सामान्य ज्ञान
दुनिया भर में हर साल 29 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है। यह दिवस जागरूकता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य जंगली बाघों के निवास के संरक्षण और विस्तार को बढ़ावा देने के साथ बाघों के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
विश्व बाघ दिवस 29 जुलाई को मनाने का फैसला वर्ष 2010 में सेंट पिट्सबर्ग बाघ समिट में लिया गया था क्योंकि तब जंगली बाघ विलुप्त होने के कगार पर थे। इस समिट में बाघ की आबादी वाले 13 देशों ने वादा किया था कि वर्ष 2022 तक वे बाघों की आबादी दुगुनी कर देंगे।
आंकड़ों के अनुसार वर्ष 1913 में दुनिया में करीब एक लाख जंगली बाघ थे जो वर्ष 2014 में सिर्फ 3 हजार रह गए। अनुमान के मुताबिक भारत में वर्ष 2006 में 1411 जंगली बाघ थे जिनकी संख्या वर्ष 2010 में बढक़र 1706 हो गई थी। बाघों की आबादी वाले 13 देशों में भारत में बाघों की संख्या सबसे अधिक है।
बाघों को उनके फर के रंग से वर्गीकृत किया जाता है और इसमें सफेद बाघ (10 हजार बाघों में से एक ) भी शामिल है। फिलहाल बाघों की छह प्रमुख प्रजातियां हैं- साइबेरियन बाघ, बंगाल बाघ, इंडोचाइनीज बाघ, मलायन बाघ, सुमात्रण बाघ और साउथ चाइना बाघ।
इसके अलावा, बाघों की कई उपप्रजातियां हैं जो पहले ही विलुप्त हो चुकी हैं-इनमें बाली बाघ और जावा बाघ भी हैं।
विश्व के बाघों की सबसे अधिक आबादी सुंदरवन के इलाके में पाई जाती है और यह हिन्द महासागर के उत्तरी तट पर स्थित है।
पंचवटी, यशोधरा, साकेत जैसी कालजयी रचनाओं के कवि मैथलीशरण गुप्त का जन्म 3 अगस्त, 1886 में झांसी के चिरगांव में हुआ था।
12 साल से उन्होंने ब्रजभाषा में कविता लिखना शुरू किया। नर हो न निराश करो मन को, कुछ काम करो, कुछ काम करो.. कविता लिखने वाले मैथिलीशरण गुप्त ने 1914 में राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत भारत भारती लिखी। 1916-17 में उन्होंने साकेत लिखना शुरू किया जिसमें उर्मिला के प्रति उपेक्षा भाव को खत्म करने की कोशिश की गई। इसके बाद उन्होंने खुद पुस्तक प्रकाशन शुरू किया। 1931 में उन्होंने पंचवटी लिखी। महात्मा गांधी ने उन्हें राष्ट्रकवि का दर्जा दिया। 1953 में उन्हें पद्मविभूषण और फिर 54 में पद्मभूषण प्रदान किया गया। उनके काव्य में राष्ट्रीय चेतना, धार्मिक भावना और मानवीय उत्थान की भावना अहम है। भारत भारती के तीन खण्डों में देश का अतीत, वर्तमान और भविष्य दिखाया गया है। 12 दिसंबर 1964 को दिल का दौरा पडऩे से उनका निधन हो गया।
सोवियत संघ के नेता जोजफ़़ स्टालिन ने 1928 में पंचवर्षीय योजना की शुरुआत की थी। जब उन्होंने सत्ता संभाली तो सोवियत संघ काफ़ी पिछड़ा हुआ देश था। अधिकांश आबादी खेती करती थी और औद्योगीकरण नहीं के बराबर था।
स्टालिन के सलाहकारों ने कहा कि खेती के आधुनिकीकरण के लिए 250 हज़ार अतिरिक्त ट्रैक्टर चाहिए। उन्हें चलाने के लिए तेल की ज़रूरत थी। इसलिए 1928 में पहली पंचवर्षीय योजना लागू की गई जिसका उद्देश्य लोहा, इस्पात, मशीनें, बिजली और यातायात के साधनों का विकास करना था। स्टालिन ने बड़े मुश्किल लक्ष्य रखे थे जिन्हें प्राप्त करने के लिए बड़ी सख़्ती बरती जाती थी। जो लोग ये लक्ष्य प्राप्त न कर पाते उन्हें लेबर कैम्पों में भेज दिया जाता। नतीजा ये हुआ कि कोयले, तेल, बिजली और लोहे का उत्पादन कई कई गुना बढ़ गया।
देवरत्तम
देवरत्तम विशुद्ध रूप से लोकनृत्य है, जिसे अब तक तमिलनाडु के मदुराई जिले के कोडानगपट्टी के वीरापंड्या काटाबोम्मन राजवंश के वंशजों द्वारा बचाए रखा गया है। वस्तुत: यह वर्ष में एक बार मंदिर के नजदीक किया जाता था और वह भी केवल उस समाज तक ही सीमित था।
लोक साहित्य के शोध विद्वानों ने यह पाया है कि देवरत्तम पुरातन तमिल राजाओं के प्राचीन मुन्थेर कुरूवाई और पिन्थेर कुरूवाई का मिश्रण है। यह युद्ध भूमि से राजा और उसकी सेना के विजयी होकर लौटने पर रथ के सामने और रथ पर किया जाता था। यहां तक कि कभी-कभी राजा और उसके सेना अधिकारी रथ के मंच पर नृत्य करते थे। सैनिक और नर्तकियां पंक्तियां बनाकर रथ के पीछे नृत्य करते थे।
अब, इस नृत्य में कोई गीत नहीं होते, परन्तु केवल उरूमी मेलम, थप्पू मेलम और कभी-कभी लम्बी बांसुरी के ताल पर नृत्य किया जाता है। इस नृत्य का नेतृत्व करने वाला व्यक्ति नकली दाढ़ी व सीपियों (शेल्स) से सजा हुआ दांतों जैसा दिखने वाला मुखौटा लगाता है। वह पहले नृत्य करता है और दूसरे उसका अनुसरण करते हैं।
नाइजर एक अफ्रीकी देश है जिसे 3 अगस्त वर्ष 1960 को स्वाधीनता मिली और इस देश ने संयक्त राष्ट्र संघ की सदस्यता ग्रहण कर ली ।
यह देश 18वीं ईसवी शताब्दी से फ्रांस के अधिकार में था और वर्ष 1922 में इस देश में फ्रांस की सैनिक छावनी की स्थापना से यह देश औपचारिक रुप से फ्रांस का उपनिवेश बन गया। किन्तु धीरे धीरे नाइजर की जनता ने विद्रोह किया और अंतत: अपने देश को स्वाधीनता दिलाई। नाइजर अफ्रीका के पश्चिम में स्थित है। इस का क्षेत्रफल 12 लाख 67 हजार वर्ग कि मी है। लीबिया , चाद, माली तथा बेनीन इस के पड़ोसी देश हैं।
1. द लाइव्स ऑफ द अदर्स किताब को मेन बुकर पुरस्कार के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है, इसके लेखक कौन है?
(अ) संजय कपूर (ब) सलमान रश्दी (स) नील मुखर्जी (द) अमिताभ घोष
2. भारत के कहने पर किस खेल को कॉमनवेल्थ खेलों में फिर से शामिल किया गया है?
(अ) क्रिकेट (ब)कबड्डी (स) भाला फेंक (द) शूटिंग पेयर इवेंट
3. सी-17 ग्लोबमास्टर क्या है?
(अ) संसार का पहला हवाई जहाज (ब) हवाई जहाज के सुरक्षित उतार के लिए उपकरण (स) सेना के लिए मालवाहक जहाज (द) भारत का पहला एयर क्राफ्ट कॅरियर
4. निम्नलिखित में से किस फसल के उत्पादन में उत्तरप्रदेश देश में प्रथम स्थान पर नहीं है?
(अ) गेहूं (ब) जौ (स) गन्ना (द) चावल
5. अर्जुन बांध नहर से उत्तर प्रदेश का लाभान्वित जिला है?
(अ) एटा (ब) इटावा (स) गोरखपुर (द) हमीरपुर
6. भारत की किस खिलाड़ी ने वर्ष 2005 में महिलाओं की विश्व बिलियर्ड चंैपियनशिप का खिताब जीतने में सफलता प्राप्त की?
(अ) अनुजा ठाकुर (ब) विद्या पिल्लई (स) मीनल ठाकुर (द) एम. चित्रा
7. नाजी-सोवियत समझौता हुआ?
(अ)1938 (ब) 1939 (स) 1940 (द)1941
8. सुअरों को मानव रिहायशी क्षेत्र से दूर रखना किसके उन्मूलन में सहायक है?
(अ) मलेरिया (ब) जापानी ऐन्सेफालाइटीज के (स) फीलपांव के (द) पोलियो के
9. विश्व मेें सर्वाधिक कागज तैयार करने वाला देश कनाडा किस प्राकृतिक प्रदेश में स्थित है?
