बलौदा बाजार

पुल-पुलिया नहीं, 11 के बजाय 35 किमी का सफर
08-Feb-2022 3:41 PM
पुल-पुलिया नहीं, 11 के बजाय 35 किमी का सफर

शासन को फिर प्रस्ताव भेजा गया है-सब इंजीनियर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा बाजार, 8 फरवरी।
सीमेंट संयंत्रों के आसपास के गांवों में पुल-पुलिया नहीं होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़  रहा  है। जमुनिया व बंजारी नाले पर अब तक पुल नहीं बनने से बरसात में मोपर, टेकारी, अमेठी, जेठानी देवरानी आदि गांवों के लोग 10 किलोमीटर ज्यादा दूरी तय कर रवान पडक़ीडीह संयंत्रों में काम करने जाते हैं।

आमाकोनी के सब्जी उत्पादक दीपक पटेल ने बताया कि बंजारी नाले में पुल नहीं बनने के कारण आषाढ़ का महीना लगते ही चंडी और पडक़ीडीह के बाजार जाने के लिए 10 किलोमीटर दूर सुहेला होकर घूमना पड़ता है।
 आमाकोनी से ही रोज रवान सीमेंट संयंत्र काम करने जाने वाले राम कुमार ध्रुव ने बताया कि मोपर, टेकारी, अमेठी, जेठानी देवरानी आदि गांवों से कई मजदूर संयंत्रों में काम करने दिन हो या रात किसी भी समय और 12 महीने बंजारी नाले को पार कर आते-जाते हैं। इस नाले को पार करते समय कई लोग गिरकर घायल हुए हैं, कई लोग बहते-बहते बचे हैं। नाले में बाढ़ के समय हमें पुलिया के अभाव में 11 किलोमीटर की दूरी के बजाय 35 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है।

नाले पार कर रोज सैकड़ों लोग करते हैं आवाजाही
परिवार सहित रवान से कर्मदा जाने वाले अभिषेक वर्मा ऊपर के अंजोरी यदु और रामकुमार यादव ने बताया कि 5 साल पहले पीएमजेएसवाई योजना अंतर्गत आमाकोनी और पडक़ीडीह के बीच सडक़ मार्ग बनाने के बाद मोपर मल्दी अर्जुनी होते हुए बलौदाबाजार, भाटापारा और बिलासपुर तक जाने कम दूरी का मार्ग बन गया है, इसलिए दोपहिया और हल्के वाहनों से रोज लगभग 500 लोगों का आना-जाना होता है, परंतु बंजारी नाले पर अब तक पुल नहीं बनने से परेशानी होती है।

खेत जाने में किसानों को होती है परेशानी
पडक़ीडीह के किसान दुखित जायसवाल, त्रिलोचन चतुर्वेदी, जितेंद्र वर्मा आदि ने बताया कि उनके जैसे दर्जनों किसानों का गांव नाला के पास एक छोर पर है, परंतु खेती दूरी छोर पर होने से खाद-बीज और उपाय को लाने ले जाने में परेशानी होती है। बारिश के समय में तीन से चार फीट बहने वाले पानी की धार को पार कर खेत जाना पड़ता है। विडंबना है कि तीन-तीन अंतरराष्ट्रीय बड़ी सीमेंट एवं दर्जनों स्टोन क्रेशर वाले क्षेत्र के बीच यहां से लगभग 5 किलोमीटर दूर सुहेला से सह जिला मुख्यालय भाटापारा के बीच पडऩे वाले जमुनिया नाला और पडक़ीडीह और अमाकोनी के बीच पडऩे वाले बंजारी नाले में पुल नहीं होने से लोगों को परेशानी हो रही है।

इस मामले में ब्रिज विभाग के सब इंजीनियर मुकेश देवांगन ने बताया कि जमुनिया व बंजारी नाला पर पुलिया के लिए बजट में प्रस्ताव भेजा गया था, परंतु स्वीकृति नहीं मिल पाई है। उन्होंने इस साल भी प्रस्ताव भेजने की जानकारी देते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों की जागरूक होकर कार्य करें तो स्वीकृति और निर्माण की प्रक्रिया में तेजी आ सकती है।

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