कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 1 मार्च। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करंजी में महुआ से विभिन्न खाद्य पदार्थों का निर्माण और प्रदर्शन संबंधी एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में शिकागो यूएसए से पधारी डॉ. कुसुम बेन सी.पटेल विशेष रूप से उपस्थित थीं।
इस कार्यक्रम में बस्तर से प्राकृतिक रूप से बहुतायत में पाए जाने वाले महुआ फूल से विभिन्न खाद्य पदार्थों का निर्माण और स्वास्थ्य की दृष्टि से होने वाले लाभ के बारे में बताया गया। इन खाद्य पदार्थों मे विशेष रूप से महुआ के लड्डू, टॉफी, अचार, मुरब्बा आदि का अध्ययनरत छात्र छात्राओं के समक्ष प्रदर्शन किया गया।
शिकागो से पहुंची डॉ. कुसुम बेन पटेल ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिमी शीत प्रधान देशों में प्रतिवर्ष कई नागरिक अकाल मृत्यु के शिकार हो जाते है। ऐसे लोगों की प्राणों की रक्षा के लिए प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले महुआ से विभिन्न खाद्य पदार्थों का निर्माण कर पश्चिमी देशों को भेज कर उनके प्राणों की रक्षा कर सकते हंै।
इसके तहत सामाजिक कार्यकर्ता हरिसिंह सिदार ने कहा कि हमारे आदिवासी अंचल में महुआ के प्रति की नकारात्मक सोच को खत्म कर महुआ से निर्मित विभिन्न पौष्टिक खाद्य पदार्थ का निर्माण कर उसका उपभोग कर लोगों की महुआ के प्रति सकारात्मक सोच के लिए प्रेरित कर समाज को सही दिशा में ले जाना है। समाज में व्याप्त कुरूतियों को हमेशा के लिए समाप्त करना है।
इस कार्यक्रम में उपस्थित रोहन साहू और रीना साहू ने मशरूम से बने विभिन्न खाद्य पदार्थों का निर्माण व प्रदर्शन कर इन पदार्थों की पौष्टिकता को उससे होने वाले स्वास्थ्य संबंधी लाभ के बारे में विस्तार पूर्वक से बताया गया। इस कार्यक्रम के अंत में डॉ. कुसुम बेन सी पटेल ने कांजी में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को शिकागो यूएसए आने का निमंत्रण देते हुए विश्व मैत्री अभियान शिकागो यूएसए अंतर्गत स्वर्णिम स्मृति पत्र संस्था को सम्मानित किया और छात्र छात्राओं और संस्था के उज्जवल भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं दी।