(अ) भूमध्यसागरीय (ब) मानसूनी प्रदेश (स) टैगा प्रदेश (द) सवाना प्रदेश
10. द अनार्किकल एंड रिवोल्यूशनरी क्राइम एक्ट-1919 को सामान्य बोलचाल में क्या कहा जाता है?
(अ) रौलेट एक्ट (ब) पिट्स इंडिया एक्ट (स) इंडियन आम्र्स एक्ट (द) इल्बर्ट बिल
11. मलावी का प्राचीन नाम क्या है?
(अ) मलाया (ब) बटाविया (स) न्यासालैंड (द) अबीसीनिया
12. संगणकों के आईसी चिप्स प्राय: किसके बने होते हैं?
(अ) लेड के (ब) क्रोमियम के (स)सिलिकॉन के (द)सोने के
13. डीजल लोकोमोटिव कारखाना निम्नलिखित में से किस स्थान पर है?
(अ) चित्तरंजन (ब) पेरम्बूर (स) वाराणसी (द) कपूरथला
14. हाथी भारत के निम्नलिखित में से किस राष्ट्रीय उद्यान में पाया जाता है?
(अ) नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान (ब) बोरीविली राष्ट्रीय उद्यान (स) दुधवा राष्ट्रीय उद्यान (द) काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान
15. भारत में सबसे बड़ा बाघ अभयारण्य (रिजर्व) कौन सा है?
(अ) नागार्जुन (ब) मानस (स) पेंच (द) कार्बेट
16. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण निम्नलिखित विभागों व मंत्रालयों में से किसका संलग्न कार्यालय है?
(अ) संस्कृति (ब) पर्यटन (स) विज्ञान और प्रौद्योगिकी (द) मानव संसाधन विकास
17. निम्नलिखित में से किस एक स्थान से सिंधु घाटी संस्कृति से संबद्घ विख्यात वृषभ मुद्रा प्राप्त हुई थी?
(अ) हड़प्पा (ब) चंहूदड़ो (स) लोथल (द) मोहनजोदड़ो
18. राज्यसभा के लिए द्विवार्षिक चुनावों की अधिसूचना कौन जारी करता है?
(अ) निर्वाचन आयोग (ब) राज्यसभा का सभापति (स) राष्ट्रपति (द) प्रधानमंत्री
19. राज्यसभा के सदस्यों का निर्वाचन होता है?
(अ) सीधे जनता द्वारा (ब) लोकसभा सदस्यों द्वारा (स) लोकसभा तथा राज्य विधानसभा के सदस्यों द्वारा (द) राज्य के विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों द्वारा
20. विश्व में बागानी कृषि का सर्वाधिक विकास कहां हुआ है?
(अ) मध्य अमेरिका (ब) अमेजन बेसिन (स) कांगो बेसिन (द) दक्षिण पूर्वी एशिया
21. दक्षिण अफ्रीका में प्रवाहित होने वाली सबसे लंबी नदी कौन सी है?
(अ) कांगो, जायरे (ब) नील (स) नाइजेर (द) जेम्बेजी
22. अमेजन नदी के दक्षिण में स्थित ब्राजील के मैदानी क्षेत्र में पाए जाने वाले उष्ण कटिबंधीय घासभूमियों को किस नाम से जाना जाता है?
(अ) लानोज (ब) कैम्पोस (स) पार्कलैंड (द) सवाना
23. अमेजन बेसिन किस प्राकृतिक प्रदेश में स्थित है?
(अ) पश्चिमी यूरोपीय प्रदेश (ब) विषुवतीय प्रदेश (स) टैगा प्रदेश (द) भूमध्यसागरीय प्रदेश
24. काजू का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है?
(अ) केरल (ब) महाराष्ट्र (स) आंध्रप्रदेश (द) तमिलनाडु
25. भारत में काम के बदले अनाज की राष्टï्रीय योजना किस वर्ष से शुरु की गई?
(अ) वर्ष 2000 (ब) वर्ष 2001 (स) वर्ष 2002 (द) वर्ष 2004
26. भारत को निम्नलिखित में से किस देश से परमाणु हथियारों से हमले का खतरा है, जिसकी वजह से इसने उस देश के साथ विशेष संधि पर हस्ताक्षर किए हैं?
(अ) यूएसए (ब) रूस (स) नेपाल (द) चीन
27. निम्नलिखित में से किस संस्था ने प्रोजेक्ट बिग ग्रीन नाम की नई परियोजना आरंभ की है, जो अपने ग्राहकों के लिए नए उत्पाद और सेवाएं देती है, ताकि वे डाटा सेंटरों को ऊर्जा की खपत को कम कर सकें?
(अ) इंफोसिस (ब) विप्रो (स) टीसीएस (द) आईबीएम
28. विश्व में कोयला उत्पादन में अग्रणी देश निम्नलिखित में से कौन सा है?
(अ) चीन (ब) संयुक्त राज्य अमेरिका (स) भारत (द) रूस
सही जवाब- 1.(स) नील मुखर्जी, 2.(द) शूटिंग पेयर इवेंट, 3.(स) सेना के लिए मालवाहक जहाज, 4.(द) चावल, 5.(द) हमीरपुर, 6.(अ)अनुजा ठाकुर, 7. (अ)1938, 8.(ब) जापानी ऐन्सेफालाइटीज के, 9.(स) टैगा प्रदेश, 10.(अ) रौलेट एक्ट, 11.(स) न्यासालैंड, 12.(स) सिलिकॉन के , 13.(स) वाराणसी, 14.(अ)नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान, 15.(द)कार्बेट, 16.(अ) संस्कृति, 17.(द) मोहनजोदड़ो, 18.(अ) निर्वाचन आयोग, 19.(द) राज्य के विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों द्वारा, 20.(द)दक्षिण पूर्वी एशिया, 21.(ब) नील, 22.(ब) कैम्पोस, 23.(ब)विषुवतीय प्रदेश, 24.(ब)महाराष्ट्र, 25.(द)वर्ष 2004, 26.(अ)यूएसए, 27.(द)आईबीएम, 28.(अ)चीन।
ग्रेट बैरियर रीफ, क्वींसलैंड (ऑस्ट्रेलिया) के उत्तरी-पूर्वी तट के समांतर बनी हुई, विश्व की यह सबसे बड़ी मूंगे की दीवार है। इस दीवार की लंबाई लगभग 1,200 मील तथा चौड़ाई 10 मील से 90 मील तक है। यह कई स्थानों पर खंडित है एवं इसका अधिकांश भाग जलमग्न है, परंतु कहीं-कहीं जल के बाहर भी स्पष्ट दृष्टिगोचार होती है।
महीद्वीपीय तट से इसकी दूरी 10 से 150 मील तक है। समुद्री तूफान के समय अनेक पोत इससे टक्कर खाकर ध्वस्त हो जाते हैं। फिर भी, यह पोतचालकों के लिये विशेष सहायक है, क्योंकि दीवार के भीतर की जलधारा इस बृहत शैलभित्ति द्वारा सुरक्षित रहकर तटगामी पोतों के लिये अति मूल्यवान् परिवहन मार्ग बनाती है तथा पोत इसमें से गुजरने पर खुले समुद्री तूफानों से बचे रहते हैं। महाद्वीपीय तट तथा अवशेषी शैल भित्ति के बीच का क्षेत्र (80 हजार वर्ग मील) पर्यटकों के लिये अत्यंत आकर्षक स्थल है। जलवायु परिवर्तन के बुरे असर से ग्रेट बैरियर रीफ के बचने की संभावना बहुत कम है और ऐसी आशंका है कि 2050 तक रीफ पूरी तरह नष्ट हो जाएगी।
संगलाख़ एक प्रकार का पर्वत है, जो हिन्दु कुश पर्वत शृंखला की एक शाखा है। इस से अफग़ानिस्तान की दो महत्वपूर्ण नदियां- हेलमंद नदी और काबुल नदी - उत्पन्न होती हैं। संगलाख़ शृंखला के सब से प्रमुख दर्रे का नाम उनई दर्रा या उनई कोतल है।
संगलाख़ एक संयुक्त शब्द है - संग का अर्थ फ़ारसी में पत्थर होता है, यानी संगलाख़ का मतलब है लाखों पत्थरों वाला या पत्थरीला ध्यान रहे के फ़ारसी का संग शब्द अवस्ताई भाषा के मूल असन शब्द से आया है। क्योंकि संस्कृत ओर फ़ारसी दोनों हिन्द-ईरानी भाषा परिवार की बहने हैं इसलिए ठीक यही सजातीय शब्द संस्कृत में भी अश्न रूप में मिलता है और ऋग्वेद में प्रयोगित है। इसका अर्थ भी पत्थर है।
भारतीय मानव विज्ञान सर्वेक्षण
