कोण्डागांव
तेंदूपत्ता शाखकर्तन, संग्रहण, भंडारण व भुगतान की दी जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 26 फरवरी। लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित दक्षिण वन मंडल द्वारा नीलामी हॉल काष्ठागार में एक दिवसीय जिला यूनियन स्तरीय शाखकर्तन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में तेंदूपत्ता संग्रहण पूर्व शाखकर्तन कार्य, तेंदूपत्ता संग्रहण, परिवहन भंडारण और भुगतान के संबंध में वन मंडल जिलाधिकारी पदेन प्रबंध संचालक उत्तम कुमार गुप्ता द्वारा आवश्यक निर्देश देते हुए वनों को अग्नि से सुरक्षा के संबंध में विस्तृत दिशा निर्देशों के संबंध में बताया गया। उपमंडलाधिकारी पश्चिम पदेन उप प्रबंध संचालक जिला वनोपज सहकारी यूनियन मर्यादित दक्षिण कोण्डागांव के एमएस नाग के द्वारा तेंदूपत्ता शाखकर्तन संग्रहण भंडारण व भुगतान के संबंध में विस्तृत प्रकाश डाला गया।
इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी द्वारा कार्यशाला में उपस्थित उपमंडलाधिकारी परीक्षेत्र अधिकारी, पोषक अधिकारी, फड़अभिरक्षक, प्रबंधक, फड़मुंशी समिति के संचालक मंडल व अन्य ग्रामीण को तेंदूपत्ता शाखकर्तन कार्य के संबंध में बताया गया। जिसे स्थानीय भाषा में ‘बूटा कटाई तिहार’ कहा जाता है। बूटा कटाई तिहार में तेंदूपत्ता के छोटे पौधों जिन्हें बूटा कहा जाता है, उनको धारदार हथियार से जमीन सतह से कटाई करने को शाखकर्तन कहा जाता है। बूटा कटाई तिहार 3 से 5 मार्च तक मनाया जाएगा। इस दौरान वन मंडल के सभी समितियों के समस्त फड़ो में एक साथ शाखकर्तन कार्य करने के निर्देश दिए गए है। जिससे शाखकर्तन के लगभग 40-50 दिनों के बाद तेंदूपत्ता तोड़ाई कार्य प्रारंभ किया जा सके।
कार्यशाला में उपस्थित समस्त प्रबंधक, फड़मुंशी, गणमान्य व्यक्तियों, वन मंडल अधिकारी, कर्मचारियों की सहमति के आधार पर यह निर्णय लिया है। इस वर्ष दक्षिण वन मंडल में उच्च गुणवत्ता के तेंदूपत्ता का संग्रहण किया जा सके साथ ही तेंदूपत्ता लाभ में बिकने के कारण तेंदूपत्ता संग्राहकों को उचित तेंदूपत्ता बोनस प्राप्त हो सके।
जिला यूनियन में दक्षिण में कुल 11 लॉटों में से 4 लॉटो में अग्रिम विक्रय हो चुका है। शेष 7 लॉट में विभागीय खरीदी की जाएगी। कार्यशाला में समस्त अधिकारी कर्मचारी और प्रबंधक, फड़मंशियों, समिति के संचालक मंडल सहित 270 प्रतिभागी शामिल हुए। वन विभाग द्वारा समस्त तेंदूपत्ता संग्राहक और गणमान्य ग्रामीणों से अपील की गई है। कि तेंदूपत्ता बूटा कटाई तिहार को वृहद रूप में अभियान चलाकर करें इससे अच्छी गुणवत्ता के तेंदूपत्ता तैयार हो। ग्रामीणों को अधिक से अधिक मात्रा में इसका लाभ प्राप्त हो सके।