रायगढ़
![लाखों की जायदाद की मालकिन वृद्धा भीख मांगने को मजबूर लाखों की जायदाद की मालकिन वृद्धा भीख मांगने को मजबूर](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16330931773.jpg)
पुत्र मंद बुद्धि और पति के वृद्ध होने का फायदा उठा परिजन हड़प लिये जमीन और मकान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 1 अक्टूबर। सारंगढ़ के ग्राम अमझर निवासी वृद्धा भगवतीनपटेल पति रवि पटेल न्याय के लिए पिछले 3 सालों से थाना और कचहरी का चक्कर लगा रही है। भीख मांग-मांग कर अपना जीवन यापन एवं वकील का फीस दे रही है। आरोप है कि वृद्धा का पुत्र मंदबुद्धि एवं पति अत्यंत वृद्ध होने की वजह से परिजन इसका फायदा उठाकर वृद्धा का मकान एवं कृषि भूमि जबरन हड़प लिए हैं।
वृद्धा भगवती पटेल बकायदा शपथ पत्र पर इस बात की शिकायत पुलिस थाना एवं सारंगढ़ एसडीएम को की है। जिसकी आज 3 साल हो जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
जमीन किताब बनाने पटवारी ले लिया 3000 और नहीं दिया किताब
वृद्धा ने बताया कि उसकी जमीन की किताब भू अधिकार एवं ऋण पुस्तिका कहीं गुम हो गया है, जो कि मिल ही नहीं रहा है। उसके द्वितीय प्रति निकालने के लिए ग्राम अमझर पटवारी हल्का नंबर 44 राजस्व मंडल सारंगढ़ के तत्कालीन पटवारी द्वारा उक्त किताब बनाने के लिए 3000 ले लिए और उक्त किताब नहीं दिया। सारंगढ़ थाना प्रभारी को उक्त बात की शिकायत की है, जिसमें उसने उल्लेख किया है कि खसरा नंबर 32 /2/ख रकबा 0 . 400 हेक्टेयर खसरा 25 /1/ख रकबा 0.307 हेक्टेयर कृषि भूमि पटवारी अभिलेख एवं राजस्व रिकार्ड घर में जल गया। उक्त खाते की भूमिका ऋण पुस्तिका बना कर देने के नाम पर तत्कालीन पटवारी जोकि रानी सागर में निवासरत था ने 3000 ले लिया और आज तक उक्त किताब बनाकर नहीं दिया प्रार्थीया के मांगने पर पटवारी मारने-पीटने की नियत पर आ जाता है। इसकी शिकायत 10 जनवरी 2019 को सारंगढ़ थाने में की गई लेकिन आजपर्यंत कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे महिला काफी हताश एवं निराश है।
2020 में कलेक्टर ने दिए थे जांच के आदेश
पीडि़ता भगवतीन बाई ने निराश होकर दिसंबर 2019 में इस बात की शिकायत कलेक्टर रायगढ़ से की थी जिस पर कलेक्टर द्वारा समुचित जांच कर कार्यवाही से अवगत कराने एसडीएम सारंगढ़ एसडीओपी सारंगढ़ को 2020 में निर्देशित की गई है, लेकिन वृद्धा के मुताबिक आज तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। कलेक्टर को अपनी शिकायत में लिखी है कि उसके स्वामित्व की उक्त सारी जमीनें एवं मकान परमानंद पटेल रिटायर्ड पटवारी एवं उसका भाई लाला पटेल पिता छोटू अघरिया दोनों निवासी ग्राम अमझर के द्वारा जबरन बलपूर्वक उक्त जमीन हड़प ली गई है।