भारतीय मानव विज्ञान सर्वेक्षण, संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत एक अग्रणी अनुसंधान संगठन है। यह अपनी स्थापना के 60 वर्ष पूरे कर चुका है और अपने गौरवपूर्ण कार्यकाल में सामान्य तौर पर भारतीय जनता के और विशेषकर अत्यधिक कमजोर कहे जाने वाले वर्गों के जैव-सांस्कृतिक पहलुओं के क्षेत्रों में मानव विज्ञान संबंधी अनुसंधान में प्रयासरत रहा है। इनके अलावा सर्वेक्षण कई अन्य गतिविधियों में लगा है, जिनमें नृजाति सामग्रियों और प्राचीन मानव कंकाल अवशेषों को एकत्र करना, उनका संरक्षण करना, उनकी देखरेख करना, उनके बारे में आंकड़े तथा दस्तावेज तैयार करना और उनका अध्ययन करना शामिल हैं। इन वर्षों में सर्वेक्षण ने कोलकाता स्थित अपने मुख्यालय और सात क्षेत्रीय केंद्रों, एक उपक्षेत्रीय केंद्र, एक स्थायी क्षेत्र केंद्र (स्टेशन) तथा आठ अन्य क्षेत्र केंद्रों (स्टेशनों) और नई दिल्ली के अपने कैम्प कार्यालय की मदद से लगातार अनुसंधान करते हुए ग्राम स्तर से जानकारियां एकत्र की हैं।
वर्ष 2004-05 के दौरान अनुसंधानकर्ता 10 वीं योजना की राष्टï्रीय परियोजनाओं-जीवमंडल रिजर्व में पर्यटन के सांस्कृतिक आयाम और पर्यटकों की रुचि के स्थलों के बारे में शोधकार्य में लगे रहे। इस वर्ष मुख्य ध्यान तीन जीवमंडल रि$जर्वों (अभयारण्यों) पर केंद्रित किया गया है। ये हैं- समन्वयवाद का अध्ययन, भारत में संयुक्त आवास (डॉर्मिटरी) प्रणाली, किशोरों का शारीरिक विकास और प्राचीन कंकाल अवशेषों तथा समकालीन जनता का डीएनए अध्ययन।
एपिडोट उपरत्न की जानकारी 18वीं सदी से प्राप्त होती है। यह एक टिकाऊ उपरत्न है। यह पारदर्शी, पारभासी अथवा अपारदर्शी तीनों ही रुपों में पाया जाता है। इस उपरत्न का रंग लौह सांद्रता के आधार पर होता है। कई बार यह गहरा हरा, भूरा अथवा पूरा काला भी होता है। यह दिखने में एक चमकदार उपरत्न है। इस उपरत्न का तत्व जल तथा पृथ्वी तत्व है। यह उपरत्न अनाहत चक्र को नियंत्रित करता है। भौतिक रुप में यह उपरत्न आंतरिक अंत:स्त्रावी ग्रंथियों का विकास करता है। भावनाओं को स्थिर रखता है।
मान्यताओं के अनुसार यह उपरत्न आध्यात्मिक विकास के द्वार खोलने में मदद करता है और आध्यत्मिकता का विकास करता है। भावनात्मक शरीर के आभामण्डल को साफ करने में सहायक होता है। सभी पुरानी दमित भावनाओं को शुद्ध रखने में सहायक होता है। यह उपरत्न व्यक्ति के चहुंमुखी विकास में मदद करता है। यह धारक को अहसास दिलाता है कि वह कौन है और फिर उसकी सकारात्मक छवि लोगों के सामने लाता है। यह उपरत्न धैर्य को बढ़ावा देता है। जातक के भीतर बढ़ी बेचैनी को भी कम करता है।
यह उपरत्न धारणकर्ता को मुसीबतों से बचाने का कार्य करता है। दुख तथा तकलीफों को कम करने में सहायक होता है। यह उपरत्न हर प्रकार से वृद्धि करने वाला उपरत्न है। एपिडोट के प्रभाव में चाहे कुछ भी आए, चाहे वह भौतिक हो अथवा वह अन्य कोई और वस्तु हो, एपिडोट के छूने से सकारात्मकता आती है। यह उपरत्न भावनात्मक तथा आध्यात्मिक ऊर्जा में वृद्धि करने में मदद करता है।
यह उपरत्न गहरे हरे, भूरे तथा काले रंग में भी मिलता है। हरे रंग में पीलेपन की आभा लिए भी यह उपरत्न पाया जाता है। पीले तथा ग्रे रंग में भी यह उपलब्ध है। यह उपरत्न मुख्य रुप से आस्ट्रिया, ब्राजील, फिनलैण्ड, चीन, फांस तथा मेक्सिको में पाया जाता है। इसके अतिरिक्त यह अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया तथा मोजाम्बीक में भी पाया जाता है। इस उपरत्न को जातक अपनी सुविधाओं तथा आवश्यकताओं के अनुसार धारण कर सकते हैं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार यह उपरत्न किसी भी मुख्य रत्न का उपरत्न नहीं है। इसलिए इसे स्वतंत्र रुप से पहनने की सलाह दी जाती है।
ऋषि भृगु उन 18 ऋषियों में से एक है। जिन्होंने ज्योतिष का प्रादुर्भाव किया था। भृगु के द्वारा लिखी गई भृगु संहिता ज्योतिष के क्षेत्र में माने जाने वाले बहुमूल्य ग्रन्थों में से एक है। भृगु संहिता के विषय में यह मान्यता है, कि इस शास्त्र को पूजन, आरती इत्यादि करने के बाद ही भविष्य कथन के लिए प्रयोग किया जाता है। यह सब करने के बाद जब प्रश्न ज्योतिष के अनुसार इस शास्त्र का कोई पृष्ठ खोला जाता है, और पृष्ठ के अनुसार प्रश्नकर्ता की जिज्ञासा का समाधान किया जाता है।
फलित करने वाला व्यक्ति प्रश्नकर्ता के विषय में आधारभूत जानकारी देने के बाद उसके यहां आने का कारण, व्यक्ति के जन्म की पृष्ठभूमि इत्यादि का उल्लेख करता है। इस ज्योतिष में आने वाले व्यक्ति को उसके परिवार के सदस्यों के नाम भी बताए जाते हैं। भृगु संहिता कुछ प्रतियां ही शेष हंै, जिसमें से एक प्रति पंजाब में सुल्तानपुर स्थान में है।
ऋषि भृगु ने अनेक ज्योतिष ग्रन्थों की रचना की,जिसमें से भृगु स्मृति,भृगु संहिता ज्योतिष, भृगु संहिता शिल्प , भृगु सूत्र, भृगु उपनिषद, भृगु गीता आदि प्रमुख है। वर्तमान में भृगु संहिता की जो भी प्रतियां उपलब्ध है, वे अपूर्ण अवस्था में हैं। इस शास्त्र से प्रत्येक व्यक्ति की तीन जन्मों की जन्मपत्री बनाई जा सकती है। प्रत्येक जन्म का विवरण इस ग्रन्थ में दिया गया है। यहां तक की जिन लोगों ने अभी तक जन्म भी नहीं लिया है, उनका भविष्य बताने में भी यह ग्रन्थ समर्थ है।
भृगु संहिता ज्योतिष क एक विशाल ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ की मूल प्रति आज भी नेपाल में सुरक्षित है। प्राचीन काल में इन ग्रन्थों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए गाडिय़ों का प्रयोग किया जाता था। ऋषि भृगु को देव ब्रह्मा जी का मानस पुत्र माना जाता है।
भास्काराचार्य शास्त्री
ज्योतिष की इतिहास की पृ्ष्ठभूमि में वराहमिहिर और ब्रह्मागुप्त के बाद भास्काराचार्य के समान प्रभावशाली, सर्वगुण सम्पन्न दूसरा ज्योतिष शास्त्री नहीं हुआ है। उन्होंने ज्योतिष की प्रारम्भिक शिक्षा अपने पिता से घर में ही प्राप्त की।
भास्काराचार्य जी ने ब्रह्मास्फूट सिद्धांत को आधार मानते हुए, एक शास्त्र की रचना की, जो सिद्धान्तशिरोमणि के नाम से जाना जाता है। इनके द्वारा लिखे गए अन्य शास्त्र, लीलावती, बीजगणित, करणकुतूहल और सर्वोतोभद्र ग्रन्थ हैं। इनके द्वारा लिखे गए शस्त्रों से उस समय के सभी शास्त्री सहमति रखते थे। प्राचीन शास्त्रियों के साथ गणित के नियमों का संशोधन और बीजसंस्कार नाम की पुस्तक की रचना की। भास्काराचार्य न केवल एक प्रसिद्ध ज्योतिषी थे, बल्कि वे उत्तम श्रेणी के कवियों में से एक थे। ज्योतिष् गणित में इन्होनें जिन मुख्य विषयों का विश्लेषण किया, उसमें सूर्यग्रहण का गणित स्पष्ट, क्रांति, चन्द्रकला साधन, मुहूर्तचिन्तामणि और पीयूषधारा नाम के टीका शास्त्रों में भी इनके द्वारा लिखे गये शास्त्रों का वर्णन मिलता है। यह माना जाता है, किउन्होंनें फलित पर एक पुस्तक की रचना की थी परन्तु आज वह पुस्तक उपलब्ध नहीं है।
1. डार्विन के अनुसार एक एकड़ भूमि के अंदर लगभग कितने केंचुए रहते हैं?
(अ) 25 हजार (ब) 53 हजार (स) 20 हजार (द) 50 हजार
2. प्राणि विज्ञान का जनक निम्नलिखित में से किसे कहा जाता है?
