राजनांदगांव
![समूह की महिलाएं बढ़ा रहीं व्यवसायिक क्षेत्र में कदम, बाजारों में भी कर रही अपने उत्पादों का विक्रय समूह की महिलाएं बढ़ा रहीं व्यवसायिक क्षेत्र में कदम, बाजारों में भी कर रही अपने उत्पादों का विक्रय](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1646573093jn__2.gif)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 मार्च। स्वसहायता समूह की महिलाएं विभिन्न आर्थिक गतिविधियों से स्वयं आर्थिक रूप से सशक्त होने के साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। स्वसहायता समूह की महिलाएं आर्थिक गतिविधियों से व्यावसायिकरण के क्षेत्र में कदम बढ़ा रही है।
सुरगी के छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान (एनआरएलएम) अंतर्गत गठित महिला स्वसहायता समूह एवं स्वरधारा महिला कृषक उत्पादक कंपनी खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में कार्य कर रही है। स्वसहायता समूह की महिलाएं आजीविका संवर्धन द्वारा गांव में ही आय प्राप्त कर रही है। बिहान की महिलाएं शुद्ध जैविक खाद से उत्पादित हल्दी, मिर्च, धनिया का प्रोसेसिंग के बाद पैकेजिंग कर विक्रय कर रही है। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने सभी छात्रावास, स्कूल, आश्रम, आंगनबाड़ी केन्द्रों को स्वसहायता समूह द्वारा उत्पादित वस्तुओं को क्रय करने के निर्देश दिए है।
स्वसहायता समूह अपने द्वारा उत्पादित सामग्री को छात्रावास, स्कूल, आश्रम, आंगनबाड़ी केन्द्रों में विक्रय किया जा रहा है। इसके तहत स्वसहायता समूह व स्वरधारा महिला कृषक उत्पादक कंपनी सुरगी द्वारा 17 ट्राइबल हॉस्टल, 100 शासकीय स्कूल, मेडिकल कालेज, संकुल पदुमतरा, घुमका, सुरगी और सोमनी के माध्यम से गांव-गांव में शुद्ध जैविक खाद से उत्पादित हल्दी, मिर्च, धनिया का प्रोसेसिंग कर पैकेजिंग करते 250 किलो हल्दी, 300 किलो मिर्च व 350 किलो धनिया की आपूर्ति की जा चुकी है।