राजनांदगांव
![कान्हा में मुखबिरी के शक में वनरक्षक की नक्सल हत्या... कान्हा में मुखबिरी के शक में वनरक्षक की नक्सल हत्या...](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1648103829jn__2_(2).jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 मार्च। टीसीओसी सप्ताह के दौरान नक्सलियों ने हिंसक वारदात करते हुए बालाघाट के कान्हा नेशनल पार्क के मुक्की गेट के नजदीक एक वनकर्मी को मौत के घाट उतार दिया। मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात को जंगल में आग बुझाने गए वनरक्षक को नक्सलियों ने घेर लिया और उसकी जघन्य हत्या कर दी।
मिली जानकारी के मुताबिक वनकर्मी सुखदेव परते लंबे समय से कलेक्टर दर पर जंगल का पहरेदार था। वह मंगलवार और बुधवार की रात को जंगल में लगे आग को बुझाने के लिए गया। इस दौरान घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने सुखदेव को घेर लिया और उसे काफी देर तक कड़ी पूछताछ की। नक्सलियों ने सवाल-जवाब के बाद वनकर्मी पर सीधे गोली दाग दी। जिसके चलते उसकी मौत हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक बैहर-मुक्की गेट के नजदीक समनापुर नामक गांव के पास हत्या कर वनकर्मी के शव को फेंक दिया। नक्सलियों ने मौके पर पाम्प्लेट और परचे भी फेंके हैं। जिसमें कान्हा- भोरमदेव डिवीजन ने हत्या की जिम्मेदारी ली है।
इस संबंध में बैहर एएसपी विजय डाबर ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि मुखबिरी के शक पर कर्मचारी को मारा गया है। हत्या में शामिल नक्सलियों की पतासाजी की जा रही है। उधर कान्हा नेशनल पार्क के नजदीक हुए घटनाक्रम से दहशत का माहौल निर्मित है।
सूत्रों का कहना है कि वारदात को कान्हा के जंगल में सक्रिय खटिया-मोचा नक्सल दलम ने अंजाम दिया है। नक्सलियों की इस इलाके में काफी समय से मौजूदगी है। वन अमला नक्सलियों के इस हरकत से सहमा हुआ है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। सूत्रों का कहना है कि कुछ साल पहले हुए एक मुठभेड़ के मामले में ही नक्सलियों ने वनकर्मी को मुखबिरी करने के आरोप में मारा है।