(अ) प्लूटो (ब) अफलातून (स) अरस्तू (द) रोबर्ट ब्राउन
3. प्राणि विज्ञान के अध्ययन में मेंढक का ही अध्ययन सर्वप्रथम किया जाता है, क्योंकि?
(अ) मेंढक की शरीर रचना मनुष्य से मिलती-जुलती है (ब) इसकी विच्छेदन क्रिया आसान व अल्पी व्ययी है (स) यह सभी देशों में बहुतायत में पाया जाता है (द) उक्त सभी
4. निम्नलिखित में से न उडऩे वाला पक्षी कौन सा है?
(अ) चील (ब) शुतुमुर्ग (स) टिड्डियां (द) इनमें से कोई नहीं
5. वनस्पति विज्ञान के जनक निम्नलिखित में से कौन कहे जाते हैं?
(अ)थियोफ्रास्र्टस (ब) अरस्तु (स) एक्लर (द) ऑस्टवाल्ड टिप्पो
6. हरे पौधे मानवीय जीवन के लिए अनेक प्रकार से उपयोगी हैं, इनमें प्रमुख हैं?
(अ) ये जीवीय संतुलन बनाए रखकर दूषित वातावरण को शुद्ध करते हैं (ब) ये खाद्य उपलब्ध कराते हैं (स) ये वस्त्र की आवश्यकता की पूर्ति करते हैं (द) उक्त सभी
7. जी स्मार्ट टच स्क्रीन मोबाइल फोलन लाकर गिगाबाइट कम्यूनिकेशंस ने भारत में बड़े पैमान पर अपना कारोबार आरंभ किया है। गिगाबाइट क्या है?
(अ) चीनी फर्म (ब) यूएस फर्म (स) ब्रिटिश फर्म (द) ताइवानी फर्म
8. कुछ एग्रो प्रोसेसिंग यूनिट किसानों के साथ अग्रिम करार करते हैं और कुछ फलों, सब्जियों और औषधीय पौधों के समग्र उत्पादन को एक सम्मत कीमत पर खरीदने का निर्णय लेते हैं। इस प्रकार की व्यवस्था को क्या कहते हैं?
(अ) आयात कृषि (ब) फसल कृषि (स) दत्तक कृषि (द) ठेका कृषि
9. दीर्घकालीन रणनीतिपरक लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए जो बजट निर्देशित होता है, उसे क्या कहते हैं?
(अ) शून्य आधारित बजट (ब) पूंजीगत बजट (स) रोलिंग बजट (द) मास्टर बजट
10. मानव संसाधन प्रबंधन किस पर बल देता है?
(अ) लोगों के विकास पर (ब) लोगों को दंडित करने पर (स) लोगों को अपनाने पर (द) इनमें से किसी पर भी नहीं
11. अमेरिका फोर्ड कारें निम्न में से कहां बनती हैं?
(अ) मेलबोर्न (ब) शिकागो (स) डैगेन हेम (द) लंदन
12. अलाउद्दीन खिलजी के समय का श्रेष्ठï संगीतकार अमीर खुसरो था। संगीत कला के क्षेत्र में खुसरो का क्या योगदान था?
(अ) उसने फारसी एवं भारतीय वाद्ययंत्रों के मेल से नए वाद्ययंत्र सितार का आविष्कार किया (ब) खुसरो ने गायन की नई पद्घति खयाल को जन्म दिया (स) इसने भारतीय कव्वाली में एक नवीन शैली को जोड़ा (द) उपरोक्त सभी
13. कौन मूल रूप से फरीदखान के नाम से जाना जाता था?
(अ) फिरोजखान सरबर (ब) शेर अफगान (स) शेरशाह सूरी (द) जलालखान लोहानी
14. अकबरकालीन सैन्य व्यवस्था किस पर आधारित थी?
(अ) मनसबदारी (ब) जमींदारी (स) सामंतवादी (द) आइन-ए-दहशाला
15. कोशिका सिद्घांत का प्रतिपादन किसके द्वारा किया गया था?
(अ) मेल्विन केल्विन ने (ब) श्लाइडेन व श्वान ने (स) रॉबर्ट हुक ने (द) रॉबर्ट ब्राउन ने
16. पारडोर्न श्रीचप्पन किस विधा के खिलाड़ी हैं?
(अ) श्रीलंका के क्रिकेट खिलाड़ी (ब) थाईलैंड के टेनिस खिलाड़ी (स) इंडोनेशिया के बैडमिंटन खिलाड़ी (द) मलेशिया के गोल्फ खिलाड़ी
17. डिएगो मराडोना का नाम किस खेल से जुड़ा है?
(अ) बैडमिंटन (ब) वालीबॉल (स) फुटबॉल (द) बास्केटबॉल
18. ग्रैण्ड स्लैम किस खेल से जुड़ा हुआ है?
(अ) पोलो (ब) बेसबॉल (स) टेबिल टेनिस (द) टेनिस
19. किसी स्थान पर ताप, वर्षा तथा हवा के दबाव की किसी निश्चित समय पर दशा को कहते हैं?
(अ) जलवायु (ब) ऋतु (स) पर्यावरण (द) मौसम
20. सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक देश कौन सा है?
(अ) भारत (ब) ब्राजील (स) इंडोनेशिया (द) चीन
21. निम्नलिखित में से कौन सा एक देश गेहूं तथा चावल दोनों का संसार का सबसे बड़ा उत्पादक देश है?
(अ) यूएसए (ब) रूस (स) चीन (द) भारत
22. विटामिन सी का मानव शरीर में क्या कार्य है?
(अ) एस्कार्बिक एसिड को नष्ट करना (ब) एस्कार्बिक एसिड बनाना (स)फ्री रेडीकज मालीक्यूल्स नष्ट करना (द) फ्री रेडीकल मालीक्यूल्स बनाना
23. शिवाजी ने निम्रलिखित में से किसके विरूद्ध युद्ध नहींं किया?
(अ) बीजापुर के (ब) मुगलों के (स) कोनकन के (द) हैदराबाद के
24. समान आयतन के लिए सबसे कम क्षेत्रफल किस आकृति का होता है?
(अ) आयत का (ब) वर्ग का (स) गोले का (द) त्रिभुज का
25. महात्मा गांधी के अनुसार अहिंसा?
(अ) सत्य प्राप्ति का एक माध्यम है (ब) राजनीतिक स्वतंत्रता प्राप्ति का एक माध्यम है (स) ईवर प्राप्ति का एकमात्र माध्यम है (द) स्वयं में एक शक्ति है
26. कांग्रेस पार्टी ने प्रथम स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए निम्नलिखित में से कौन सी तिथि निश्चित की थी?
(अ) 31 दिसंबर, 1929 (ब) 26 जनवरी, 1930 (स) 15 अगस्त, 1940 (द) 15 दिसंबर, 1927
27. मानविकी के लिए पूर्णत: समर्पित भारत का पहला विश्वविद्यालय कहां स्थापित किया गया है?
