सरगुजा

उदयपुर के चिकित्सा अधिकारी निलंबित, नर्स पर भी कार्रवाई
17-Feb-2022 8:50 PM
उदयपुर के चिकित्सा अधिकारी निलंबित, नर्स पर भी कार्रवाई

लापरवाही के कारण जन्म से पूर्व शिशु के मृत्यु का मामला

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उदयपुर/अम्बिकापुर, 17 फरवरी।
राज्य शासन द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर में पदस्थ चिकित्सा अधिकारी डॉ संजीव कुमार तिग्गा को कर्तव्य में लापरवाही बरतने के कारण निलंबित कर दिया गया है।

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अवर सचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि डॉ तिग्गा द्वारा आपातकालीन ड्यूटी से नदारद रहते हुए अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरती गई। उनका यह कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 का स्पष्ट उल्लंघन है।

निलंबन अवधि में डॉ संजीव तिग्गा का मुख्यालय सीएमएचओ कार्यालय जिला बलरामपुर -रामानुजगंज नियत किया गया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी।

ज्ञातव्य है कि पिछले मंगलवार की शाम को एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर में परिजनों द्वारा भर्ती कराया गया था। चिकित्सक के नदारद रहने तथा नर्स के लापरवाही के कारण जन्म से पूर्व शिशु की मृत्यु हो जाने के मामले में संयुक्त संचालक एवं सीएमएचओ सरगुजा द्वारा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग रायपुर को आवश्यक कार्रवाई हेतु पत्र प्रेषित किया गया था।

उदयपुर ब्लॉक कांग्रेस ने जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव को घटना से अवगत कराया था।निलंबन अवधि के दौरान डॉ संजीव का मुख्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वस्थय अधिकारी कार्यालय बलरामपुर होगा।

गौरतलब है कि 15 फरवरी को सीएचसी में उदयपुर निवासी अशोक प्रजापति द्वारा अपनी पत्नी विद्या प्रजापति को 9 महीने का समय पूरा होने पर डिलीवरी कराने शाम 6.30 बजे भर्ती किया गया था। ओपीडी स्टॉफ के द्वारा डिलीवरी कक्ष में जांच पड़ताल करने के बाद रात 11 बजे डिलीवरी होने की जानकारी गर्भवती के पति को दिया गया।ड्यूटी डॉक्टर संजीव तिग्गा द्वारा रात 9 बजे गर्भवती महिला को ब्लड प्रेशर की शिकायत होने पर ब्लड प्रेशर का टेबलेट दिया गया था तत्पश्चात डॉक्टर अस्पततत्पश्चात डॉक्टर अस्पताल से दूर अपने कमरे में आराम करने चले गए थे।

गर्भवती महिला के पास दाई पार्वती और मितानिन मौजूद रही जो डिलीवरी प्रक्रिया आने पर नर्स को बुलाने गई तब तक काफी समय समय निकल चुका था बच्चे के सिर में नाल फंस गया और इधर गर्भवती विद्या का हाल बेहाल रहा वह दर्द से कराहती रही थी तब काफी देर बाद नर्स लेबर रूम में आई फिर वहाँ उपस्थित दाई और नर्सों के द्वारा किसी तरह बच्चा बाहर निकाला गया तब तक काफी देर हो चुका था।

डॉक्टर के नही आने और लेट लतीफ होने के कारण नवजात बच्चा की मौत हो गई थी। घटना से पूर्व नर्स द्वारा कागजी खाना पूर्ति करते हुए अशोक प्रजापति से कागज में हस्ताक्षर करा लिया गया नवजात बच्चे के पिता सहित परिवार वालों ने डॉक्टर के साथ नर्सों के ऊपर लापरवाही का आरोप लगाकर जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग की थी।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news