कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 10 फरवरी। समाज कल्याण विभाग द्वारा अस्थिबाधित तीन हितग्राहियों को बैटरी चलित ट्राईसाइकिल प्रदान की गई। इसमें जनपद पंचायत फरसगांव के ग्राम पैसरा निवासी बांस की टोकरियाँ और सूपा बनाने वाले अस्थिबाधित मनोज कोर्राम को ट्राईसाइकिल प्रदान की गई। ट्राईसाईकिल मिलने पर मनोज ने कहा कि अब वे ट्राईसाइकिल की मदद से अपने द्वारा बनाए गए टोकरियों और सूपों को आसपास के बाजारों में जाकर बेच सकेंगे। यह बैटरी चलित होने से वह अपने घर से आसानी से आवागमन भी कर सकेंगे। ट्राई साइकिल के लिए उन्होंने शासन का धन्यवाद दिया।
जनपद पंचायत फरसगांव अंतर्गत ग्राम बड़ेडोंगर निवासी भगतसिंह कुदराम द्वारा कलेक्टर जनदर्शन में कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा के समक्ष उपस्थित होकर ट्राईसाइकिल की मांग की गई थी। जिसे गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर द्वारा भगत सिंह डॉक्टर द्वारा जांच उपरांत प्रमाण पत्र बनाकर बैटरी चलित ट्राईसाइकिल देने हेतु निर्देश दिए गए थे। इसके पश्चात् विभाग द्वारा भगतसिंह को ट्राईसाईकिल प्रदान की गई। ट्राईसाइकिल प्राप्त होने पर भगत सिंह ने कलेक्टर सहित छत्तीसगढ़ शासन को धन्यवाद किया।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत माकड़ी निवासी अस्थि बाधित हितग्राही लीलावती मौर्य ने कहा कि वे चलने-फिरने में असमर्थ होने के कारण 12 वीं के पश्चात महाविद्यालयीन शिक्षा से वंचित रह गई थी। उन्हें यह अपना कॉलेज जाने का सपना धुंधलाता सा लग रहा था। ऐसे में शासन की ओर से ट्राईसाइकिल मिलने से अब उन्हें महाविद्यालय शिक्षा प्राप्त करने की आस जगी है। लीलावती जल्द से जल्द कॉलेज जाने की इच्छुक है।
इस अवसर पर लीलावती ने खुशी जाहिर करते हुए शासन और प्रशासन का धन्यवाद किया और कहा कि ट्राईसाईकिल मिल जाने से अब महाविद्यालय जा सकेंगी। यह उनका सपना था और अब उनका सपना सच होता उन्हें दिखाई दे रहा है। मैं इसके लिए शासन की शुक्रगुजार हूं।
समाज कल्याण विभाग की उपसंचालक ललिता लकड़ा ने बताया कि विभाग द्वारा 80 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता का प्रमाण पत्र प्राप्त लोगों को बैटरी चलित ट्राईसाइकिल शासन द्वारा योजनांतर्गत प्रदान की जा रही है, साथ ही 80 प्रतिशत से कम दिव्यांगता वाले हितग्राहियों को केवल ट्राईसाईकिल प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत तीनों हितग्राहियों को बैटरी चलित ट्राईसाईकिल प्रदान की गई है। इस अवसर पर हितग्राहियों के परिवारों सहित समाज कल्याण विभाग के सभी कर्मचारी मौजूद रहे।