(अ) लखनऊ (ब) दिल्ली (स) जयपुर (द) मुंबई
सही जवाब- 1.(अ) 25 हजार, 2.(स) अरस्तू, 3.(द) उक्त सभी, 4.(ब) शुतुमुर्ग, 5.(अ) थियोफ्रास्र्टस, 6.(द) उक्त सभी, 7.(द) ताइवानी फर्म, 8.(द) ठेका कृषि, 9.(ब) पूंजीगत बजट, 10.(अ) लोगों के विकास पर, 11.(स) डैगेन हेम, 12.(द) उपरोक्त सभी, 13.(स) शेरशाह सूरी, 14.(अ) मनसबदारी, 15.(ब) श्लाइडेन व श्वान ने, 16.(ब) थाईलैंड के टेनिस खिलाड़ी, 17.(स)फुटबाल, 18.(द) टेनिस, 19.(द) मौसम,20.(अ)भारत, 21.(ब) रूस, 22.(ब) दिल्ली, 23.(अ) कोलकाता, 24.(ब) ऑक्सीजन, 25.(द) स्वयं में एक शक्ति है, 26.(ब) 26 जनवरी, 1930, 27.(ब) दिल्ली।
विटामिन बी कॉम्पलेक्स शरीर को जीवन शक्ति देने के लिए अति आवश्यक है। इस विटामिन की कमी से शरीर अनेक रोगों का गढ़ बन जाता है। विटामिन बी के कई विभागों की खोज की जा चुकी है। ये सभी विभाग मिलकर विटामिन बी कॉम्पलेक्स कहलाते हैं। हालांकि सभी विभाग एक दूसरे के अभिन्न अंग हैं , लेकिन आपस में ये सभी भिन्नता रखते हैं। विटामिन बी कॉम्पलेक्स 120 सेंटीग्रेड की गर्मी सहन करने की क्षमता रखता है। उससे अधिक ताप यह सहन नहीं कर पाता और नष्ट हो जाता है। यह विटामिन पानी में घुलनशील है। इसका प्रमुख कार्य स्नायु को स्वस्थ रखना और भोजन के पाचन में सक्रिय योगदान देना होता है। भूख को बढ़ाकर यह शरीर को जीवन शक्ति देता है।
विटामिन बी कॉम्पलेक्स - टमाटर, भूसीदार गेहूं का आटा, अंडे की जर्दी, हरी पत्तियों के साग, बादाम, अखरोट, बिना पॉलिश किया चावल , पौधों के बीज, सुपारी, नारंगी, अंगूर, दूध, ताजे सेम, ताजे मटर, दाल, जिगर, वनस्पति साग भाजी, आलू, मेवा, खमीर, मक्का, चना, नारियल पिस्ता, ताजे फल, कमरकल्ला, दही , पालक, मछली, बंदगोभी, मालटा ,चावल की भूसी, फलदार सब्जी आदि में मिलता है।
हनुमान फल एक प्रकार का फल होता है। इसका अपना औषधीय महत्व है और इसे कई रोगों के उपचार में इस्तेमाल किया जाता है। इस वृक्ष की छाल जोड़ों और वायु रोगों को नष्ट करने वाली होती है। छाल का इस्तेमाल बुखार को दूर करने के लिए भी किया जाता है।
विभिन्न भाषाओं में नाम-हिन्दी-हनुमान फल, कन्नड़- हनुमान फल, मराठी-मारुति फल, अंग्रेजी-चेरीमोयर, लैटिन- अनेना चेरिमोलिया।
.32 बोर रिवॉल्वर भारतीय आयुध निर्माणी, कानपुर द्वारा निर्मित एक छोटा हथियार है जो अब भारत में आम शस्त्र लाइसेंस धारकों के लिए उपलब्ध है। 6 फॉयर वाला यह रिवॉल्वर पूरी तरह से भारतीय आयुध निर्माणी फैक्ट्रियों द्वारा भारत में बनाया जाने लगा है। इसमें .32 बोर के स्मिथ एण्ड वेसन (लांग रेंज) वाले 7.65 मिलीमीटर के कारतूस प्रयोग किए जाते हैं।
यह रिवॉल्वर विदेशी वेब्ले सर्विस रिवॉल्वर (मार्क-ढ्ढङ्क) की तर्ज पर बनाया गया है। विदेशी वेब्ले स्कॉट कम्पनी का .38 बोर एस. एण्ड डब्लू. मॉडल रिवॉल्वर सिंगापुर की पुलिस द्वारा आज भी प्रयुक्त होता है। इसका सेफ्टी कैच लॉक हो तो चाहकर भी ट्रिगर नहीं दब सकता। रिवॉल्वर में पूरी गोलियंा भरी होने पर भी फायर नहीं हो सकता। इसका बट यानी कुन्दा भी विदेशी वेब्ले स्कॉट रिवॉल्वर के मुकाबले आकार में बड़ा होता है जिससे इसकी पकड़ मजबूत रहती है। इसमें बट के नीचे एक कुण्डा भी लगा हुआ है जिसमें सेफ्टी कॉर्ड (सुरक्षा डोरी) आराम से लगायी जा सकती है। वैसे यह कुण्डा वेब्ले स्कॉट रिवॉल्वर में भी होता है।
माइसीनियाई यूनानी
माइसीनियाई यूनानी (यूनानी-मुकिनाइकी दिआलेक्तोस) यूनानी भाषा का सब से प्राचीन ज्ञात रूप है। यह यूनान के मुख्य प्रायद्वीप, क्रीत के द्वीप और साइप्रस पर 16वीं से 12वीं सदी ईसापूर्व में बोली जाती थी। बहुत से इतिहासकारों का मानना है कि इस काल के बाद यूनानी सभ्यता के दक्षिणी क्षेत्र में डोरियाई आक्रमण हुआ जिस से उत्तरी यूनान कि उपभाषाओं ने दक्षिणी यूनानी उपभाषाओं का अंत कर दिया। इस भाषा का नाम यूनान की राजधानी एथंस से 90 किमी दक्षिण-पश्चिम में स्थित माइसीने पुरातत्व स्थल पर रखा गया है।
माइसीनियाई भाषा रेखीय बी नामक लिपि में लिखी जाती थी जिसमें लगभग 200 चिन्ह थे। यह लिपि रेखीय ए नामक लिपि की संतान थी जो क्रीत के द्वीप पर बोली जाने वाली मिनोआई भाषाओं के लिए विकसित की गई थी। अधिकतर इतिहासकार और भाषावैज्ञानिक मानते हैं कि यह मिनोआई भाषाएं यूनानी से कोई पारिवारिक सम्बन्ध नहीं रखती थीं, इसलिए यह संभावना है कि रेखीय बी के चिन्ह पूरी तरह से माइसीनियाई भाषा की ध्वनियों को प्रदर्शित नहीं करते। फिर भी अध्ययन के आधार पर यह मानना है की माइसीनियाई में उसकी हिन्द-यूरोपीय जड़ों की कुछ चीजें सुरक्षित थीं जो आगे चलकर यूनानी से लुप्त हो गई।
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हरी चाय या ग्रीन टी (ष्4द्वड्ढशश्चशद्दशठ्ठ ष्द्बह्लह्म्ड्डह्लह्वह्य)अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है। हरी चाय की पत्तियों का तेल तैयार किया जाता है। यह उत्तेजक, चक्कर को दूर करने वाला होता है। आमाशय के विकार के लिए यह एक बहुमूल्य औषधि है। कालरा, (हैजा), रोग में उल्टी होने पर इसका सेवन करने से लाभ होता है। इसके तेल से मालिश करने से पुरानी वातवेदना दूर होती है।
विभिन्न भाषाओं में नाम-हिन्दी-गन्धतृण, बृतण, हरी चाय, संस्कृत- भूस्तृण, मराठी- हरीचाय, राजस्थानी- हरी चाय, गुजराती- लीलीचा, बंगला- गंधवेना, गंधतृण, पंजाबी- खावी, तमिल-वसानाप पिल्लु, मलयालम-वसानाप पिल्लु, तेलुगू-निम्मागद्दी, लैटिन- सिम्बोपोगोन सिट््रेटस।
शंख स्मृति
शंख स्मृति 18 अध्यायों 350 श्लोकों में रचित है। इस स्मृति का 12-13 अध्याय गद्य-पद्य मय है। इसके 18 अध्यायों के वर्णित विषयों में चारों वर्णों के कर्तव्य कर्म, गर्भाधान से लेकर यज्ञोपवीत-संस्कार तक वर्णन, ब्रह्मचारी के धर्म, सदाचार, अष्टविधि विवाहों का संक्षिप्त वर्णन, पंचमहाचज्ञों के अनुष्ठानों का विधान, वानप्रस्थ-संन्यास धर्म निरूपण-योग-प्राणायाम वर्णन, ध्यान का महत्व, नित्यनैमित्तिक काम्य, क्रियांग षड्विधानों का वर्णन, क्रियास्नान, तीर्थस्थान विधि एवं महिमा, हाथों में विविधतीर्थ का निरूपण, आचमन विधि, अंगस्पर्श, सन्ध्या की महिमा, अघमर्षण विधि, गायत्रीजप विधि-विधान, गायत्री महिमा वर्णित है।
इनके अतिरिक्त तर्पण विधि, श्राद्धकर्मादि, श्राद्धाधिकारी ब्राह्मणों की योग्य ता, जन्ममरण अशौच का वर्णन, द्रव्य शुद्धि, पात्र शुद्धि, प्रायश्चित्त विधान एवं प्रायश्चित्त व्रतों का भी वर्णन मिलता है।
हिण्डन नदी, उत्तरी भारत में यमुना नदी की एक सहायक नदी है। इसका पुरातन नाम हरनदी या हरनंदी भी था। इसका उद्गम सहारनपुर जिला में निचले हिमालय क्षेत्र के ऊपरी शिवालिक पर्वतमाला में स्थित है। यह पूर्ण वर्षा-आश्रित नदी है और इसका बेसिन क्षेत्र 7 हजार 83 वर्ग किमी है। यह गंगा और यमुना नदियों के बीच लगभग 400 किमी की लंबाई में मुजफ़्फरनगर जिला, मेरठ जिला, बागपत जिला, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा से निकलते हुए दिल्ली से कुछ दूरी पर यमुना मिल जाती है।
कभी महानगर की पहचान मानी जाने वाली हिंडन नदी का अस्तित्व खतरे में है। इसका पानी पीने लायक तो कभी रहा नहीं, अब इस नदी में प्रदूषण इतना बढ़ चुका है कि जलीय प्राणियों का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। ऐसे में हिंडन नदी अब केवल शोध करने तक ही सीमित रह गई है। इसमें ऑक्सीजन की मात्रा लगातार घटती जा रही है। वर्षा ऋतु में भी यह लगभग जल विहीन रहती है। नदी में लगातार औद्योगिक अपशिष्ट और पूजन सामग्री आदि डाले जाने से उसमें घुलित ऑक्सीजन की मात्रा दो से तीन मिलीग्राम प्रति लीटर रह गई है।
हिंडन नदी में मोहन नगर औद्योगिक क्षेत्र से डिस्टलरी का अपशिष्ट, वेस्ट डिस्चार्ज, धार्मिक पूजन सामग्री और मलमूत्र मिलते हैं। इसके बाद छगारसी ग्राम में पशुओं को नहलाना और खनन आदि होता है, जिसके कारण प्रदूषण में बढोत्तरी होती है। लगभग दस साल पहले तक नदी में अनेक कशेरुकी प्राणी, मछलियां व मेढक़ आदि मिलते थे, जो कि वर्तमान में मात्र सूक्ष्मजीव,काइरोनॉमस लार्वा, नेपिडी, ब्लास्टोनेटिडी, फाइसीडी, प्लैनेरोबिडी परिवार के सदस्य ही बचे हैं।
