राजनांदगांव
![सहायक शिक्षकों के हड़ताल से देहात क्षेत्र के स्कूलों में अध्यापन ठप सहायक शिक्षकों के हड़ताल से देहात क्षेत्र के स्कूलों में अध्यापन ठप](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1639555874G_LOGO-001.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 15 दिसंबर। सहायक शिक्षकों के हड़ताल में चले जाने का असर स्कूलों के अध्यापन कार्य पर पड़ रहा है। पिछले 6 दिनों से सहायक शिक्षक वेतन विसंगति को दूर करने की मांग पर राजधानी रायपुर में आंदोलनरत हैं। जिला मुख्यालयों में सांकेतिक हड़ताल के बाद अब सहायक शिक्षकों ने राजधानी में डेरा जमा लिया है। हड़ताल के चलते देहात के स्कूलों में अध्यापन कार्य ठप पड़ा हुआ है। शिक्षकों की कमी के चलते विद्यार्थियों की भी कक्षाओं में उपस्थिति कम हो गई है। अध्यापन कार्य चरमराने के कारण कहीं-कहीं स्कूलों में ताला लगने की भी नौबत आ गई है। अधिकांश शालाओं में सन्नाटा पसरा हुआ है। ज्यादातर स्कूलों में अध्यापन कार्य का भार सहायक शिक्षकों के कंधों पर है। लिहाजा हड़ताल का सीधा असर विद्यार्थियों के पढ़ाई पर पड़ रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार छग सहायक शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले नांदगांव जिले के हजारों शिक्षक धरने में शामिल हो रहे हैं। सहायक शिक्षकों के आंदोलन में शामिल होने के कारण शासकीय शालाओं के अध्यापन व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। अधिकांश शालाओं में भी शिक्षकों की कमी भी देखने को मिल रही है। शिक्षण व्यवस्थापन के लिए स्थानीय स्तर पर बीईओ तथा प्राचार्यों को अधिकृत किया गया था। बावजूद इसके शिक्षकों की व्यवस्था नहीं हो पाई है। जिससे वनांचल की शालाओं में सन्नाटा पसरा हुआ है। छह दिनों से अध्ययन-अध्यापन का कार्य प्रभावित हो रहा है।
सहायक शिक्षकों द्वारा अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर राजधानी रायपुर में धरना प्रदर्शन किए जाने से नांदगांव जिले में भी अध्यापन व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। शालाओं में अध्ययन-अध्यापन का कार्य नहीं होने से विद्यार्थियों की चिंता बढ़ गई है।