राजनांदगांव
![जंगलों में फैली आग, कर्मचारी हड़ताल पर जंगलों में फैली आग, कर्मचारी हड़ताल पर](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1648112707jn__3_(2).jpg)
आग बुझाने दैनिक वेतनभोगी वनकर्मी जंगलों में तैनात
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 मार्च। तेज धूप और बढ़ते तापमान के बीच जंगलों में आग लगने के मामले सामने आने लगे हैं। आग की चपेट में जंगलों के आने की घटना ऐसे समय में बढ़ रही है, जब राज्यभर के डिप्टी रेंजर से लेकर मैदानी अमला बेमियादी हड़ताल पर है। जिले के दो डिवीजन राजनांदगांव व खैरागढ़ के वन मंडल में आग के बढ़ते दायरे से जंगलों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। वहीं अवैध उत्खनन, अवैध कटाई और वन्य प्राणियों की तस्करी को लेकर भी जंगल सुरक्षित नहीं है। पिछले कुछ दिनों से वन अमले के हड़ताल में जाने से अफसरों की जवाबदेही बढ़ गई है।
रोजाना जंगलों में आग लगने की घटना के मद्देनजर एसडीओ से लेकर रेंजरों और दैनिक वेतन भोगियों को बीहड़ों में तैनात किया गया है। बीते कुछ दिनों से मानपुर, खुज्जी और दूसरे हिस्सों में आग लगने के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है। जंगलों को बचाने आला अफसरों ने एसडीओ और रेंजरों को निगरानी करने व ठोस कदम उठाने का निर्देश दिया है। गर्मी के सीजन में हर साल जंगलों में एकाएक आग लगने की घटनाएं होती है।
सूखे पत्तों में चिंगारी लगते ही आग भयावह रूप लेता है। इस संबंध में डीएफओ सलमा फारूखी ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि जंगलों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। एसडीओ और रेंजर के साथ दैनिक वेतनभोगी कर्मियों को तैनात किया गया है। कहीं किसी तरह की अप्रिय स्थिति नहीं बनी है। उधर जिले के दोनों डिवीजन में हड़ताल का व्यापक असर दिख रहा है। हालांकि एसडीओ-रेंजर पूरी जिम्मेदारी के साथ वन्य प्राणियों की देखरेख और तस्करी के मामलों पर नजर रखे हुए हैं।
संदिग्ध गतिविधियों पर अफसरों की पैनी निगाह है। वनों में पिछले कुछ दिनों से किसी न किसी वजह से आग लगने की घटनाएं तेजी से बढ़ी है। घने जंगलों में अवैध खुदाई और कटाई के मामलों पर विशेष निगरानी करते हुए आला अधिकारी गश्त कर रहे हैं। मानपुर एसडीओ आरके गजभिये के नेतृत्व में पूरे क्षेत्र पर पहरा बिठा दिया गया है। जंगलों के अंदर किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधियों को रोकने के लिए लगातार अफसरों की आवाजाही बनी हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक वन्य प्राणियों के पेयजल और उनके संरक्षण को लेकर भी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। दैनिक वेतनभोगियों को जंगलों में आग लगने के बाद फौरन मौके पर भेजा जा रहा है। इस तरह जंगलों में आग बुझाने से लेकर अवैध गतिविधियो को रोकने के लिए अफसर पूरा जोर लगा रहे हैं। फिलहाल हड़ताल का मैदानी स्तर पर असर दिख रहा है। इससे परे आला अधिकारियों ने भी पूरी जिम्मेदारी के साथ जंगलों की सुरक्षा और उसके संरक्षण को लेकर अपनी ताकत झोंक दी है।
------