बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 27 दिसंबर। लवन, कसडोल व पलारी पुलिस की संयुक्त टीम ने बुधवार को बलौदाबाजार जिले के ग्राम कुम्हारी में दबिश देकर नकली शराब बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। फैक्ट्री में देसी मसाला व सादा शराब में छग शासन का नकली होलोग्राम व स्टीकर लगाकर बेचा जाता था।
आरोपित ने दो साल पहले 50 हजार नकली ढक्कन का स्टाक कर रखा था। एक पव्वा को 100 रुपये की दर से बेचते हुए सालभर में 40 लाख का नकली शराब बेची जा चुकी है। आरोपित को नकली होलोग्राम वाले ढक्कन, स्टीकर, साल्वेंट नागपुर व महाराष्ट्र से उपलब्ध कराया जाता था। फैक्ट्री से नकली होलोग्राम वाले ढक्कन, 200 लीटर साल्वेंट व शराब की शीशियां, एक इको वाहन व एक मोबाइल भी बरामद किया गया है।
मामले में पुलिस ने कुम्हारी निवासी आरोपित भरत ठाकुर (38 साल) को गिरफ्तार किया है। भरत को साल्वेंट, नकली होलोग्राम वाले ढक्कन व स्टीकर उपलब्ध कराने वाला नागपुर निवासी उमेश की गिरफ्तारी शेष है।
क्षेत्र के आसपास काफी दिनों से नकली शराब बेचने की शिकायत प्राप्त हो रही थी। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा ने थाना प्रभारी कसडोल आशीष राजपूत, थाना प्रभारी पलारी प्रमोद सिंह व चौकी प्रभारी लवन बीके सोम उनके नेतृत्व में टीम बनाकर उक्त शिकायत की जांच कर नकली शराब बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ करने निर्देशित किया था। इसी तारतम्य में बुधवार को चौकी क्षेत्र के ग्राम कुम्हारी में आरोपित भरत सिंह ठाकुर के घर में दबिश दी गई। पुलिस ने जब आरोपित भरत ठाकुर के घर में प्रवेश किया तो नकली शराब बनाने के इस फैक्ट्री को देखकर दंग रह गई। इस नकली शराब की पैकिंग लेबल बिल्कुल राज्य की शराब दुकानों में बिक्री होने वाले शराब की हूबहू नकल थी। नकली शराब की पैकिंग होने के बाद इसे एक बार में पहचानना मुश्किल है।
एक ड्रम साल्वेंट में तीन ड्रम नकली शराब का निर्माण
सभी सामान को इक_ा कर भरत ठाकुर ने अपने घर में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री प्रारंभ की। एक ड्रम साल्वेंट में आरोपित द्वारा तीन ड्रम नकली शराब का निर्माण किया जाता था। दो साल पहले से आरोपित ने लगभग 50,000 से ज्यादा नकली होलोग्राम वाला ढक्कन लाकर घर में रखा था। जो पिछले दो सालों में अवैध रूप से नकली शराब का निर्माण कर क्षेत्र में खपा रहा था। पुलिस की कार्रवाई में लगभग 3,000 ढक्कन बरामद हुआ।
आरोपित द्वारा नकली शराब का एक पव्वा 100 रुपये की दर से क्षेत्र में बेचा जा रहा था, इस हिसाब से आरोपित द्वारा साल भर में लगभग 40 लाख रुपये की नकली शराब क्षेत्र में बेची जा चुकी है। आरोपित द्वारा नकली शराब बनाने के लिए एक लीटर साल्वेंट में दो लीटर पानी, कलर तथा गुड़ की चाशनी मिलाकर शराब बनाया जाता था। नकली होलोग्राम वाला ढक्कन से शीशी पैकिंग के बाद नकली स्टीकर से लेवल का काम बड़ी सफाई से किया जाता था जिससे शराब की शीशी बिल्कुल असली लगे।