राजनांदगांव
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प्रचार के लिए सिर्फ दो दिन का वक्त, खैरागढ़ और शहर के वार्ड 17 में 20 को पड़ेंगे वोट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 दिसंबर। खैरागढ़ नगर पालिका चुनाव और राजनंादगांव नगर निगम के वार्ड नं. 17 के उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा पूरी ताकत के साथ शहरी सत्ता के जंग में बाजी मारने जोर मार रही है। राजनीतिक दलों के पास प्रचार के लिए अब सिर्फ दो दिन का ही वक्त शेष रह गया है। खैरागढ़ नगर पालिका में 20 वार्डों के तकरीबन 21 हजार और नगर निगम के वार्ड नं. 17 के उपचुनाव में लगभग 4 हजार मतदाता राजनीतिक दलों के भाग्य पर मुहर लगाएंगे। निकाय चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है। सत्तारूढ़ दल होने की वजह से कांग्रेस के पास साधन-संसाधन की कमी नहीं है। वहीं विपक्षी भाजपा संसाधन से परे होकर आम लोगों के बीच सरकार की खामियों को ही अपनी सफलता के लिए काफी मददगार मान रही है। शहरी बाशिंदों की कांग्रेस सरकार में अनदेखी किए जाने के मुद्दे पर भाजपा बेहद हमलावर है। कांग्रेस प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की जनहित कार्यों को एक आधार बनाकर मतदाताओं के बीच पहुंच रहे हैं। कांग्रेस अपने प्रचार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाकामियों को भी वोट पाने के लिए सशक्त जरिया मान रही है।
खैरागढ़ में प्रचार के आखिरी दौर में राजनीतिक दलों ने पूरा दमखम लगाया है। प्रचार के लिए शीर्ष नेताओं को भी दोनों दल ने आमंत्रित किया है। वहीं जिलेभर के पदाधिकारियों को भी जवाबदारी सौंपी गई है। भाजपा खैरागढ़ में चुनाव में परचम लहराने के लिए सामाजिक स्तर पर भी जोड़तोड़ कर रही है। प्रमुख नेताओं को समाज के अनुरूप दायित्व सौंपा गया है। ओबीसी, अजा, अजजा समेत अन्य मुख्य नेताओं को भाजपा ने पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए दायित्व सौंपा है। कांग्रेस भी इस तरह की ही नीति अपनाकर वार्डों में नेताओं को प्रचार के लिए पूरा वक्त काम करने का निर्देश दिया है। प्रचार के लिहाज से दोनों पार्टियों में मामूली ही अंतर है। बैठकों के साथ-साथ प्रचार के लिए भी दोनों पार्टियों की अलग-अलग रणनीति बनी हुई है। सत्तारूढ़ कांग्रेस के लिए निकाय चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। दोनों पार्टियों के स्थानीय मुख्य चेहरों की भी साख चुनाव पर लगी हुई है। प्रमुख नेताओं के बूते दोनों दल निकाय चुनाव में जीत तय मानकर चल रहे हैं।
भाजपा में ये हैं प्रमुख चेहरे
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, सांसद संतोष पांडेय, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, मधुसूदन यादव, विक्रांत सिंह, जिला संगठन प्रभारी संजय श्रीवास्तव, ओपी चौधरी, कोमल जंघेल, सचिन बघेल, पवन मेश्राम शामिल हैं।
कांग्रेस के ये मुख्य चेहरे
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व विधायक प्रतिमा चंद्राकर, पूर्व जिलाध्यक्ष नवाज खान, विधायक भुनेश्वर बघेल, दलेश्वर साहू, जिलाध्यक्ष पदम कोठारी, विवेक वासनिक शामिल हैं।