राजनांदगांव
![भाजपा में घमासान : झुग्गी-झोपड़ी संयोजक ने संगठन को कार्रवाई करने दी चुनौती भाजपा में घमासान : झुग्गी-झोपड़ी संयोजक ने संगठन को कार्रवाई करने दी चुनौती](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1630914175adhu_Sudan_Yadav__2.jpg)
जिलाध्यक्ष मधुसूदन के नोटिस से भडक़े चौहान ने सोशल मीडिया में निकाली भड़ास
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 सितंबर। राजनांदगांव जिले में भाजपा की सांगठनिक इकाई में घमासान मचा हुआ है। पार्टी में अनुशासन की इस कदर हवा निकल रही है कि संगठन को खुले तौर पर चुनौती दी जा रही है। दरअसल भाजपा के झुग्गी झोपड़ी मोर्चा के संयोजक दीपक चौहान को बीते दिनों जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव ने कार्यकारिणी को लेकर नोटिस जारी किया।
नोटिस से भडक़े दीपक चौहान ने यादव का नाम लिए बगैर सीधे सोशल मीडिया में अपनी खुलकर भड़ास निकाली। सोशल मीडिया में लिखे शब्दों से साफ जाहिर हो रहा है कि अनुशासित पार्टी होने का दावा भाजपा के लिए दिखावा साबित हो रहा है। बताया जा रहा है कि दीपक चौहान ने संगठन के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया में लिखा है कि यदि उनका कामकाज संगठन को रास नहीं आ रहा है तो कार्रवाई करने में जरा भी देरी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने लिखा है कि नोटिस को लेकर वो किसी के दबाव में नहीं है। उन्होंने यह भी लिख दिया है कि प्रकोष्ठ का संयोजक होना एक अपराध हो गया है। संगठन को चुनौतीभरे लहजे में लिखा है कि दम है तो तत्काल उनके खिलाफ कार्रवाई कर बाहर का रास्ता दिखाया जाए। यहां यह बता दें कि दीपक चौहान और मधुसूदन यादव के बीच शुरूआत में रिश्ते बेहतर थे। धीरे-धीरे उनके बीच कटुता फैलती गई। अब दोनों के बीच तल्खियां लगातार बढ़ रही है।
बताया जा रहा है कि चौहान अंदरूनी रूप से अपनी कमजोर राजनीतिक हालात के लिए मधुसूदन यादव को ही जिम्मेदार मानते हैं। सियासी रूप से दोनों अब एक-दूसरे के आलोचक हो गए हैं। हालांकि यादव की ओर से अब तक चौहान के विरूद्ध कार्रवाई नहीं की गई है। दीपक चौहान ने अपने शब्दों में यह भी कहा है कि फैसला देरी से संगठन न करें, उनके विरूद्ध सीधी कार्रवाई हो, इसके बाद वह अपने स्तर पर फैसला करेंगे।
बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले संगठन के द्वारा रखे गए कार्यक्रम को अपने अनुसार चलाए जाने और संगठन की मर्जी के विपरीत कार्य करने के मामले में कुछ लोगों को संगठन की ओर से नोटिस दिया गया है। नोटिस का दबाव देने के बजाय अब नाराजगी जाहिर करते सोशल मीडिया में अपनी तीखी प्रतिक्रिया लिखी गई है। चौहान के इस कदम को दरअसल बढ़ती गुटबाजी से भी जोडक़र देखा रहा है। बताया जा रहा है कि जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव को गुटीय लड़ाई में कई तरह की चुनौतियां पेश की जा रही है। भाजपा में हो रही सियासी झड़प से यह बात साफ हो गया है कि संगठन की ताकत और नीतियों को खुलेतौर पर अस्वीकार करने का एक चलन पार्टी में बढ़ रहा है।