दून घाटी से निकलती काली नदी, 150 किमी की यात्रा में सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ और गाजियाबाद होते हुए हिंडन नदी में इसके यमुना में मिलन से पूर्व ही मिलती है। काली नदी भी उच्च प्रदूषण लेकर चलती है, और पश्चिमी उत्तर प्रदेश का बहुत सा प्रदूषित जल यमुना को पहुंचाती है।
फिटकरी लाल और सफेद, दो प्रकार की होती है। दोनों के ही गुण लगभग समान होते हैं। सफेद फिटकरी का ही अधिकतर प्रयोग किया जाता है। यह संकोचक यानी सिकुडऩ पैदा करने वाली होती है। रक्तस्राव , दस्त, कुकुरखांसी जैसे कई रोगों के उपचार में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
जहां पर चींटिया और दीमक हो, वहां पर सरसों तेल लगाकर फिटकरी को डालने से चींटिया और दीमक वहां पर नहीं आते हैं। फिटकरी का इस्तेमाल,बवासीर, नकसीर, रक्सस्राव, गले के रोग जैसे कई रोगों के उपचार में किया जाता है।
30 मई 1826 को पं. युगुल किशोर शुक्ल ने प्रथम हिन्दी समाचार पत्र ‘उदंत मार्तण्ड’ का प्रकाशन आरम्भ किया था। उदंत मार्तण्ड हिंदी का प्रथम समाचार पत्र था। इसका प्रकाशन 30 मई, 1826 ई. में कलकत्ता से एक साप्ताहिक पत्र के रूप में शुरू हुआ था।
कलकता के कोलू टोला नामक मोहल्ले की 37 नंबर आमड़तल्ला गली से पं. जुगलकिशोर शुक्ल ने सन् 1826 ई. में उदन्त मार्तण्ड नामक एक हिंदी साप्ताहिक पत्र निकालने का आयोजन किया। उस समय अंग्रेज़ी, फारसी और बांग्ला में तो अनेक पत्र निकल रहे थे किंतु हिंदी में एक भी पत्र नहीं निकलता था। इसलिए ‘उदंत मार्तड’ का प्रकाशन शुरू किया गया। इसके संपादक भी जुगुलकिशोर शुक्ल ही थे। वे मूल रूप से कानपुर संयुक्त प्रदेश के निवासी थे।
उदन्त मार्तण्ड का शाब्दिक अर्थ है ‘समाचार-सूर्य‘। अपने नाम के अनुरूप ही उदन्त मार्तण्ड हिंदी की समाचार दुनिया के सूर्य के समान ही था। उदन्त मार्तण्ड का प्रकाशन मूलत: कानपुर निवासी पं. युगल किशोर शुक्ल ने किया था। यह पत्र ऐसे समय में प्रकाशित हुआ था जब हिंदी भाषियों को अपनी भाषा के पत्र की आवश्यकता महसूस हो रही थी। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर ‘उदन्त मार्तण्ड‘ का प्रकाशन किया गया था। उदंत मार्तण्ड ने समाज में चल रहे विरोधाभासों एवं अंग्रेज़ी शासन के विरूद्ध आम जन की आवाज़ को उठाने का कार्य किया था। कानूनी कारणों एवं ग्राहकों के पर्याप्त सहयोग न देने के कारण 19 दिसंबर, 1827 को युगल किशोर शुक्ल को उदन्त मार्तण्ड का प्रकाशन बंद करना पड़ा।
काली सिंध चम्बल नदी की सहायक नदी है। इस नदी का उद्गम स्थल मध्य प्रदेश में देवास के निकट बागली गांव है। आहू, उजाड, नीवाज और परवन इसकी सहायक नदियां हैं। यह नदी कुछ दूर मध्य प्रदेश में बहने के बाद राजस्थान के झालावाड़ और कोटा जि़लों में बहती है। नोनेरा (बरण) गांव के पास यह नदी चम्बल में मिल जाती है। काली सिंध की कुल लंबाई 278 किलोमीटर है।
किसानों की सुविधा के लिए केन्द्र सरकार ने किसान एसएमएस पोर्टल सुविधा की शुरुआत की है। यह किसान पोर्टल देश के 12 करोड़ से भी अधिक किसान परिवारों को सूचनाएं, परामर्श और सेवाएं प्रदान कर सकता है।
किसान एसएमएस पोर्टल प्रणाली में किसानों को उनके मोबाइल पर एसएमएस संदेश मिलते रहते हैं, जिनमें सूचना या सेवा की जानकारी या विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों और अधिकारियों की आवश्यक सलाह दी जाती है। ये संदेश उन किसानों को भेजे जाते हैं, जिनके आवास संबद्ध अधिकारियों/वैज्ञानिकों/विशेषज्ञों के अधिकार क्षेत्र में पड़ते हैं।
इस समय केन्द्र और राज्य सरकारों के पास किसानों से संबंधित जो डाटा बेस उपलब्ध हंै, उनका पोर्टल के साथ एकीकरण किया जा रहा है। संयुक्त डाटा बेस वाले किसानों को वे संदेश मिलेंगे, जो सभी के लिए उपयोगी होंगे। इस डाटा बेस में किसानों के स्थानीय आधार पर और फसल/कार्य प्रणाली के आधार पर अलग-अलग समूह बनाए गए हंै, इसलिए किसी विशेष क्षेत्र में किसानों को उसी क्षेत्र की आवश्यकता के अनुरूप संदेश मिलेंगे।
जो किसान डाटा बेस में शामिल नहीं है और वे अपनी आवश्यकताओं के अनुसार संदेश चाहते हैं, तो उन्हें इस प्रणाली के साथ अपना पंजीकरण कराना होगा। इसके लिए किसान कॉल सेन्टर के टॉल फ्री नम्बर 1800-180-1551 पर डॉयल करके किसान इस सेवा के लिए पंजीकरण करा सकते हैं। किसान अपनी प्राथमिकता वाली फसलों/कार्यों के लिए 8 विकल्प दे सकते हैं। इसमें बागवानी, पशुपालन, डेयरी और मछली पालन सहित फसल उत्पादन के कार्य शामिल हैं। इस प्रणाली से न केवल उत्पादन संबंधी पहलुओं के बारे में, बल्कि उपज की बिक्री के बारे में भी संदेश भेजे जाएंगे। व्यापारियों के बारे में सूचना आदि भी किसानों को संदेश से भेजी जाएगी।
इस पोर्टल के जरिए कृषि और सहकारिता विभाग, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, पशु पालन विभाग, डेयरी और मछली पालन विभाग और भारतीय मौसम विभाग के अधिकारी, वैज्ञानिक और विशेषज्ञ तथा खाद्यान्न खरीद एजेंसियां किसानों को एसएमएस के जरिये समय और मौसम के अनुरूप परामर्श भेज सकते हैं और सेवाएं उपलब्ध करा सकते हैं। अपना पंजीकरण कराते समय किसान जिस भाषा में एसएमएस संदेश चाहते है, उसका उल्लेख कर सकते हैं। यदि किसान के मोबाइल में उस भाषा उत्तर प्राप्त करने की सुविधा नहीं है, तो रोमन लिपि में उस भाषा में संदेश या एसएमएस भेजे जा सकते हैं। जो किसान एसएमएस प्रणाली से परिचित नहीं है, उनके लिए वॉयस मैसेज से सूचनाएं भेजने की व्यवस्था जल्दी शुरू की जाएगी। आवाज पर आधारित इंटरनेट के विवरण पहले से ही उपलब्ध हैं, लेकिन अधिकतर किसान इसके लिए शुल्क अदा नहीं कर सकते, इसलिए मोबाइल फोन में आवाज के जरिए सूचनाएं भेजने की प्रणाली विकसित की जा रही है।
अमरीकन डायमंड एक प्रकार का सफेद पत्थर है जिसे ज्वैलरी में इस्तेमाल किया जाता है। इस पत्थर को हीरो की तरह ही तराशा जाता है, लेकिन चमक के मामले में यह हीरे की बराबरी नहीं कर सकता है।
अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य में सारासोता इलाके में बाकायदा अमरीकन डायमंड की खेती की जाती है। यहां हीरे के एक छोटे से टुकड़े का बीज की तरह इस्तेमाल किया जाता है। कार्बन के साथ मिलाकर हीरे के टुकड़े को एक ग्रोथ चैंबर में डाला जाता है। फिर इन्हें एक रिएक्टर में लाया जाता है। इस रिएक्टर का तापमान और दबाव बिलकुल पृथ्वी के गर्भ जैसा होता है। 3 हजार डिग्री सेल्सियस और 50 हजार एट्मोस्फियर के दबाव में ग्रेफाइट हीरा बनने लगता है।
सिंथेटिक या आम भाषा में अमेरिकन डायमंड बनाने में 82 घंटे लगते हैं। इतने समय में हीरे का छोटा टुकड़ा कच्चा हीरा बन जाता है। इसे एसिड के घोल में डालकर अलग किया जाता है। अमरीकन डायमंड के एक कैरट का दाम सात से 10 लाख रुपये तक होता है, लेकिन कृत्रिम डायमंड दो लाख रुपयों का भी मिल जाता है। इस कीमती पत्थर के दीवाने इसके कृत्रिम रूप से भी खुश हैं। और इस खुशी की खास वजह यह है कि प्राकृतिक हीरों और फैक्ट्री में बनाए गए हीरों के बीच फर्क बताना बहुत ही मुश्किल है। केवल एक खास उपकरण से असली हीरे की पहचान होती है।
असली हीरे के अंदर की बनावट ऊबड़ खाबड़ होती है, लेकिन कृत्रिम हीरा अंदर से सामान्य दिखता है। कीमती पत्थरों के जानकार इसे भले ही कृत्रिम हीरे की कमी मानें, लेकिन उद्योग जगत सिंथेटिक डायमंड से काफी उत्साहित है।
गुरुद्वारा बंगला साहिब दिल्ली में कनॉट प्लेस से आधा किलोमीटर की दूरी पर है। गुरु हरकृष्ण देव जी के सम्मान में इसका निर्माण किया गया है। सन् 1664 में वे यहां आकर रुके थे। तभी से इसे बंगला साहिब गुरुद्वारे के नाम से जाना जाता है। ॉ
इस गुरुद्वारे के प्रांगण में स्थित तालाब के पानी को अमृत के समान जीवनदायी और पवित्र माना जाता है। इस गुरुद्वारे में सिखों के इतिहास को दर्शाता एक म्यूजियम भी है। इस गुरुद्वारे का गुंबद सोने का है और फिलहाल अंदर के दरबार को भी सोने से ढंका जा रहा है। यह दुनिया के सबसे बड़े और प्रसिद्ध गुरुद्वारे में से एक है।
1. निम्नलिखित में से कौन से देश में विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था है?
