राजनांदगांव
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छेदैया के पार्टी छोडऩे के बाद भाजपा पार्षदों ने लगाए आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 मार्च। भाजपा पार्षद अजय छेदैया के कांग्रेस में शामिल होने के राजनीतिक घटनाक्रम का जवाब देते नगर निगम के विपक्षी पार्षदों ने महापौर पर हमला बोला है। विपक्षी पार्षदों ने एक स्वर में पार्षदों को 10-10 लाख रुपए ऑफर किए जाने का सनसनीखेज आरोप लगाते कहा कि कांग्रेस खरीदफरोख्त की नियत लेकर भाजपा पार्षदों को तोडऩे का काम कर रही है।
शनिवार को पत्रकारवार्ता में नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु और भाजपा के दक्षिण मंडल अध्यक्ष तरूण लहरवानी ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि धन-बल के प्रभाव में आकर पार्टी के पार्षद ने दगाबाजी की। इससे पार्टी की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि जिसके दिमाग में लालच और लोभ है, उसका पार्टी से जाना ही ठीक है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस ने जोड़तोड़ की राजनीति कर अपना असली चरित्र को जाहिर किया है। छुईखदान में कांग्रेस ने तख्ता पलटकर चुने हुए जनप्रतिनिधियों के अलावा जनता को भी ठेस पहुंचाया है। महापौर की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते आरोप लगाया कि निगम कर्मियों को तीन माह से वेतन देने के लिए पैसे का रोना रोया जा रहा है, लेकिन दल-बदल के लिए पर्याप्त रुपए दिए जा रहे हैं। प्रेसवार्ता में भाजपा नेताओं ने नाराजगी जाहिर करते कहा कि भाजपा का सच्चा सिपाही हमेशा संगठन के साथ खड़ा है। अजय छेदैया के कृत्य से यह साफ हो गया कि वह महापौर के लालच के जाल में फंस गए। भाजपा पार्षद दल का कहना है कि कांग्रेस राज में सत्ता हासिल करने के लिए जोड़तोड़ किया जा रहा है। भाजपा को इससे नुकसान नहीं है, बल्कि जमीनी स्तर पर पार्टी की साख मजबूत हो रही है। नेता प्रतिपक्ष यदु ने आरोप लगाया कि महापौर द्वारा वही कार्य कराए जा रहे हैं, जो पूर्ववर्ती भाजपा महापौर के कार्यकाल में स्वीकृृत किया गया था। भाजपा पार्षदों ने यह भी कहा कि दल-बदल कर महापौर ने यह भी स्वीकार कर लिया कि उनकी कुर्सी को खतरा है। उनके ही पार्टी के लोग उनके खिलाफ जाकर अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश में है। महापौर को डर है कि नगर निगम की सियासत उनके हाथ से फिसल सकती है। उधर एक और आरोप में पार्षदों ने कहा कि पार्टी के दो पार्षदों को 10-10 लाख रुपए का भी प्रलोभन दिया गया है, जिसे पार्टी के पार्षदों ने ठुकरा दिया है।