बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 24 फरवरी। सामुदायिक स्वास्थ्य कसडोल में विकासखंड के लिम्फोडेमा फाइलेरिया अर्थात हाथीपांव के मरीजों को अपनी देखभाल हेतु रोग प्रबंधन एक दिवसीय कैम्प का आयोजन किया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला मलेरिया अधिकारी डॉ राकेश कुमार प्रेमी ने बताया कि कार्यक्रम के माध्यम से लिम्फोडेमा के मरीजों को घरेलू रोग प्रबंधन हेतु प्रशिक्षित किया गया। जिसमें पैर के प्रभावित 9 मरीज तथा 1 हाथ प्रभावित मरीज उपस्थित थे।
मरीजों को जरूरी व्यायाम की भी जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में विश्व स्वास्थ्य संगठन की जोनल समन्वयक डॉ स्नेहा श्री द्वारा मरीजों को रोग प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में मरीजों को टब,मग, टावेल साबुन सहित घरेलू रोग प्रबंधन बाबत किट का निशुल्क वितरण भी किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित विकास खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ अंजान सिंह चौहान ने बताया कि जिले में कुल 302 लिंफेडेमा प्रकरण हैं जिसमें से कसडोल में 24 मरीज हैं। लिंफेडेमा अर्थात जिसे आम बोलचाल की भाषा में हाथी पांव कहा जाता है, क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है, जो गंदे पानी में पनपता है, इसलिए अपने आसपास पानी का जमाव ना होने दिया जाए, ताकि मच्छर ना पनपें। इससे बचाव ही इसका उपचार है रोग हो जाने की दशा में मरीज अपनी देखभाल कर इसके प्रभाव को बस नियंत्रित कर सकता है।
फाइलेरिया रोग से बचने के लिए प्रतिवर्ष सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा संपन्न किया जाता है। कार्यक्रम में खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ अंजन सिंह चौहान, सरोजिनी साहू, राम नारायण साहू, अनुपमा चौहान, मीरा सोनी, उषा निषाद, त्रिवेणी साहू उपस्थित थे।