(अ) जापान (ब) मलेशिया (स) भारत (द) चीन
2. भूमध्य रेखा निम्नलिखित में से कहां से गुजरती है?
(अ) मध्य अफ्रीका गणराज्य से होकर (ब) कीनिया से होकर (स) सारावाक से होकर (द) वेनेजुएला से होकर
3. अलेग्जेण्ड्रिया समुद्रपत्तन किस देश में स्थित है?
(अ) मिस्र का (ब)इजराइल का (स)जोर्डन का (द)लीबिया का
4. निम्नलिखित दक्षिण एशियाई देशों में किसका जनसंख्या घनत्व सर्वाधिक है?
(अ) श्रीलंका (ब) भारत (स) नेपाल (द) पाकिस्तान
5. क्रिकेट टीम में एक तरह कितने खिलाड़ी होते हैं?
(अ) नौ (ब) दस (स) ग्यारह (द) बारह
6. ग्रीनपार्क स्टेडियम कहां स्थित है?
(अ) कोलकाता (ब) मुंबई (स) कानपुर (द) लखनऊ
7. आधुनिक ओलंपिक खेल किस वर्ष आरंभ हुए हैं?
(अ) 1886 में (ब) 1896 में (स) 1876 में (द) 1996 में
8. भारत को एक गणराज्य मुख्य रूप रूप से इसलिए माना जाता है, क्योंकि ?
(अ) राज्याध्यक्ष का चुनाव होता है (ब) उसे 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्रता मिली थी (स) उसका अपना लिखित संविधान है (द) उसकी सरकार संसदीय प्रणाली के अनुसार है
9. भारत में विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना किसने की?
(अ) धर्मपाल ने (ब) देवपाल ने (स) नारायन पाल ने (द) महिपाल ने
10. निम्नलिखित में से किसने निर्देशन में वायसराय लॉर्ड हार्डिंग पर बम फेंका गया?
(अ) खुदीराम बोस (ब) रासबिहारी बोस (स) चंद्रशेखर आजाद (द) रामप्रसाद बिस्मिल
11. विश्व में प्रति हजार व्यक्तियों पर मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वालों की सर्वाधिक संख्या पाई जाती है?
(अ) हांगकांग में (ब) सिंगापुर में (स) लक्जमबर्ग में (द) दक्षिण कोरिया में
12. 2शह्म्द्यस्र 2द्बस्रद्ग 2द्गड्ढ को सृजित करने का श्रेय किसे है?
(अ) बॉब काहन (ब) टिम बरनर्स की (स) रॉबर्ट मॉरिस (द) माइकल डेरटूअस
13. इस समय भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीयकृत उद्यम है?
(अ) भारतीय रेलवे (ब) भारतीय वाणिजय बैंकिंग तंत्र (स) भारतीय विद्युत क्षेत्र (द) भारतीय दूरसंचार तंत्र
14. भारत सरकार की कुल कर आय में सर्वाधिक योगदान होता है?
(अ) आय कर का (ब) प्रशुल्क कर का (स) केंद्रीय आबकारी कर का (द) संपत्ति कर का
15. अंतर्राष्टï्रीय मुद्रा कोष का मुख्य कार्य क्या है?
(अ) प्रगतिशील देशों के लिए विनियोजन ऋण की वित्त व्यवस्था (ब) विश्व बैंक की निजी क्षेत्र में ऋण प्रदान करने वाली शाखा के रूप में कार्य करना (स) सदस्य देशों की बाकी भुगतान की समस्याओं को हल करने में मदद करना (द) बैंकों से अंतर्राष्टï्रीय प्रतिभूति की व्यवस्था करना
16. सीखने के अंतर्दृष्टिï के सिद्घांत का प्रतिपादन किसने किया?
(अ) थॉर्नडाइक (ब) स्मिथ (स) कोहलर (द) वाटसन
17. स्पाइरोमीटर किसके मापन के लिए प्रयोग होता है?
(अ) हृदय की क्षमता (ब) ग्रिप की क्षमता (स) पेट की मांसपेशीय क्षमता (द) फेफड़ों की क्षमता
18. पेरिप्लस ऑफ द एरिथ्रियन सी- नामक साहित्यिक साक्ष्य प्राचीन भारत के किस पक्ष पर प्रकाश डालता है?
(अ) धार्मिक स्थिति (ब) राजनीतिक स्थिति (स) वैज्ञानिक विकास (द) व्यापार और वाणिज्य
19. चीनी यात्री फाह्यïान के समय गुप्त वंश के किस राज्य का शासन था?
(अ) समुद्रगुप्त (ब) चंद्रगुप्त द्वितीय (स) कुमारगुप्त प्रथम (द) स्कंदगुप्त
20. मध्यप्रदेश में स्थित किस स्थान से प्राप्त अभिलेख में सती होने की घटना का उल्लेख कहां मिलता है?
(अ) विदिशा (ब) एरण (स) मंदसौर (द) ग्वालियर
21. कृत्रिम उपग्रह में विद्युत ऊर्जा का स्रोत क्या होता है?
(अ) एक लघु न्यूक्लीयर रिएक्टर (ब) एक डायनेमो (स) एक थर्मोपाइल (द) सौर सेल
22. चांद पर उतरने वाला दूसरा आदमी कौन था?
(अ) ए वी जॉन (ब) नामर्स सेज (स) ब$ज एल्ड्रिन (द) एन्ड्रू सेविज
23. भारत में सर्वाधिक शुद्घ सिंचित क्षेत्र पाया जाता है?
(अ) हरियाणा में (ब) मध्यप्रदेश में (स) उत्तरप्रदेश में (द) पंजाब में
24. भारत में कच्चा ऊन का सबसे अच्छा उत्पादक राज्य निम्न में से कौन सा है?
(अ)आंध्रप्रदेश (ब)जम्मू एवं कश्मीर(स)कर्नाटक (द) राजस्थान
25. भारत में धात्विक खनिजों की सर्वाधिक खदानें पाई जाती हैं?
(अ)गुजरात में (ब) झारखंड में (स) कर्नाटक में (द) उड़ीसा में
26. तेल नदी सहायक नदी कौन सी है?
(अ) गोदावरी नदी की (ब) कृष्णा नदी की (स) महानदी की (द) नर्मदा नदी की
27. शिपकी ला प्रसिद्घ पर्वतीय दर्रा किस राज्य में स्थित है?
(अ) हिमाचल प्रदेश का (ब) जम्मू एवं कश्मीर का (स) सिक्किम का (द) उत्तराखंड का
28. चीन एवं भारत के बाद विश्व का सबसे बड़ा जनसंख्या वाला देश कौन सा है?
(अ) ब्राजील (ब) इंडोनेशिया (स) पाकिस्तान (द) संयुक्त राज्य अमेरिका
29. मानव प्रजातियों के वितरण से संबंधित पेटी एवं संस्तर सिद्घांत को प्रतिपादित किया था?
