राजनांदगांव
![यूक्रेन से लौटी गंडई की बेटी रात्रे ने बताई आपबीती यूक्रेन से लौटी गंडई की बेटी रात्रे ने बताई आपबीती](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1647094240jn__12.gif)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 12 मार्च। यूक्रेन में मौत के साये में 10 दिन बिताने के बाद गंडई की बेटी श्रुति रानी रात्रे अपने घार पहुंची तो मां अंजनी रात्रे,पिता जीवनदास रात्रे व छोटी बहनों ने राहत की सांस ली। साथ ही भारत सरकार सहित प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से प्रार्थना करने वाले लोगों का आभार जताते बेटी का स्वागत सत्कार किया।
मिली जानकारी के अनुसार गत् 2 फरवरी से यूक्रेन के बंकर में श्रुति सहित हजारों भारतीयों ने शरण लिया था। वहां का तापमान माईनस 2 डिग्री सेल्सियस था। खाने-पीने की समस्या थी। बंकर के बाहर बमबाारी हो रही थी। जिसके चलते बच्चे मौत के साये में डरे-सहमे 8 दिन बिताया था। श्रुति ने ‘छत्तीसगढ़’ को अपनी आप बीती सुनाते बताया कि 8 दिनों तक हम सब ने मौत के साये में भूखे-प्यासे इस उम्मीद के साथ बिताया कि एक दिन जिंदगी की सूरज अवश्य दिखाई देगी और हमें भारत सरकार के प्रयासों और उनके विदेश में भी वेल्यू ने जिंदगी का सूरज भी दिखाया।
2 मार्च को भारतीय कांट्रेक्टर स्वाधीन महापात्रा एवं 3 अन्य को हमारा लोकेशन डीन ने भेजा और वहां से रेस्क्यू ऑपरेशन चालू किया गया । 2 मार्च को यूक्रेन के बंकर से सुबह 6 बजे हम एक हजार भारतीय पैदल निकले थे। 8 किमी पैदल चल और रेलवे स्टेशन वोक्जाल 8.30 पहंचे। पैदल चलने के ही दौरान तीन बार हमसे 100 मीटर के दूरी में ब्लास्ट हुआ, मिसाइले गिरी।
जिसके कारण दहशत का माहौल निर्मित हो गया था। जैसे-तैसे रेलवे स्टेशन के पास पहुंचे ही थे कि वहां भी ब्लास्टिंग हुआ। रेल में बैठकर सफर किया और रात 8 बजे हम सभी पिसोचिन में ओल्ड एज होम पहुंचे। यहां हम सभी रात में भूखे रहे। दूसरे दिन खाना मिला। 4 तारीख शाम को बार्डर के लिए निकले थे। 36 घंटे बस में सफर के बाद एवं 2 किमी पैदल चल कर रूमानिया बार्डर पहुंचे। वहां से सब कुछ चेक करने के बाद 2 बजे दोपहर 6 मार्च को एयरपोर्ट के लिए बस में गए और सेलसिया एयर पोर्ट से फ्लाइट में बैठकर दिल्ली 7 मार्च को पहुंचे, तब जाकर हमें आजादी महसूस हुआ और लगा कि मौत के साये से हम सभी बाहर आ गए हैं। रात 12 बजे मैं दिल्ली से 8 मार्च को फ्लाइट से रायपुर और रायपुर से घर पहुंची। इस प्रकार एक भारतीय बेटी ने अपनी आप बीती बताते भारत सरकार सहित भारतीयों का आभार जताया है।