राजनांदगांव
![कुपोषित बच्चों को दिया जा रहा भोजन व नाश्ता कुपोषित बच्चों को दिया जा रहा भोजन व नाश्ता](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1645700145jn__8.jpg)
सामान्य व मध्यम श्रेणी में बच्चे कुपोषित बच्चे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 फरवरी। मुख्यमंत्री सघन सुपोषण योजना के कारगर परिणाम मिलने लगे हैं। जिसकी एक बानगी यह है कि छुईखदान विकासखंड के सेक्टर ठंढार के आंगनबाड़ी केन्द्र चकनार में वजन त्यौहार में चिन्हांकित 8 गंभीर रूप से कुपोषित बच्चे सामान्य श्रेणी में आ गए हैं। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के मार्गदर्शन में मानपुर, मोहला एवं छुईखदान विकासखंड में विशेष रूप से सघन सुपोषण चलाया गया है। जिसके लिए सभी ने अथक परिश्रम किया। सुपोषण की इस लहर में स्वयं सेवी संस्थाएं एवं समुदाय की विशेष सहभागिता रही।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपूपा जंघेल द्वारा कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को सुपोषण के संबंध में जानकारी दी गई। पंचायत प्रतिनिधि को गंभीर कुपोषित बच्चों की सूची दी गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास रेणु प्रकाश ने बताया कि मुख्यमंत्री सघन सुपोषण अभियान के अंतर्गत सुबह का नाश्ता गंभीर कुपोषित बच्चों को आगामी 6 माह तक दिया जा रहा है। दोपहर का भोजन कार्यकर्ता द्वारा बनाकर बच्चों को उनके घर में ले जाकर खिलाया गया। शाम को फल, अंडा, भोजन दे रहे हैं तथा पंचायत द्वारा सभी बच्चों के लिए टिफिन व्यवस्था की गई है। कुपोषित बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था की गई।
वर्तमान में गुलशन का वजन 9.500 किग्रा से बढक़र 11.300 किग्रा हो गया। इसी तरह गुलाब का वजन 10.600 किग्रा से बढक़र 11.500 किग्रा सामान्य श्रेणी, तीर्थ का वजन 7.800 किग्रा से बढक़र 10.500 किग्रा मध्यम श्रेणी, भोमेश का वजन 11.500 किग्रा से बढक़र 12.700 किग्रा मध्यम श्रेणी, पुष्पेन्द्र का वजन 11 किग्रा से बढक़र 11.700 किग्रा सामान्य श्रेणी, तातिया का वजन 6.500 किग्रा से बढक़र 7.800 किग्रा मध्यम श्रेणी, डाली का वजन 10.600 किग्रा से बढक़र 11.600 किग्रा मध्यम, तमन्ना का वजन 10.200 किग्रा से बढक़र 11 किग्रा मध्यम श्रेणी में हो गया है। सभी समुदाय के सहयोग और कार्यकर्ता के कड़ी मेहनत से 8 बच्चों को गंभीर कुपोषित थे। उसमें से 3 बच्चे सामान्य श्रेणी और 5 बच्चे मध्यम श्रेणी में आ चुके हैं।