विगत छह माह से ऐसी स्थिति है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में हम लोगों द्वारा पावर स्टेशन एवं तुमड़ीबोड कार्यालय में भी निवेदन कर चुके हैं, किन्तु व्यवस्था में किसी प्रकार का सुधार नहीं किया गया। कॉलोनीवासियों ने कलेक्टर से मांग करते कहा कि विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देशित कर विद्युत व्यवस्था में सुधार लाया जाए।
ज्ञापन सौंपने के दौरान भगवती बंसोड़, यशोदा, चंद्रकांता, केवल सिंग यादव, सरिता साहू, भरत शर्मा, ममता, कृष्णा पटेल समेत अन्य लोग शामिल थे।
बंद स्कूलों की हालत से प्रशासन को दी जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 जुलाई। कोरोनाकाल में करीब पौने दो साल से बंद पड़े निजी विद्यालयों की हालत को लेकर विद्यालय संघ ने शुक्रवार को राज्यपाल के नाम कलेक्टर को एक ज्ञापन दिया। ज्ञापन में निजी विद्यालय संघ ने समूचे जिले के अलावा प्रदेश की निजी स्कूलों की मौजूदा स्थिति को लेकर प्रशासन को अवगत कराया। संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह चंदेल और सचिव कृष्ण कुमार सोनी ने ज्ञापन के जरिये कुछ मांगों पर तत्काल विचार करने का प्रशासन से आग्रह किया है। जिसमें शिक्षा का अधिकार (आरटीई) की राशि को फौरन जारी करने के अलावा अन्य आर्थिक स्थिति पर प्रशासन को जानकारी दी। आरटीई की राशि करीब 3 साल से स्कूलों को नहीं दी गई है। जबकि सरकार लगातार निजी स्कूलों के जरिये गरीब बच्चों को तालीम दे रही है। वहीं लोक शिक्षण संचालक द्वारा बिना किसी दस्तावेज के विद्यार्थियों को टीसी और अंकसूची प्रवेश हेतु जारी करने का निर्देश दिया गया है, इस पर भी रोक लगाने की मांग संघ ने की है।
संघ का कहना है कि 2 अगस्त से स्कूल खोलने के निर्देश शासन से मिले हैं, लेकिन कई ऐसे स्कूल हैं, जिनका नवीनीकरण नहीं किया गया है। संघ ने मांग करते कहा कि शिक्षा से वंचित परिवार के बच्चों को निजी स्कूलों में नि:शुल्क अध्यापन कराया जा रहा है, परन्तु कुछ पालक अपने बच्चों को प्राथमिक शिक्षा पूर्ण होने से पहले ही स्कूल से निकालकर शासकीय स्कूलों में बिना दस्तावेज के प्रवेश करा रहे हैं, यह भी अनुचित है। संघ ने विद्यालयों के बसों का टैक्स और कोरोनाकाल से पूर्व लिए गए ऋण की किस्त जमा नहीं करने के संबंध में भी सहायता की मांग की है।