बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 14 मार्च। प्रजापति ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर स्नेह मिलन एवं विश्व जागृति के ध्वजारोहण में महिलाओं के योगदान विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया।
स्थानीय ज्ञानांजली भवन में आयोजित कार्यक्रम में अतिथि के रूप मेें नगर पंचायत चिखलाकसा अध्यक्ष भिखी मसिया, डॉ. मंजीता ठाकुर, महिला कांगे्रस कमेटी उपाध्यक्ष शिरोमणि माथुर, भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष गीता मरकाम, भाजपा महिला मोर्चा जिला मंत्री अनिता कमेटी, चितला रजनी व श्रीकांत उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रजापति ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय दल्लीराजहरा की बहन पूर्णिमा ने की।
अध्यक्षीय उद्बोधन में पूर्णिमा बहन ने कहा कि नारी जागृति से विश्व में जागृति आयेगी एवं नारी एक शक्ति के रूप में है जो आध्यात्म शक्ति से ही प्राप्त की जा सकती है। नारी जागृति के लिए तीन महत्वपूर्ण शक्तियों का स्थान है, जिसमें पहला संरचना की शक्ति, दूसरा टूटे हुए संबंधों को जोडऩे की शक्ति व तीसरा मार्गदर्शन की शक्ति। उन्होंने आगे कहा कि नारी का यही वो हाथ है जिससे वह विश्व पर राज कर सकती है। माता ही अपने बच्चे की प्रथम गुरू है, नारी अगर अपने स्वरूप, स्वधर्म, स्वकर्म, स्वदेश और स्वलक्ष्य को आध्यात्म द्वारा पहचान ले तो वह महान एवं दिव्य बन जाती है। भारत देश में जहां वीर महापुरूषों का स्थान रहा वहीं दूसरी ओर वीरांगनाओं का भी महत्वपूर्ण स्थान रहा है। उन्होने बताया कि ब्रम्ह कुमारीज संस्थान में ब्रम्ह कुमारियां ही विश्व कल्याण के निमित्त बन विश्व को सुख, शांति, नैतिकता एवं आध्यात्म का पाठ पढ़ा रही हैं एवं परमपिता शिव परमात्मा से संबंध जोडक़र सर्वगुणोंं व शक्तियों का संचार कर रही है।