बिलासपुर
लडक़ी की सूझ-बूझ से आरपीएफ को मिली थी सूचना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 31 अगस्त। आरपीएफ ने मानव तस्करी के एक मामले में कार्रवाई करते हुए झारखंड की दो नाबालिग सहित तीन बालिकाओं को दलाल के चंगुल से छुड़ाया है। बालिकाओं को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया गया है जबकि दलाल को राउरकेला जीआरपी को सौंप दिया गया है। मामले में एक नाबालिग ने सूझ-बूझ दिखाते हुए पुलिस तक सूचना पहुंचाई थी।
बिलासपुर में रेलवे सुरक्षा बल को 26 अगस्त को सूचना मिली कि कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस से तीन युवतियों को राउरकेला से ट्रेन में बिठाकर एक युवक द्वारा दिल्ली ले जाया जा रहा है। सूचना मिलने पर आरपीएफ की टीम सक्रिय हुई। स्टेशन पर पहुंचते ही उत्कल एक्सप्रेस वहां से रवाना हो चुकी थी। इस पर बिलासपुर आरपीएफ ने ट्रेन के अगले स्टापेज पेन्ड्रारोड की टीम को रेस्क्यू करने की जिम्मेदारी दी। पेन्ड्रा में आरपीएफ के जवानों ने एस-5 में तीन लड़कियां जिनमें से दो 15 व 17 वर्ष की नाबालिग थीं, के साथ एक युवक अंतोनी लुगुन (32 वर्ष) के साथ मिल गईं। अंतोनी लुगुन व लड़कियों से जानकारी मिली कि वे सभी झारखंड के सिमडेगा जिले के खरवागढ़ा ग्राम के रहने वाले हैं। इन सभी को अनूपपुर स्टेशन पर उतार लिया गया और सारनाथ एक्सप्रेस से अगले दिन बिलासपुर लाया गया। यहां पूछताछ से पता चला कि आरोपी अंतोनी लुगुन पेशे से आटो रिक्शा ड्राइवर है और वह देश के विभिन्न शहरों में आदिवासी लड़कियों को घरेलू काम दिलाने के नाम पर ले जाकर छोड़ देता है, जहां युवतियों का शारीरिक, आर्थिक शोषण होता है। जो तीन लड़कियां ट्रेन में उनके साथ थीं उनमें से एक बालिग लडक़ी पहले से ही दिल्ली में घरेलू काम करती है। वह भी गांव से कई लड़कियों को दिल्ली ले जा चुकी है। इस बार उसने अपने बड़े पिताजी की एक लडक़ी और गांव की एक अन्य 15 वर्षीय लडक़ी को साथ चलने के लिये तैयार किया था। आरोपी एंतोनी लुगुन इन सभी को लेकर जा रहा था। 15 साल की नाबालिग को इस धोखे में रखकर घर से लाया गया था कि उसे आसपास ही काम दिलाया जा रहा है। लेकिन राउरकेला से उत्कल एक्सप्रेस में चढऩे के बाद उनकी बातचीत से जब पता चला कि उसे दिल्ली ले जाया जा रहा है तो वह घबरा गई। वह अपनी सीट से उठकर डिब्बे के दूसरे बर्थ में गई और वहां एक यात्री से मदद मांगी और पुलिस को सूचित करने कहा। इसके बाद आरपीएफ तक सूचना पहुंची। आरोपी को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी बिलासपुर समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां पाया गया कि यह मानव तस्करी का मामला है।
एंतोनी के विरुद्ध धारा 363 अपहरण व अन्य धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर प्रकरण तथा आरोपी को राउरकेला पुलिस के सुपुर्द किया गया है। नाबालिग लड़कियों को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया गया था। उनके परिजनों के आने के बाद उनकी सुपुर्दगी की प्रक्रिया पूरी की गई।