राजनांदगांव
![सरपंच ने खैरा की जगह बेलगांव में बनाया ठोस तरल अपशिष्ट शेड सरपंच ने खैरा की जगह बेलगांव में बनाया ठोस तरल अपशिष्ट शेड](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1645703492G_LOGO-001.jpg)
नियमों का उल्लंघन, ग्रामीणों में आक्रोश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 24 फरवरी। ग्राम पंचायत खैरानवापारा में शासकीय नियमों को दरकिनार करते पंचायत द्वारा मनमर्जी किए जाने का मामला सामने आया है। ग्राम पंचायत खैरानवापारा में कुछ माह पहले ही मनरेगा अंतर्गत ठोस तरल अपशिष्ठ के लिए 3 लाख 87 हजार रुपए की लागत वाली भवन की स्वीकृति प्राप्त हुई थी। इसके लिए स्थल ग्राम खैरा था, जहां उक्त ठोस तरल अपशिष्ठ का शेड बनना था, परंतु उक्त भवन को पंचायत द्वारा मनमर्जी करते ग्राम बेलगांव में एक महीने पहले बना दिया गया है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है।
पूरे मामले पर खास बात यह है कि शासन द्वारा स्थल ग्राम खैरा को तय किया गया था, जहां उक्त भवन को बनना था, परंतु शासकीय नियमों से खिलवाड़ करते बिना स्थल परिवर्तन स्वीकृति प्राप्त हुए ही भवन का स्थल परिवर्तन कर लगभग 3 माह पहले ग्राम बेलगांव में निर्माण कार्य प्रारंभ करवाया गया था। साथ ही एक माह पहले उक्त भवन का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। पूरे मामले पर खैरानवापारा सरपंच शारदा जंघेल के बताए अनुसार उक्त निर्माण कार्य ग्राम खैरा के लिए आया था, परंतु ग्राम खैरा और नवापारा में विवाद की स्थिति के चलते उक्त भवन का निर्माण बेलगांव में करा दिया गया है। स्थल परिवर्तन के लिए पंचायत प्रस्ताव करवाया गया है। स्थल परिवर्तन आदेश की कॉपी आज-कल में मिल जाएगा।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत किए जाने वाले कार्य का बिना आदेश प्राप्त हुए ही स्थल परिवर्तन करा दिया जाना इस बात की ओर साफ इशारा करता है कि पंचायत के जिम्मेदारों को शासन के नियमों से कोई दरकार नहीं है। अब इस पूरे मामले पर देखना होगा कि शासन के जिम्मेदार उक्त मामले को किस तरह से लेते हैं। क्या इसमें समुचित कार्रवाई किया जाता है या मामला आया गया हो जाता है।