(अ) ए.सी.हैडन ने (ब) ए.एल. क्रोबर ने (स) हर्बर्ट रिजली ने (द) ग्रिफिथ टेलर ने
सही जवाब- 1.(अ) जापान, 2.(ब) कीनिया से होकर, 3.(अ) मिस्र का, 4.(ब) भारत, 5.(स)ग्यारह, 6.(स) कानपुर, 7.(ब) 1896 में, 8.(अ) राज्याध्यक्ष का चुनाव होता है, 9.(अ) धर्मपाल ने, 10.(ब) रासबिहारी बोस, 11.(स) लक्जमबर्ग में, 12.(ब) टिम बरनर्स की, 13.(अ) भारतीय रेलवे, 14.(स) केंद्रीय आबकारी कर का, 15.(स) सदस्य देशों की बाकी भुगतान की समस्याओं को हल करने में मदद करना, 16.(ब) स्मिथ, 17.(द) फेफड़ों की क्षमता, 18.(द) व्यापार और वाणिज्य, 19.(ब) चंद्रगुप्त द्वितीय, 20.(ब) एरण, 21.(द) सौर सेल, 22.(स)ब$ज एल्ड्रिन, 23.(स) उत्तरप्रदेश में, 24.(ब) जम्मू एवं कश्मीर, 25.(ब) झारखंड में, 26.(स) महानदी की, 27.(अ) हिमाचल प्रदेश का, 28.(द) संयुक्त राज्य अमेरिका, 29.(द)ग्रिफिथ टेलर ने।
हाईड्रोजन-एक रंगहीन, गंधहीन गैस है, जो पर्यावरणीय प्रदूषण से मुक्त भविष्य की ऊर्जा के रूप में देखी जा रही है। वाहनों तथा बिजली उत्पादन क्षेत्र में इसके नए प्रयोग किए गए हैं। हाईड्रोजन के साथ सबसे बड़ा लाभ यह है कि ज्ञात ईंधनों में प्रति इकाई द्रव्यमान ऊर्जा इस तत्व में सबसे ज्यादा है और यह जलने के बाद उप उत्पाद के रूप में जल का उत्सर्जन करता है। इसलिए यह न केवल ऊर्जा क्षमता से युक्त है बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है।
वास्तव में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय गत दो दशकों से हाईड्रोजन ऊर्जा के विभिन्न पहलुओं से संबंधित वृहत् अनुसंधान, विकास एवं प्रदर्शन (आरडीएंडडी) कार्यक्रम में सहायता दे रहा है। जिसके कारण वर्ष 2005 में एक राष्ट्रीय हाईड्रोजन नीति तैयार की गई, जिसका उद्देश्य हाईड्रोजन ऊर्जा के उत्पादन, भंडारण, परिवहन, सुरक्षा, वितरण एवं अनुप्रयोगों से संबंधित विकास के नये आयाम उपलब्ध कराना है। हालांकि, हाईड्रोजन के प्रयोग संबंधी मौजूदा प्रौद्योगिकियों के अधिकतम उपयोग और उनका व्यावसायिकरण किया जाना बाकी है, परन्तु इस संबंध में प्रयास शुरू कर दिये गये हैं।
हाईड्रोजन पृथ्वी पर केवल मिश्रित अवस्था में पाया जाता है और इसलिए इसका उत्पादन इसके यौगिकों के अपघटन प्रक्रिया से होता है। यह एक ऐसी विधि है जिसमें ऊर्जा की आवश्यकता होती है। विश्व में 96 प्रतिशत हाईड्रोजन का उत्पादन हाईड्रोकार्बन के प्रयोग से किया जा रहा है। लगभग चार प्रतिशत हाईड्रोजन का उत्पादन जल के विद्युत अपघटन के जरिए होता है। तेल शोधक संयंत्र एवं उर्वरक संयंत्र दो बड़े क्षेत्र हैं जो भारत में हाईड्रोजन के उत्पादक तथा उपभोक्ता हैं। इसका उत्पादन क्लोरो अल्कली उद्योग में उप उत्पाद के रूप में होता है।
हाईड्रोजन का उत्पादन तीन वर्गों से संबंधित है, जिसमें पहला तापीय विधि, दूसरा विद्युत अपघटन विधि और प्रकाश अपघटन विधि है। कुछ तापीय विधियों में ऊर्जा संसाधनों की जरूरत होती है, जबकि अन्य में जल जैसे अभिकारकों से हाईड्रोजन के उत्पादन के लिए बंद रासायनिक अभिक्रियाओं के साथ मिश्रित रूप में उष्मा का प्रयोग किया जाता है। इस विधि को तापीय रासायनिक विधि कहा जाता है। परन्तु यह तकनीक विकास के प्रारंभिक अवस्था में अपनाई जाती है। उष्मा मिथेन पुनचक्रण, कोयला गैसीकरण और जैव मास गैसीकरण भी हाईड्रोजन उत्पादन की अन्य विधियां हैं। कोयला और जैव ईंधन का लाभ यह है कि दोनों स्थानीय संसाधन के रूप में उपलब्ध रहते हैं तथा जैव ईंधन नवीकरणीय संसाधन भी है। विद्युत अपघटन विधि में विद्युत के प्रयोग से जल का विघटन हाईड्रोजन और ऑक्सीजन में होता है तथा यदि विद्युत संसाधन शुद्ध हों तो ग्रीन हाऊस गैसों के उत्सर्जन में भी कमी आती है।
हलीयून की वनस्पति मूत्रवद्र्धक, पेट को साफ करने वाली , हृदय के लिए शक्तिशाली और मन को शांति प्रदान करने वाली होती है। इसके अंकुर, पेट की वायु को नष्ट करने वाले, पेट को साफ करने वाला होता है। इसके फल गर्म, स्थापक, जलिस्नग्ध और पौष्टिक होते हैं। इसकी जड़ों में इसके अंकुरों की अपेक्षा मूत्रल यानी पेशाब अधिक लाने वाले तत्व अधिक होते हैं। इसकी जड़ों के ठंडे रस का सेवन करने से पीलिया का रोग दूर हो जाता है। यह यकृत की जड़ता और सुस्ती को दूर करके उत्तेजना लाती है।
विभिन्न भाषाओं में नाम- हिन्दी- हलियून, हलयून, बंगला- हिकुआ, अरबी-इस्फेराज, खशुबुलहास्स, फारसी- मारहियाह, मारचोव, ईरान-हालियून, अंग्रेजी- एस्पेरेगस, लैटिन- एस्पेरेगस आफिसिनेलेसिस।
निम्बार्क संप्रदाय
निम्बार्क का अर्थ है- नीम पर सूर्य। इस संप्रदाय के संस्थापक भास्कराचार्य एक सन्यासी थे। उन्हें एक बैरागी को भोजनार्थ आमंत्रित किया। भोजन की सब तैयारी हो गई थी। किन्तु बैरागी को आने में देर हो गई। सूर्य छिपने तक आचार्य अतिथि को बुलाने न पहुंच सके। वह पवित्र व्यक्ति अपने सिद्धान्तानुसार दिन में ही भोजन प्राप्त करता था। आचार्य को लगा कि वह सूर्यास्त के बाद आएंगे ही नहीं। आतिथेय की प्रार्थना पर सूर्य नारायण नीम के पेड़ पर उतर आए और तब तक चमकते रहे, जब तक कि दोनों ही खाना खाते रहे। तब से उस संत का नाम निम्बार्क या निम्बार्काचार्य पड़ गया।
इस संप्रदाय को हंस संप्रदाय , देवर्षि संप्रदाय , अथवा सनकादि संप्रदाय भी कहा जाता है। मान्यता है कि सनकादि ऋषियों ने भगवान के हंसावतार से ब्रह्म ज्ञान की निगूढ़ शिक्षा ग्रहण करके उसका प्रथमोपदेश अपने शिष्य देवर्षि नारद को दिया था। इसके ऐतिहासिक प्रतिनिधि हुए निम्बार्काचार्य इससे यह निम्बार्क संप्रदाय कहलाता है।
इस संप्रदाय का सिद्धान्त द्वैताद्वैतवाद कहलाता है। इसी को भेदाभेदवाद भी कहा जाता है। भेदाभेद सिद्धान्त के आचार्यों में औधुलोमि, आश्मरथ्य, भतृ प्रपंच, भास्कर और यादव के नाम आते हैं। इस प्राचीन सिद्धान्त को द्वैताद्वैत के नाम से पुन: स्थापित करने का श्रेय निम्बार्काचार्य को जाता है। उन्होंने- वेदान्त पारिजात-सौरभ, वेदान्त-कागधेनु, रहस्य षोडसी, प्रपन्न कल्पवल्ली और कृष्ण स्तोत्र नामक ग्रंथों की रचना भी की थी। वेदान्त पारिजात सौरभ ब्रह्मसूत्र पर निम्बार्काचार्य द्वारा लिखी गई टीका है। इसमें वेदान्त सूत्रों की सक्षिप्त व्याख्या द्वारा द्वैता-द्वैतव सिद्धान्त का प्रतिपादन किया गया है।